Rajiv gupta, Author at Sapne mein https://www.sapnemein.com/author/admin/ सपनों का अर्थ और मतलब Mon, 04 Nov 2024 01:42:35 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.6.2 https://www.sapnemein.com/wp-content/uploads/2023/04/cropped-cropped-cropped-सपने-में-ऊंटों-का-झुंड-देखना-कैसा-होता-है-1-32x32.jpg Rajiv gupta, Author at Sapne mein https://www.sapnemein.com/author/admin/ 32 32 श्री कृष्ण कहते है ,5 कौनसे पौधे अशुभ होते है, तुरंत उखाड़कर फेंक दे, https://www.sapnemein.com/which-trees-not-good-for-home-according-to-vastu/ https://www.sapnemein.com/which-trees-not-good-for-home-according-to-vastu/#respond Sun, 27 Oct 2024 00:48:03 +0000 https://www.sapnemein.com/?p=15550 Which trees not good for home according to vastu कौनसे पौधे अशुभ होते है – नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है, हमारे ब्लॉग sapnemein.com में।  एक समय की बात है। भगवान श्री कृष्ण के मित्र उनसे मिलने के लिए द्वारिका नगरी पधारते है तब भगवान श्री कृष्ण उनका दिल से स्वागत करते हैं।  और उनके आने […]

The post श्री कृष्ण कहते है ,5 कौनसे पौधे अशुभ होते है, तुरंत उखाड़कर फेंक दे, appeared first on Sapne mein.

]]>
Which trees not good for home according to vastu कौनसे पौधे अशुभ होते है – नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है, हमारे ब्लॉग sapnemein.com में।  एक समय की बात है। भगवान श्री कृष्ण के मित्र उनसे मिलने के लिए द्वारिका नगरी पधारते है तब भगवान श्री कृष्ण उनका दिल से स्वागत करते हैं।  और उनके आने का कारण पूछते हैं,  भगवान श्री कृष्ण के मित्र उनसे कहते हैं।  हे मित्र तुम तो सर्वज्ञ हो, तुम सजह विराजमान हो, आप सब कुछ जानते हो । इसलिए आज मैं आपके पास यह जानने के उद्देश्य से आया हूं , कि मनुष्य को किन-किन वृक्षों का रोपण करना चाहिए।  

कौन से वृक्ष हमारे घर के सामने लगाने चाहिए। किन वृक्षों का रोपण करने से घर से दरिद्रता और गरीबी दूर होती है । तथा शत्रु ,रोग ,भय, भूत व पिशाच आदि संकटों से बचने के लिए।  कौन कौन से वृक्ष हमारे घर की सीमा में लगाने चाहिए । भगवान श्री कृष्ण मुस्कुराते हुए कहते हैं।  हे मित्र तुमने आज जो प्राशन किया है वो बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योकि आपके प्रशन में सम्पूर्ण मानव जाती का कल्याण छूपा है। इस धरती पर वृक्षों का बहुत ही बड़ा योगदान है। वृक्ष सदा ही पूजनीय रहे है।  किंतु आज तुमने मानव जाती के उत्थान के लिए उचित ही प्रश्न किया है।  

भवन की सीमा में वृक्षों को लगाना बहुत ही शुभ फल प्रदान करता है।  वृक्ष तथा पौधे भवन की सुंदरता को बढ़ाने के साथ साथ वातावरण को भी शुद्ध रखते है। वृक्ष हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते है। जो मनुष्य के जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक होती है।  वृक्ष नकारात्मकता को कम करके वातावरण को अधिक सकारात्मक वातावरण बनाने का कार्य करते हैं।  घर के सामने शुभ पेड़ पौधे लगाने से घर में सुख समृद्धि आती है ।

साथ ही यह पेड़ पौधे कई प्रकार के वास्तु दोषों को दूर भी करते हैं। घर के आंगन में खड़े वृक्ष देवताओं की भांति घर की रक्षा करते हैं। हे मित्र भवन के पास कौन से पौधे लगाने चाहिए और कौन से नहीं , इसके बारे में बताने से पूर्व मैं तुम्हें एक प्राचीन कथा सुनाता हूं।  जिससे तुम्हें समझ में आ जाएगा ,कि वृक्षों का तथा पेड़ पौधों का घर के पास लगाना कितना शुभ होता है । और कौन से पौधे भवन के पास लगाने से दुख एवं दरिद्रता आती है।

 जो भी मनुष्य इस कथा सच्चे मन से सुनेगा और नियमों का पालन करेगा उसके सैकड़ों पाप नष्ट हो जाएँगे, और उसकी दरिद्रता का भी नाश हो जाएगा।  भगवान श्री कृष्ण का मित्र कहता है, हे केशव मैं इस कथा को अवश्य ध्यान से पूरा सुनूंगा, कृपया मुझे वह कथा सुनाओ, भगवान श्री कृष्ण कहते हैं। हे सखा आज से हजारों साल पहले की बात है, उतर पश्चिम दिशा में एक देश में एक अत्यंत सुंदर नगरी थी,नगरी का नाम सरोजनी नगर था।

 उस नगरी में राघव नाम का वैश्य अपनी पत्नी सुफला के साथ निवास करता था, राघव भगवान विष्णु का भक्त था और वह नित्य भगवान विष्णु की पूजा करता था।  सघव की पत्नी सुफला भी सुशील और गृह कार्य में दक्ष थी ।

 घर में धन धान्य की कोई कमी नहीं थी, भगवान की कृपा से उसके पास सब कुछ था।  इस प्रकार से अनेक दिन बीत जाने के पश्चात राघव की जो पत्नी थी जिसका नाम सुफला था उसने अपने आंगन में कुछ वृक्षों का रोपण किया, और नित्य उन वृक्षों को जल चढ़ाकर उनकी सेवा करने लगी। किंतु राघव की पत्नी को वृक्ष का ज्ञान नहीं था ,की कौनसे पौधे लगाने चाहिए और कौनसे नहीं। उसे जो वृक्ष आँखों को प्रिय लगे,उन्होने उन्हीं वृक्षों का रोपण किया। जो वृक्ष अशुभ थे, उन्हीं वृक्षों का रोपण उसने अपने घर के आंगन में कर दिया जिस कारण से उस वैश्य राघव को व्यापार धीरे धीरे घाटे में जाने लगा ।

उसके घर में रोज कलह होने लगी, पति-पत्नी में बार-बार क्लेश होने लगे, उन दोनों के जीवन में अनेक कठिनाइयां आने लगी।  राघव का सारा व्यापार डूब गया।  और उसका सारा धन भी नष्ट हो गया । अब राघव के पास अनाज तक खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। वे भूखे ही रहने लगे ,जिससे क्रोधित होकर उसकी पत्नी भी गुस्सा करने लगी।  वह अपने पति को कोई काम करने के लिए कहती ,फिर राघव काम मांगने के लिए गांव में घूमने लगा।  लेकिन उसे कहीं पर भी काम नहीं मिलता था ।

उसने आकर अपनी पत्नी से कहा,  हे भद्रे मुझे तो कोई भी काम नहीं दे रहा है । अब मैं कहां पर काम खोजने जाऊं ,वे दोनों ही पूरी तरह से हतबल हो गए थे।  दोनों के पास भी उद्योग करने के लिए कुछ नहीं था। धनेश्वर ने अपनी पत्नी के सारे गहने भी बेच डाले, और जो कुछ भी अन्न मिला उसी से पेट भर लिया, इस प्रकार से अशुभ वृक्ष लगाने के कारण दोनों के ही जीवन में घोर दरिद्रता और संकट आने लगे । किंतु वे दोनों ही इस बात को को नहीं जानते थे।  फिर एक दिन एक साधु महात्मा राघव के घर पर पधारते हैं। उन्हें देखकर राघव उन्हें प्रणाम

करता है, और कहता है, हे साधु महाराज पधारिए इस गरीब के घर में , आपका स्वागत है । कहिए मैं आपकी किस प्रकार से सहायता कर सकता हूं ,वे साधु महाराज कहने लगते हैं । हे

 महोदय मैं तीर्थ यात्रा पर निकला हूं।  विश्राम करने के लिए कोई जगह खोज रहा हूं। यदि आपको कोई कष्ट ना हो । तो मुझे अपने घर में स्थान दे दो।  मैं अनेक दिनों से भूखा भी  हूं । अगर कुछ भोजन की व्यवस्था करदेतो बड़ी कृपा होगी । साधु महाराज के ऐसे वचन सुनकर वह राघव कहने लगा । हे साधु महात्मा आप अवश्य ही कोई पुण्यात्मा दिखाई पड़ते हैं ।

आपके मुख मंडल पर बहुत तेज है।  आपकी सेवा करने का मुझे सौभाग्य मिल रहा है।  आपकी सेवा करके मुझे बड़ा आनंद मिलेगा । कृपा करके आप घर के भीतर चलिए।  फिर वह साधु महाराज उस राघव के घर के भीतर जाते हैं।  और विश्राम करने लगते हैं । धनेश्वर उन साधु महाराज की बड़ी सेवा करता है।  किंतु उसके पास अन्न का एक दाना नहीं होता है । तो वह अपनी पत्नी से कहता है।  हे प्रिय आज हमारे घर पर जो साधु महात्मा आए हैं ।

वे बड़े पुण्यवान दिखाई पड़ते  हैं।  हमें उनके भोजन के लिए कुछ उपाय करना चाहिए । मैं गांव में जाकर किसी से थोड़ा सा धन मांग कर लाता हूं।  इतना कहकर वह राघव

गांव में एक बनिए के घर पर जाता है।  और उस बनिए से थोड़ा सा धन देने की विनती करता है।  किंतु वह ब्ननीय उस दरिद्र वैश्य राघव को धन देने से मना कर देता है । और कहता है तुम्हारे पास तो फूटी कौड़ी नहीं है । तुम मेरा धन कैसे वापस करोगे।  धनेश्वर कहता है, हे सेठ कृपा करके आप मुझे थोड़ा सा धन दीजिए । मैं जल्दी ही आपको लौटा दूंगा ।

यदि मैं धन नहीं लौटा पाया । तो आप मेरा घर ले लीजिए। यानी राघव ने अपना घर गिरवी रख दिया ।  राघव की बात सुनकर उस सेठ को उस पर थोड़ी दया आती है।  और वह उसे धन देते हुए कहता है । हे वैश्य यदि तुमने धन नहीं लौटाया , तो तुम स्वयं ही मुझे अपना घर सौंप देना। राघव कहता है।  हे सेठ मैं वचन देता हूं, यदि मैंने धन नहीं लौटाया ,तो मैं आपको मेरा घर सौंप दूंगा । फिर राघव उस बनिए से धन लेकर बाजार से दूध चावल सब्जी आटा शक्कर आदि।  चीजें खरीद कर लाता है । और लौटकर अपने घर आ जाता है, फिर वह अपनी पत्नी से कहता है।  हे प्रिय तुम उन साधु महात्मा के लिए भोजन बनाओ ।

फिर धनेश्वर पत्नी भोजन बनाती है । और उन साधु महात्मा को भोजन परोस है । इस प्रकार से उस राघव की भक्ति और निष्ठा को देखकर वे साधु महाराज बहुत प्रसन्न हो जाते हैं।  भोजन हो जाने के पश्चात वे जाते-जाते उस राघव से कहते हैं।  हे वैश्य मैं तुम्हारी भक्ति और आदर सम्मान से अत्यंत प्रसन्न हूं । तुम्हारी जो भी कामना है, मुझे बताओ मैं अवश्य पूरी करूंगा । तब वह धनेश्वर कहता है।  हे महात्मा आपका आशीर्वाद ही हमारे लिए सब कुछ है । किंतु मैं आपसे यह जानना चाहता हूं ,कि किस पाप के कारण मुझे दरिद्रता का दुख भोगना पड़ रहा है।  

हमने तो भगवान विष्णु की भक्ति की है । फिर हमारे जीवन में दरिद्रता क्यों आई है । इसका क्या कारण है, और इस दरिद्रता को दूर करने के लिए मुझे क्या उपाय करना चाहिए।  फिर वह साधु महात्मा कहते हैं । हे वैश्य मैं जब तुम्हारे द्वार पर आ गया था।  तभी मुझे यह झांत हो गया था । कि तुम्हारे जीवन में घोर दरिद्रता और संकट आए हुए हैं । क्यों कि तुम्हारे भवन के सामने जो वृक्ष है।  वे ही तुम्हारी दरिद्रता के कारण है।  इसीलिए तुम इन वृक्षों को हटाकर ।

उनके स्थान पर शुभ पौधों का रोपण करो । तुम्हारी पत्नी ने तुम्हारे भवन के सामने जिन वृक्षों का रोपण किया है । वे अशुभ वृक्ष हैं, उन्हीं के कारण तुम्हारी ऐसी दुर्दशा हुई है।  राघव कहते हैं, हे महात्मा कृपा करके मुझे बताइए। कि घर के सामने कौन से वृक्ष लगाने चाहिए। जिससे घर में सुख समृद्धि हो ,और कौन से वृक्ष नहीं लगाने चाहिए ।

कृपा करके आप मुझे विस्तार से समझाइए । मैं आपका बड़ा आभारी रहूंगा । फिर वह साधु महात्मा कहते हैं । हे वैश्य ठीक है ,अब मैं तुम्हें उन शुभ वृक्षों के विषय में बताता हूं । जिन्हें घर के पास लगाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है । इसीलिए तुम ध्यानपूर्वक सुनो।  हे वैश्य किसी जलाशय के समीप पीपल का वृक्ष लगाने वाले मनुष्य को जो फल मिलता है । वह सैकड़ों यज्ञों के समान होता है।  जब पीपल के पत्ते उस जलाशय में गिरते हैं।  तो वे पिंड के समान होकर पित्रों को तृप्ति प्रदान करते हैं । इससे सभी प्रकार के पितृ दोष समाप्त हो जाते हैं । जो मनुष्य नित्य स्नान करके पीपल को स्पर्श करता है ।

वह सभी पापों से मुक्त होता है । और कभी पराजित नहीं होता है।  पीपल को स्पर्श करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।  और उसकी दक्षिणा करने से आयु में वृद्धि होती है। पीपल की जड़ में श्री विष्णु , तने में शिवजी और अग्रभाग में ब्रह्मा जी स्थित रहते हैं । अमावस्या के दिन पीपल को प्रणाम करने से जो फल मिलता है।  वह हजार गाय के दान के बराबर होता है । इस संसार में पीपल के समान कोई वृक्ष नहीं है।  साक्षात श्री हरि इस वृक्ष के रूप में पृथ्वी पर विराजमान है । पीपल के वृक्ष को चोट पहुंचाना अथवा उसकी टहनी तोड़ना महापाप माना गया है।

ऐसा मनुष्य एक कल्प तक नरक में रहता है।  और जो पीपल को जड़ से काटता है।  उसका कभी नरक से उद्धार नहीं होता है । हे वैश्य अब मैं तुम्हें दूसरे वृक्ष के बारे में बताता हूं । आवले का फल समस्त लोकों में प्रसिद्ध और परम पवित्र है । आवले को लगाने से स्त्री और पुरुष जन्म मृत्यु के बंधन से मुक्त हो जाते हैं । यह पवित्र फल भगवान विष्णु को अत्यंत प्रसन्न करने वाला एवं शुभ माना गया है । इसको खाने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है । आंवला खाने से आयु बढ़ती है । उसका जल पीने से रोगों का खात्मा होता है।  और आंवले को जल में मिलाकर स्नान करने से दरिद्रता दूर हो जाती है । और सभी प्रकार के ऐश्वर्य प्राप्त होते हैं। जिस घर में आंवला सदा मौजूद रहता है, उस घर में कभी दैत्य और राक्षस नहीं आते हैं।

एकादशी के दिन अगर आंवला मिल जाए ,तो संसार के सभी तीर्थों से बढ़कर फल प्राप्त होता है।  अपने केश में आंवला लगाने वाला फिर से मृत्युलोक पर जन्म नहीं लेता है।  जिस घर के सामने आंवले का वृक्ष होता है । वहां पर साक्षात लक्ष्मी नारायण निवास करते हैं।  तीसरा है अशोक का वृक्ष, अशोक के वृक्ष में अप्सराओं का निवास होता है । यह वृक्ष शोक का नाश करने वाला तथा निराशा को समाप्त करने वाला होता है । इस वृक्ष को घर के पास लगाने से घर में सुख शांति बनी रहती है। अशोक का वृक्ष शीतलता और यवन प्रदान करने वाला होता है । मां लक्ष्मी ने जब देवी सीता के रूप में अवतार लिया था । तब रावण द्वारा अपहरण करने के बाद उनका वास अशोक वाटिका में था।  अशोक के वृक्ष ने मां सीता की बहुत सेवा की थी ।

इसीलिए मां सीता ने अशोक वृक्ष को यह वरदान दिया था । कि जिस भी स्थान पर यह वृक्ष होगा, वहां पर उनका सदैव ही निवास होगा चौथा है।  पाकड़ का वृक्ष प्रत्येक मनुष्य को पाकड़ का वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए । यह वृक्ष लगाने से जो फल मिलता है । वह महायज्ञ के समान होता है।  कलयुग में मनुष्य यज्ञ नहीं कर पाएंगे । इसीलिए उन्हें एक पाकड़ का वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए। पांचवा है नियम का वृक्ष नियम का वृक्ष लगाने से सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं । निम का वृक्ष आयु प्रदान करने वाला माना गया है, इसे घर के पास लगाने से नाना प्रकार के

रोगों से छुटकारा मिलता है । मां लक्ष्मी को नियम के पत्ते अत्यंत प्रिय होते हैं।  इसीलिए नियम के वृक्ष के पास निवास करती है.  घर के सामने निम के वृक्ष का रोपण करने से धन संपत्ति की प्राप्ति होती है।  छठा है जामुन का वृक्ष, यदि कोई मनुष्य कन्या प्राप्ति की कामना करता है । तो उसे जामुन का वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए । जिस मनुष्य के घर के सामने जामुन का वृक्ष होता है । उसके घर में कन्या का जन्म होता है । जो कुल का गौरव बढ़ाती है । सातवा है, बेल का वृक्ष,  बेल के वृक्ष में भगवान शिव पार्वती का निवास है।  इसीलिए अगर बेल के वृक्ष के पास गुलाब का पौधा लगाया जाए । तो शिव पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है ।

उस घर में कभी दुख दरिद्रता नहीं आती है । उस घर में कभी अकाल मृत्यु नहीं होती है । और कोई स्त्री विधवा नहीं बनती है।  आठवा है, नारियल का पेड़, नारियल का पेड़ लगाने से पुरुष अनेक स्त्री का पति बनता है । नारियल किसी भी धार्मिक अनुष्ठान का आवश्यक अंग होता है। यह अत्यंत शुभ माना जाता है।  घर के आंगन में नारियल का पेड़ होने से, उस घर में

हमेशा शुभता होती है।  और उस घर के सदस्यों का समाज में बहुत मान सम्मान होता है। सुंदर पत्नी की कामना, करने वाले मनुष्य को अनार का वृक्ष लगाना चाहिए।  पलाश का पेड़ ब्रह्म तेज प्रदान करता है।  इसीलिए इसका रोपण अवश्य करना चाहिए।  वंश वृद्धि और संतान प्राप्ति की कामना करने वाले मनुष्य को अंकोल का वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए।  अगर मनुष्य किसी बीमारी से पीड़ित है । तो उसे खैर का वृक्ष लगाना चाहिए।  खैर का वृक्ष लगाने से बड़े-बड़े रोग नष्ट हो जाते हैं। यह वृक्ष आरोग्य प्रदान करने वाला होता है।

 कुंद अर्थात मोगरे के पेड़ में गंधर्व निवास करते हैं । इसीलिए इस पौधे का रोपण अपने घर के पास करने से कार्यों में सिद्ध और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।  खासकर कला के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को यह पौधा अवश्य लगाना चाहिए।  यदि किसी मनुष्य को चोर और लुटेरों का भय सता रहा है । तो उसे अपने घर के पास बेंत का वृक्ष जरूर लगाना चाहिए । यह वृक्ष चोर लुटेरों को भयभीत करता है । और घर की रक्षा करता है , चंदन और कटहल के वृक्ष पुण्य और लक्ष्मी प्रदान करते हैं । इन वृक्षों का रोपण करने से दुख दरिद्रता समाप्त हो जाती है । घर की उत्तर दिशा में पाम और कनक चंपा का पौधा लगाया जाता है।  

तो धन में वृद्धि होती है।  केले का पेड़ भी बहुत शुभ होता है।  और यह घर में सुख समृद्धि और खुशहाली लाता है। केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है।  इसीलिए घर में केले का पेड़ होने से घर में धन की कमी नहीं होती है।  हर श्रृंगार के पौधे को पारिजात भी कहा जाता है।  इस पौधे की उत्पत्ति समुद्र मंथन के समय हुई थी। और मां लक्ष्मी भी समुद्र मंथन से ही प्रकट हुई है । इसीलिए पारिजात के पौधे का बहुत अधिक महत्व है।  यदि इस पौधे को अपने घर पर लगाते हैं । तो आपको मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होगी। मनुष्य को कभी भी ताड़ का वृक्ष नहीं लगाना चाहिए।  ताड़ का वृक्ष संतान का नाश करने वाला होता है । जिस घर के पास ताड़ का वृक्ष होता है।  उस घर के संतानों की कभी उन्नति नहीं होती है।  

मनुष्य को कभी भी अपने घर के पास बहेड़ा चाहिए । इस वृक्ष पर प्रेतों का वास होता है , जो मनुष्य बड़े का वृक्ष लगाता है। वह प्रेत बन जाता है इसके नीचे बैठकर कभी पूजा पाठ भी नहीं करना चाहिए । अगर किसी मनुष्य को शत्रुओं का भय सता रहा है।  तो उसे केवड़े का वृक्ष लगाना चाहिए । यह शत्रुओं का नाश करने वाला होता है । घर में कभी भी ऐसे पौधे नहीं लगाने चाहिए।  जिनको काटने या तोड़ने पर दूध निकलता हो घर के सामने कभी भी बबूल का पेड़ नहीं लगाना चाहिए । इसे लगाने से विपत्ति आती है।  घर के सामने बेर का वृक्ष भी नहीं लगाना चाहिए। इसे लगाने से नकारात्मकता बढ़ती है ।

धन का नाश होता है।  और संकट आते हैं, किसी भी मनुष्य को अपने घर के सामने पपीते का वृक्ष नहीं लगाना चाहिए । इस वृक्ष को लगाने से धन का नाश होता है । और दरिद्रता आती है, अगर पीपल का वृक्ष भवन की पूर्व दिशा में होता है। तो घर में निर्धनता व्याप्त हो सकती है । वटवृक्ष घर की पश्चिम दिशा में हो तो घर में शोक का काल चिरकाल तक रहता है।  दक्षिण दिशा में तुलसी का पौधा हो तो संतान को प प सहन करनी पड़ती है।  किसी भी मृत वृक्ष की छाया घर पर पड़ती है । तो यह मृत्यु सूचक होता है । मृत वृक्ष को तुरंत उखाड़ देना चाहिए । वे साधु महात्मा कहते हैं।  

हे वैश्य इस प्रकार से मैंने तुम्हें इन सभी शुभ और अशुभ वृक्षों के विषय में बता दिया है।  इसीलिए तुम इन वृक्षों का रोपण करो, और भगवान की कृपा को प्राप्त करो वह धनेश्वर कहता है । हे महात्मा आपने आज मुझे उत्तम ज्ञान दिया है।  मैं आपका धन्यवाद करता हूं , फिर वे साधु महात्मा धनेश्वर को आशीर्वाद देकर उस स्थान से अंतर्ध्यान हो जाते हैं।  साधु महात्मा को अचानक से अदृश्य हुआ देखकर धनेश्वर और उसकी पत्नी को आश्चर्य होता है।  फिर उन्हें समझ में आ जाता है। कि साक्षात भगवान विष्णु ही उनके घर पर आए थे ,फिर धनेश्वर उन साधु महात्मा के कहे अनुसार अपने घर के सामने अनेक शुभ वृक्षों का रोपण करता है।  जिससे अचानक ही उसे बहुत सारे धन की प्राप्ति होती है । और उसकी दरिद्रता दूर हो जाती है ।

धनेश्वर और उसकी पत्नी भगवान विष्णु का धन्यवाद करने लगते हैं, भगवान श्री कृष्ण कहते हैं। हे सखा इस प्रकार से मैंने तुम्हें शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के वृक्षों के बारे में बताया है । अब तुम भी जाकर अपने भवन के पास इन वृक्षों का रोपण करो। तो दोस्तों इस प्रकार से भगवान श्री कृष्ण ने भवन के पास लगाए जाने वाले शुभ और अशुभ वृक्षों के बारे में बताया है। उम्मीद है, आपको यह कथा पसंद आई होगी। जानकारी अच्छी लगी तो पोस्ट को लाइक और कमेंट जरूर करें । और कमेंट में जय श्री कृष्ण अवश्य लिखें।  इसके साथ ही अपने दोस्तों को इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा शेर करें ।

कौनसे पौधे अशुभ होते है, कौनसे पौधे अशुभ होते है, कौनसे पौधे अशुभ होते है, कौनसे पौधे अशुभ होते है, कौनसे पौधे अशुभ होते है, कौनसे पौधे अशुभ होते है,

which trees not good for home according to vastu

The post श्री कृष्ण कहते है ,5 कौनसे पौधे अशुभ होते है, तुरंत उखाड़कर फेंक दे, appeared first on Sapne mein.

]]>
https://www.sapnemein.com/which-trees-not-good-for-home-according-to-vastu/feed/ 0
पत्नी के अलावा इस 1 स्त्री के साथ संबंध रखना पाप नहीं होता है कहते है यमराज https://www.sapnemein.com/sapne-mein-aurat-ko-dekhna/ https://www.sapnemein.com/sapne-mein-aurat-ko-dekhna/#respond Sun, 20 Oct 2024 17:08:21 +0000 https://www.sapnemein.com/?p=15543 पत्नी के अलावा इस एक स्त्री से संबंध रखना पाप नहीं होता है। शास्त्रों के अनुसार ,कोई भी पुरुष पत्नी के अलावा ,इस एक स्त्री से शारीरिक संबंध स्थापित कर सकता है।  दोस्तों एक बार नारद मुनि नारायण खुद नारायण का जाप करते हुए, वायु मार्ग से यमलोक पहुंच जाते हैं।  यमलोक के देवता यमराज […]

The post पत्नी के अलावा इस 1 स्त्री के साथ संबंध रखना पाप नहीं होता है कहते है यमराज appeared first on Sapne mein.

]]>
पत्नी के अलावा इस एक स्त्री से संबंध रखना पाप नहीं होता है। शास्त्रों के अनुसार ,कोई भी पुरुष पत्नी के अलावा ,इस एक स्त्री से शारीरिक संबंध स्थापित कर सकता है।  दोस्तों एक बार नारद मुनि नारायण खुद नारायण का जाप करते हुए, वायु मार्ग से यमलोक पहुंच जाते हैं।  यमलोक के देवता यमराज विशाल काय सिंहासन पर बैठे होते हैं।  उनके पास चित्रगुप्त जी भी बैठे हुए थे।  तभी नारद जी यमलोक पहुंच जाते हैं ।

नारद जी को आता देख यमराज उनका स्वागत करते हैं । और उन्हें प्रणाम करते है, और कहते है।  हे नारद जी आपके  आने से सम्पूर्ण से यम नगरी धन्य हो गई है।  देवर्षि नारद कहते हैं । हे मृत्यु और न्याय के देवता आपको मेरा प्रणाम है । कृपया करके मेरा परिणाम स्वीकार करें। फिर यमराज जी कहते हैं। हे नारद आज बड़े युगों के बाद आप यमलोक पधारे हैं । अवश्य ही कोई महत्त्वपूर्ण कारण होगा।  कृपया आप हमें कारण बताने की कृपा करें।  कि आप किस प्रयोजन से आज यमपुरी आए हैं । तब नारद जी कहते हैं। हे धर्मराज आप मृत्यु व न्याय के देवता हैं। तीनों लोकों के प्राणियों को उनके कर्मों के अनुसार दंड देने का कार्य आप करते हैं। आपके पास समस्त प्राणियों का लेखा झोखा रखा हुआ है।

 पापी मनुष्यों को आप नरक में और पुण्यवान मनुष्य को आप स्वर्ग में भेजते हैं । इसीलिए आपको मनुष्यों के सभी पाप और पुण्य कर्मों का ज्ञान है । मैं आपके पास एक विचित्र प्रश्न लेकर आया हूं । कृपया करके आप मेरे इस प्रश्न का उत्तर दीजिये ।  फिर यमराज जी कहते हैं । हे नारायण आप सत्य कहते हैं । हमारे पास तीनों लोकों के प्राणियों का लेखा जोखा रखा हुआ है। क्योंकि प्रभु ने हमें यही कार्य सौंपा है। हम प्रभु के आदेश से ही मनुष्य के पाप और पुण्य कर्मों के आधार पर उन्हें दंड देते हैं । हे देवर्षि आपके मन में जो भी प्रश्न है । आप बिना संकोच के पूछें।  

पत्नी के अलावा इस 1 स्त्री के साथ संबंध रखना पाप नहीं होता है कहते है यमराज

हम अपने सामर्थ्य के अनुसार उनका समाधान करने का प्रयास करेंगे।  तब नारदमुनी  कहते हैं । हे यमराज शास्त्र कहते हैं ,कि एक पुरुष को केवल एक ही स्त्री से विवाह करना चाहिए, व  एक ही स्त्री से संबंध बनाना चाहिए। किंतु मैंने पृथ्वीलोक पर यह भी देखा है, कि कुछ मनुष्य अनेक विवाह करते हैं । अनेक स्त्रियों से संबंध रखते हैं । क्या यह पाप नहीं है।  क्या ऐसे मनुष्यों को नरक में डाला जाता है । इस पर शास्त्र क्या कहते हैं ,क्या कोई मनुष्य अनेक स्त्रियों से विवाह कर सकता है।  कृपया आप मेरी इस संका को दूर करें।  यमराज कहने लगते हैं।  

हे देवर्षि आपने समस्त मानव जाति के कल्याण के लिए उचित ही प्रश्न किया है। संसार में मनुष्य एक से अधिक विवाह कर सकता है । या नहीं, इसका उत्तर देने से पूर्व ,मैं आपको एक कथा सुनाता हूं । इस महान कथा में आपको सभी प्रश्नों के उत्तर मिल जाएंगे । इसीलिए आप इस कथा को ध्यान से जरूर सुने । जो भी इस कथा को ध्यान से सुनता है। मैं उसके 32 अपराध माफ करता हूं ।

 फिर नारद जी कहते हैं । हे यमराज जी आप उस कथा को अवश्य कहिए । मैं उसे ध्यान से पूरा सुनूंगा। तब यमराज जी नारद जी को वह महान कथा सुनाते हैं । प्राचीन काल की बात है मध्य देश में एक अत्यंत शोभायमान नगरी थी ,उस नगरी के एक अत्यंत गुणवान बलवान राजा थे । जिनका नाम था यक्षपाल महाराज यक्षपाल एक न्याय प्रिय राजा थे।  उनकी प्रजा उनके न्याय से अत्यंत संतुष्ट रहा करती थी।  राजा भी अपनी प्रजा अच्छी तरह से देखभाल करते हैं । राजा प्रजा की सभी जरूरतों का अच्छी तरह से ध्यान रखते थे । महाराज की तुलसी नाम की पत्नी थी।

 जो अत्यंत सुंदर गुणवान चरित्रवान और पतिव्रता नारी थी महाराज धर्मपाल और रानी तुलसी बहुत ही दयालु स्वभाव के थे । वे हर प्रकार के यज्ञ दान धर्म तथा अनुष्ठान किया करते थे । उनके साम्राज्य में सब कुछ था।  किंतु केवल एक कारण से महाराज महारानी और प्रजा दुखी रहते थे । महाराज को कोई संतान नहीं थी, जिससे महाराज दुखी और चिंता में रहते थे। प्रजा को भी महाराज की ऐसी दशा देखी नहीं जा रही थी । कितने ही प्रयास करने पर भी महाराज को कोई संतान नहीं हो रही थी। महाराज ने अनेक वैद्य बुलाए अनेक पुत्र प्राप्ति के उपाय किए।  दान धर्म किया व्रत किए किंतु उन्हें किसी भी उपाय से संतुष्टि नहीं मिली। फिर एक दिन प्रजा जन महाराज के पास आते हैं , और कहते हैं,  हे महाराज यक्षपाल  आप पुत्र प्राप्ति के लिए दूसरा विवाह करें।  किंतु महाराज अपनी प्रजा की बात से सहमत नहीं होते हैं ।

महाराज रानी तुलसी से बहुत प्रेम करते थे । इसीलिए वे अपनी पत्नी का दिल नहीं दुखाना चाहते थे।  तथा महाराज शास्त्रों का भी ज्ञान रखते थे। कि एक पुरुष को केवल एक ही स्त्री के प्रति एक निष्ठ रहना चाहिए।  एक पत्नी के होते हुए । कभी दूसरी स्त्री के पास नहीं जाना चाहिए । जिस प्रकार से एक मादा पशु के साथ दो नर पशु नहीं रह सकते।  ठीक उसी प्रकार से एक पुरुष के साथ दो दो स्त्रिया कभी सुखी नहीं रह सकती । जो पुरुष एक पत्नी होते हुए भी दूसरी स्त्री से संबंध रखता है।  वह घोर पाप करता है, और नरक में ही गिरता है । इसी कारण से महाराज यक्षपाल  दूसरा विवाह नहीं करना चाहते थे । फिर प्रजा जन महारानी के पास जाकर उनसे आग्रह करते हैं । कि वे महाराज को दूसरा विवाह करने के लिए मनाए।

तब रानी तुलसी भी प्रजा के दुख समझती है। और महाराज के पास आकर कहने लगती है।  हे स्वामी आप कृपया दूसरा विवाह कर लीजिए। हमारे राज्य को भविष्य में एक राजा की आवश्यकता पड़ सकती है । फिर महाराज रानी को भी मना करते हैं।  और कहते हैं, हे प्रिय यदि मैं दूसरा विवाह भी कर लूंगा तो , मैं पापका भागी बन जाऊंगा । मुझे नरक में ही जाना पड़ेगा और तुम बताओ क्या तुम मेरे दूसरे विवाह से खुश रह पाओगी । तब रानी कहती है , हे स्वामी आपकी खुशी में ही मेरी खुशी है।

 मैं मेरी सौतन को अपनी बहन मानकर प्यार दूंगी ,कृपया आप संकोच ना करें । मुझे इससे क्षण मात्र भी दुख नहीं होगा । मैं आपको विवाह के लिए सहमति देती हूं।  तब महाराज कहते हैं । हे देवी किंतु मुझे उस पाप से कौन बचाएगा।  जो एक स्त्री के होते हुए भी दूसरी स्त्री के साथ संबंध रखने से मिलता है ।

 इस पाप से कोई मुक्ति नहीं है, मैं ऐसा घोर अनर्थ नहीं करना चाहता । उधर स्वर्ग लोक से महाराज के सभी पूर्वज इस घटनाक्रम को देख रहे होते हैं।  वे अपने पुत्र के ऐसे व्यवहार से अत्यंत दुखी हो जाते हैं । यदि महाराज को नहीं होगा । तो कुल का विनाश हो जाएगा ,इसी भय से सभी पूर्वज बहुत दुखी हो जाते हैं।  फिर एक दिन सभी पूर्वज महाराज के सपने में आकर उन्हें दर्शन देते हैं,  और कहते हैं,  हे पुत्र तुम्हारे कारण हमारी दुर्गति हो रही है । हमारे कुल का विनाश हो रहा है,  तब महाराज अपने पूर्वजों से कहते हैं।  हे महात्माओं मैंने ऐसा कौन सा पाप किया है।  जो आप सभी इतने दुखी हुए हैं । आपकी आत्मा की शांति के लिए,  जो भी उपाय हो, वह मैं अवश्य ही करूंगा ।

तभी वे पूर्वज कहने लगते हैं।  हे पुत्र हमारी मुक्ति का एक ही उपाय है,  वह है तुम्हारी संतान , यदि तुम पुत्र को जन्म नहीं दोगे । तो तुम्हारे साथ-साथ हमें भी नरक में जाना पड़ेगा। हमारा संपूर्ण कुल और वंश नष्ट हो जाएगा। इसीलिए हे पुत्र हम तुमसे विनती करते हैं। कि तुम दूसरा विवाह करो ,पुत्र के बिना मनुष्य को सद्गति प्राप्त नहीं होती है। पुत्र ही अपने माता-पिता का उद्धार करता है । उन्हें मोक्ष दिलाता है, जब वह श्राद्ध करता है ,तो हमारे पाप नष्ट हो जाते हैं । जब वह पृथ्वी लोक पर दान धर्म करता है । तो हमें स्वर्ग लोक में भोजन की प्राप्ति होती है।  इसीलिए हे पुत्र तुम शीघ्र ही पुत्र की प्राप्ति के लिए कोई उपाय करो। अपने पित्रों की बात सुनकर भी महाराज दूसरा विवाह करने के लिए तैयार नहीं होते हैं । फिर सभी पित्र गण दुखी होकर यमराज के पास जाते हैं , और उनसे विनती करते हुए कहते हैं।  हे धर्मराज कृपया हमारे कुल की रक्षा कीजिए।  हमारे पुत्र की कोई संतान नहीं है । और संतान के बिना हम रा कुल नष्ट हो जाएगा।

कृपया आप हमारे पुत्र को दूसरा विवाह करने की आज्ञा दे।  फिर यमराज कहते हैं हे महात्माओं मैं अवश्य ही तुम्हारे पुत्र को समझाऊगा ,और उसे पुत्र प्राप्त करने के लिए प्रेरित करूंगा।  ऐसा कहकर यमराज पृथ्वी लोक पर आते हैं, और एक साधु का रूप धारण करके महाराज यक्षपाल के दरबार में जाते हैं।  उन साधु को देखकर महाराज यक्षपाल अत्यंत प्रसन्न होते हैं । और उनका आदर सत्कार करते हैं।  फिर उनसे पूछते हैं, हे महात्मा आप कौन हैं । किस प्रयोजन से आप हमारे इस राज्य में पधारे हैं।  आपके मुख मंडल का तेज देखकर यह प्रतीत होता है।  कि आप अवश्य ही कोई बड़े तपस्वी हैं।

 तब वह साधु उस राजा से कहते हैं । हे वत्स मैं साक्षात यमराज हूं। तुम्हारे पूर्वजों के द्वारा प्रार्थना करने पर ही मैं स्वयं तुमसे मिलने के लिए आया हूं । वह साधु महाराज से कहते हैं।  हे वत्स तुमने अपने पूर्वजों को रुष्ट कर दिया है । जिससे तुम्हारा सारा साम्राज्य नष्ट हो जाएगा।  पुत्र के बिना तुम्हारी दुर्गति हो जाएगी।  तुम्हें कभी मोक्ष की प्राप्ति नहीं होगी । शास्त्र कहते हैं ,कि मनुष्य को मोक्ष प्राप्ति के लिए पुत्र को जन्म अवश्य देना चाहिए । फिर महाराज कहते हैं।  

हे धर्मराज मैं विवश हूं,  मैं दूसरा विवाह करके पाप का भागीदार नहीं बनना चाहता । इससे अच्छा है, कि मैं पुत्र हीन होकर जीवन व्यतित करूं । यमराज कहते हैं।  हे वत्स तुम्हारे न्याय प्रिय आचरण से और अपनी पत्नी के प्रति एक निष्ठा को देखकर मैं अत्यंत प्रसन्न हूं,  किंतु हे यक्षपल एक मनुष्य दूसरा विवाह अवश्य कर सकता है । इसमें कोई पाप नहीं है यदि किसी पुरुष की पत्नी उसके दूसरे विवाह के लिए सहमति देती है।  तो वह पुरुष दूसरा विवाह निश्चित ही कर सकता है।

 इसमें कोई पाप नहीं है । शास्त्र कहते हैं ,कि यदि एक पत्नी से पुत्र की प्राप्ति नहीं होती है।  और उसकी पत्नी उसे दूसरा विवाह करने की अनुमति देती है । तो उस दूसरा विवाह करने में संकोच नहीं करना चाहिए । साक्षात धर्मराज के द्वारा ऐसे वचन सुनकर महाराज अति प्रसन्न हो जाते हैं । और यमराज को धन्यवाद देते हैं । फिर यमराज उस स्थान से अंतर्ध्यान हो जाते हैं।  महाराज यक्षपाल अपनी पत्नी तुलसी के पास जाते हैं । और उससे दूसरा विवाह करने की अनुमति मांगते हैं ।

तो महारानी तुलसी उन्हें दूसरा विवाह करने की अनुमति दे देती है।  तब महाराज दूसरी स्त्री से विवाह कर लेते हैं। जिससे उन्हें सुंदर पुत्र रत्न कीम प्राप्ति होती है । और उधर स्वर्ग लोक में सभी पूर्वज भी आनंदित हो जाते हैं । और यमराज का बार-बार धन्यवाद करते हैं।  तो दोस्तों इस प्रकार से धर्मराज ने नारद जी को स्त्री और पुरुष के विवाह और आचरण  संबंधी महत्त्वपूर्ण ज्ञान दिया है।  आपको यह कथा कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं। जानकारी अच्छी लगी तो, इस पोस्ट की लिंक अपने दोस्तों के साथ सांझा करें ।

ध्नयवाद दोस्तों ।

The post पत्नी के अलावा इस 1 स्त्री के साथ संबंध रखना पाप नहीं होता है कहते है यमराज appeared first on Sapne mein.

]]>
https://www.sapnemein.com/sapne-mein-aurat-ko-dekhna/feed/ 0
अजय हुड्डा से हम ऐसे मिल सकते है Ajay hooda biography https://www.sapnemein.com/ajay-hooda-biography/ https://www.sapnemein.com/ajay-hooda-biography/#respond Thu, 10 Oct 2024 09:38:18 +0000 https://www.sapnemein.com/?p=15533 अजय हुड्डा का नाम तो आपने सुना ही होगा। अजय हुड्डा एक हरियाणवी गायक राइटर और मॉडल आर्टिस्ट हैं। वह गाने लिखते हैं और गानों में कलाकार के तौर पर काम करते हैं। वह हरियाणवी गानों के निर्माता हैं। वह हरियाणा और पूरे भारत में एक लोकप्रिय व्यक्ति बन चुके हैं। और हम में से […]

The post अजय हुड्डा से हम ऐसे मिल सकते है Ajay hooda biography appeared first on Sapne mein.

]]>
अजय हुड्डा का नाम तो आपने सुना ही होगा। अजय हुड्डा एक हरियाणवी गायक राइटर और मॉडल आर्टिस्ट हैं। वह गाने लिखते हैं और गानों में कलाकार के तौर पर काम करते हैं। वह हरियाणवी गानों के निर्माता हैं। वह हरियाणा और पूरे भारत में एक लोकप्रिय व्यक्ति बन चुके हैं। और हम में से कई लोग उनके बारे में अच्छी तरह से जानते भी होंगे। कई बार उनके वीडियो भी यूट्यूब पर आपके सामने आते होंगे और आपने वीडियो देखे और पसंद भी किए होंगे।

अजय हुड्डा कौन है ?

दोस्तों अगर आप हरियाणवी गानों के दीवाने हैं और अजय हुड्डा को नहीं जानते। ऐसा हो नहीं सकता। अजय हुड्डा ने हरियाणवी गानों को एक नई पहचान दी है। हरियाणवी सॉन्ग और अजय हुड्डा का नाम एक साथ लिया जाता है। आजकल अजय हुड्डा नाम से सिर्फ एक ही मशहूर शख्सियत हैं। जल्द ही आपको इस नाम का कोई मिलेगा भी नहीं। अजह हुड्डा हरियाणवी गाने लिखते हैं, गाते हैं और बतौर हीरो गानों में हीरो की भूमिका भी निभाते हैं। अजय हुड्डा के कई मशहूर गानों ने पूरे भारत में तहलका मचाया है।

अजय हुड्डा के गानों में बहू जमीदार की, काले की बहू, तागड़ी और मोटो जैसे गानों ने बॉलीवुड गानों में भी धमाल मचा दिया है। अजय हुड्डा का जन्म 6 अक्टूबर 1983 को हरियाणा के रोहतक जिले के खेरवाड़ा गांव में एक जाट परिवार में हुआ था। अजय हुड्डा एक पूर्व सैनिक भी हैं। अगर कोई भी अजय हुड्डा से अपने मन की बात कहना चाहता है या अजय हुड्डा से मिलना चाहता है तो अपने को स्टार अजय हुड्डा से कई माध्यमों से संपर्क कर सकता है।

अजय हुड्डा का जीवन और कैरियर

अजय हुड्डा का जन्म 6 अक्टूबर 1983 को हरियाणा के रोहतक जिले के खेरवाड़ा गाँव में एक जाट परिवार में हुआ था, वे राष्ट्रीयता से भारतीय नागरिक और जाति से हिंदू हैं। आज वे एक गीतकार, मॉडल और अभिनेता हैं। अजय हुड्डा का बचपन स्कूल और खेती के बीच का पड़ाव है। उन्हें बचपन से ही मेहनत करने की प्रेरणा मिली थी। परिवार के लोग खेतों में काम करते थे और उनके पिता रणवीर हुड्डा फौज में कांस्टेबल थे। 12वीं करने के बाद वे भारतीय सेना में भर्ती हो गए थे।

वे महज 18 साल के थे जब वे भारतीय सेना में शामिल हुए थे। जिस उम्र में खेलने कूदने की थी उस उम्र में अजय हुड्डा ने पूरे सेशन की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली थी। अजय हुड्डा को बचपन से ही लिखने का बड़ा शौक था। कई बार वे अपने फौजी साथियों के लिए भी हरियाणवी रागनी लिखा करते थे इसके साथ ही उन्होंने सैनिक के पद पर रहते हुए अपनी पत्नी की याद में कई गीत लिखे। और इसके बाद जब उनकी सेना की नौकरी पूरी हो गई तो अजय हुड्डा ने प्यारे-प्यारे गीत लिखना शुरू कर दिया।

अजय हुड्डा से हम ऐसे मिल सकते है Ajay hooda biography

इसके बाद उन्होंने पटोला, सॉलिड बॉडी, जट-जटनी, भांग का कटोरा, बहू काले की, तागड़ी, अंगस्टर जैसे एक के बाद एक मशहूर गीत दिए। अजय हुड्डा का जन्म एक जाट परिवार में हुआ था। उनकी मां राजबाला हुड्डा एक गृहिणी थीं जो खेतों में काम करती थीं।

जबकि उनके पिता भारतीय सेना में थे। अजय हुड्डा की शादी महज 18 साल की उम्र में नैना हुड्डा से हुई थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि जब अजय हुड्डा सेना की नौकरी में थे तो वो अपनी पत्नी के लिए गीत लिखा करते थे। बहन इंदु हुड्डा, भाई विजय हुड्डा और माता-पिता और पति ने अजय को गीतों के लिए पूरा सपोर्ट किया क्योंकि वो एक जिम्मेदार नागरिक थे। इसलिए दीप के लोगों को उन पर पूरा भरोसा था कि अजय जो भी करेंगे, तन-मन से सही करेंगे। अजय हुड्डा की उम्र इस समय 38 साल है।

अजय हुडा का शारीरिक बनावट

ऊंचाई 5.11 fit approx.
Weight72  kg
Body measurement40,30,14
कमर 32 Inch – 76cm (aprox)
सीने की चोदई 40 inch
चमड़ी का रंग Brown
 Eye colorDark
ब्लड ग्रुप No data
 Hair colorBlack
Dress SizeT-shirt with full length
Body typeslim
S*xual OrientationStraight
S*xualityMale
जूतों का साईज 9.0 Inch – 25.4cm
Shoe Size9.0 Inch – 25.4cm
Thigh sizeN/A
कौनसे ब्रांड की टी शर्ट पहनते है Owen
Biceps and arms size16 inch  (XL)
क्या शरीर पर कोई टेटू है No tattoo
ComplexionFair

अजय हुड्डा से कैसे मिलें ?

दोस्तों, आप जानते हैं कि अगर हम किसी साधारण व्यक्ति से मिलते हैं, तो हमें किसी भी तरह की सुरक्षा और अपॉइंटमेंट की आवश्यकता नहीं होती है। जैसे-जैसे कोई व्यक्ति प्रसिद्ध होता जाता है, उसकी कीमत बढ़ती जाती है। और जब उसके प्रशंसक बढ़ते हैं, तो वे सभी प्रशंसक अपने स्टार से मिलना चाहते हैं।

आप यह भी जानते हैं कि अजय हुड्डा के कितने प्रशंसक हैं। अगर अजय हुड्डा सभी से मिलने बैठ जाएं, तो उनकी पूरी जिंदगी लग जाएगी। जब कोई व्यक्ति प्रसिद्ध हो जाता है, तो उसके प्रतिस्पर्धी जलने लगते हैं। जिसके कारण वे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। अजय हुड्डा से मिलने के लिए आप कई तरीके अपना सकते हैं। अजय हुड्डा से मिलने के लिए आप मोर म्यूजिक जैसे बड़े म्यूजिक से संपर्क कर सकते हैं, आप उन्हें फेसबुक, इंस्टाग्राम पर फॉलो कर सकते हैं। या आप अफेन स्टार से मिलने उनके गांव जा सकते हैं लेकिन आपके पास उनसे मिलने का कोई अच्छा कारण होना चाहिए।

अगर आपके पास कान नहीं है, तो वे आपसे नहीं मिलेंगे। आपको अजय भाई के लिए कुछ करना होगा ताकि अजय हुड्डा चक्कर आपसे मिलने आए। इसके अलावा हमारे पास कई तरीके हैं जिनसे आप अजय हुड्डा से संपर्क कर सकते हैं। इसलिए लेख को पूरा पढ़ें। आपको कोई न कोई तरीका मिल ही जाएगा जिससे आप अजय हुड्डा से मिल सकते हैं

इन तरीकों से हम अजय हुड्डा से मिल सकते है?

By Contact – 9991******

By Whatsapp – 972568XXXX

By what app group link- Desi Boys

By Email address-ajayhoodafoji@gmail.com

By Facebook- https://www.facebook.com/ajayhoodaofficial1/

By Twitter-https://twitter.com/ajayhooda_

By Instagrame- https://www.instagram.com/ajayhoodaofficial/?hl=en

By Facebook- https://www.facebook.com/ajayhoodaofficial1/

अजय हुड्डा के what’s app number

दोस्तों, अजय हुड्डा का व्हाट्सएप नंबर आपको नहीं मिल रहा है। क्योंकि वह एक अभिनेता हैं | गीतकार, संगीतकार, कलाकार के नंबर निजी हैं। अगर किसी को उनका नंबर मिल गया तो दिक्कत हो जाएगी। लोग इतने कॉल करने लगेंगे कि पूछो मत, इस वजह से इस तरह की जानकारी सार्वजनिक नहीं हो पाती।

999199**** (नंबर पहले से ही इंटरनेट पर है, मैं नहीं कह सकता कि यह नंबर सच है)

अजय हुड्डा के whatsap नंबर

 देशी लड़के –  Join Now   

जाट के ठाठ – live

थार वाला यार –click here

चौधरी बॉय्ज़- click here

राम राम –click here

फौजी भाई click here

हम अजय हुडा से हम इंसटाग्राम के माध्यम से मिल सकते है?

दोस्तों अगर आपको अपने हीरो अजय हुड्डा पसंद हैं तो आप उनसे मिलने का कोई न कोई रास्ता जरूर ढूंढ रहे होंगे। अगर आप उन्हें पसंद करते हैं तो आप उन्हें इंस्टाग्राम पर फॉलो कर सकते हैं। अगर आप उनसे लगातार इंस्टाग्राम पर जुड़े रहेंगे तो आपको उनके बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी। अजय हुड्डा आपके सामने जो भी जार खोलेंगे आप अच्छे से जान पाएंगे। दोस्तों आप अजय को टैग करके पोस्ट करें। अगर आप उनसे मिलने की इच्छा स्वीकार करते हैं।

तो आप अजय हुड्डा से जरूर मिल सकते हैं। आप उनकी जिंदगी से जुड़ी सारी जानकारी और उनके सभी सॉन्ग वीडियो पाने के लिए उन्हें instagram.com/ajayhoodaofficial/?hl=en पर फॉलो कर सकते हैं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर अब तक 1209 पोस्ट डाले हैं। अब तक उनके इंस्टाग्राम पर 1M फॉलोअर्स हैं और उन्होंने 43 लोगों को फॉलो किया है।

Ajay hooda instagram name- ajayhoodaofficial

Ajay hooda address link- https://www.instagram.com/ajayhoodaofficial/?hl=en

Ajay hooda Instagram posts- 1209

Ajay hooda Instagram followers – 1M

Ajay hooda Instagrame following –43

अजय हुड्डा से हम ट्विटर के माध्यम से मिल सकते है ?

दोस्तों ट्विटर अपनी स्थिति को सार्वजनिक रूप से साझा करने का सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म है। अगर कोई नेता किसी के बारे में कुछ कहता है तो हम ट्विटर के जरिए उस बात का समर्थन कर सकते हैं। जैसे अमेरिका के राष्ट्रपति ने मोदी पर जातिवाद का ट्वीट करके तंज कसा था। तो जवाब में मोदी ने रीट्वीट करते हुए अपनी पोल खोल दी। दोस्तों बात अजय हुड्डा की अगर आप अजय हुड्डा के फैन हैं तो आप उन्हें ट्विटर पर फॉलो कर सकते हैं। अगर आपको ट्विटर पर उनके वीडियो के बारे में कोई अच्छा सुझाव है। या फिर वो उनकी खामियां गिनाते हैं तो अजय हुड्डा आपका शुक्रिया अदा कर सकते हैं। इस तरह आप आगे बढ़ सकते हैं।

Ajay hoodaTwitter account address-twitter.com/ajayhooda_

Ajay hooda twitter tweets- 10

Ajay hooda twitter following- 1

Ajay hooda twitter total followers- 47k

अजय हुड्डा से हम Facebook के माध्यम से मिल सकते है ?

दोस्तों, हम अपने स्टार गायक और लेखक अजय हुड्डा से मिलने के लिए कई तरीके ढूंढते हैं, जिसके जरिए हम अजय हुड्डा से सीधी बात कर सकते हैं। जो व्यक्ति अजय हुड्डा का असली फैन होता है वह उनसे मिलने के लिए तरह-तरह की तरकीबें ढूंढता है। जिनमें से एक है फेसबुक। दोस्तों अजय हुड्डा से मिलने के लिए आपको उन्हें फेसबुक पर फॉलो करना होगा। आप उन्हें फेसबुक पर टैग करें और उनके लिए कुछ ऐसा लिखें कि अजय हुड्डा खुद आपसे मिलने के लिए बेताब हो जाएं।

दोस्तों, आप अपने स्टार अजय हुड्डा को फेसबुक पर फॉलो कर पाए हैं। उनकी फेस बुक आईडी facebook.com/ajayhoodaofficial1/ है, आप गूगल सर्च इंजन पर जाएं और https://www.facebook.com/ajayhoodaofficial1/ लिखें तो आप अजय हुड्डा की आईडी पर पहुंच जाएंगे। अजय हुड्डा को फेसबुक पर 117K लोगों ने लाइक किया है और 274K लोगों ने उन्हें फॉलो किया है।

face book id- facebook.com/ajayhoodaofficial1/

following- 891K

likes- N/A

अजय हुडा के ईमेल एड्रैस

दोस्तों, हमें जो व्यक्ति सबसे ज्यादा पसंद होता है। हम उन्हें फॉलो करते हैं। उनके आचरण को हम अपने जीवन में लागू करना शुरू कर देते हैं। जो हमारी नजर में हीरो होता है। हम उनके कई कदमों का अनुसरण करते हैं। हम उनके जैसा बनना चाहते हैं। लेकिन कभी-कभी हमारे दिल में ऐसी बात होती है जिसे हम अपने स्टार अजय हुड्डा तक पहुंचाना चाहते हैं। इसलिए हमारे पास कोई स्टिक मीडियम नहीं है। अगर हम इंस्टाग्राम पर कमेंट करते हैं। तो कोई भी इंस्टाग्रामर सभी कमेंट नहीं पढ़ सकता है।

हो सकता है कि हमारा कमेंट फूड पर खो जाए। सुरक्षा कारणों से हमारे पास उनका कोई भी संपर्क नंबर उपलब्ध नहीं है। इसलिए हमारे पास उनसे मिलने का एक ही तरीका है जो सबसे चिपचिपा तरीका है। आप अजय हुड्डा के ईमेल पर संदेश भेज सकते हैं। आप उन्हें उनके आधिकारिक ईमेल पर मेल कर सकते हैं। अगर आप अजय हुड्डा का समर्थन करना चाहते हैं या किसी को अजय हुड्डा से जोड़ना चाहते हैं तो आपको उन्हें मेल करना होगा अगर उन्हें आपका ऑफर पसंद आया तो वे आपको वापस मेल करेंगे। अजय हुड्डा का बिजनेस मेल है – ajayhoodafoji@gmail.com आप इस मेल पर अपना संदेश भेज सकते हैं।

अजय हुड्डा का एड्रैस

अजय हुडा का जन्म स्थान Khidwali village
अजय हुडा के घर का पता खिदवाली गाँव
Ajay hooda Residence addressvillage of Kherwada district, Rohtak, Haryana
Ajay hooda House addressKhidwali village
Ajay hooda Permanent Home townहरयाणा
अजय हुड्डा की वर्तमान लोकेसन Kherwada district, Rohtak, Haryana India

अजय हुड्डा का पता क्या है ?

दोस्तों अगर आप अजय हुड्डा से मिलना चाहते हैं तो आपके लिए ज्यादा मुश्किल नहीं है। क्योंकि अजय हुड्डा हमारी तरह ही एक आम आदमी हैं। वह किसी बॉलीवुड सेलिब्रिटी की तरह नहीं हैं कि आपको उनसे मिलने के लिए कई लोगों के रोल करने पड़ें। दोस्तों अजय हुड्डा से मिलने के लिए आपको उनके कमेंट बॉक्स में उनसे मिलने की एक खास वजह बतानी होगी। तभी अजय हुड्डा आपसे खास तौर पर मिलेंगे। दोस्तों आप भी जानते हैं कि हुड्डा अपने काम के प्रति कितने सजग हैं।

वह रात के 2 या 3 बजे तक हमारे लिए काम करते हैं। इसलिए अगर सभी फैन्स उनसे मिलने आएंगे तो वह काम भी नहीं कर पाएंगे। भाई की फैन फ्लोइंग बहुत ज्यादा है। यानी उनके फैन्स इतने ज्यादा हैं कि अगर उनके घर का पता दे दिया जाए तो पूरे भारत से लोग उनके घर आने लगेंगे। और अजय हुड्डा उनसे मिलते-जुलते थक जाएंगे। तो दोस्तों अगर आप उनसे मिलना चाहते हैं तो आप उनके बिजनेस ईमेल के जरिए उनसे संपर्क कर सकते हैं।

अगर आप दुनिया के किसी भी कोने में हैं तो आपको अजय हुड्डा से भारत के हरियाणा राज्य के रोहतक जिले के खिड़वाली गांव में आना पड़ेगा। अगर आप अपने रोहतक के लोगों से पूछताछ करेंगे तो आपको उनका पूरा पता मिल जाएगा। आपको ऐसे कई गायक मिल जाएंगे जो अजय हुड्डा से व्यक्तिगत रूप से मिलने आए हैं। अधिक जानकारी के लिए अपना संदेश उनके व्यावसायिक ईमेल ajayhoodafoji@gmail.com पर भेजें।

अजय हुड्डा कब और कहाँ जन्मे थे ?

दोस्तों, हर कोई जानना चाहता है कि अजय हुड्डा का जन्म कहां और कैसे हुआ। अजय हुड्डा का जन्म 6 अक्टूबर 1983 को एक जाट परिवार में हुआ था। उनके पिता एक किसान थे। अजय हुड्डा का जन्म हरियाणा के रोहतक जिले के खेरवाड़ा गांव में हुआ था। आज अजय हुड्डा 29 साल के हो गए हैं। अजय हुड्डा कहते हैं कि मैंने अपनी पत्नी के लिए गीत लिखना शुरू किया, जब मुझे उनकी याद आई तो मैंने अपनी पत्नी के लिए गीत लिखा।

क्या अजय हुडा एक भूतपूर्व सैनिक है , अजय हुडा भारतीय सेना में थे

दोस्तों हुड्डा को बचपन से ही गाने सुनने, गाने गाने का बहुत शौक था। उनकी रूचि देशभक्ति में बहुत ज्यादा थी। इसीलिए अजय हुड्डा ने 15 साल तक भारतीय सेना में अपना महान योगदान दिया। 15 साल की सेवा पूरी करने के बाद भी उनका हौसला कम नहीं हुआ, उन्होंने अपने गम को जुनून में बदल दिया। अजय हुड्डा बताते हैं कि सेना के दौरान उन्हें बहुत कम पैसे बचते थे। इसलिए देश की सेवा की जिम्मेदारी से बंधे होने के कारण वे अपना जीवन पूरी तरह से नहीं जी पाए।

जब ​​वे सेना की नौकरी में थे तब भी वे गाने लिखा करते थे। लेकिन उन्हें इतना समय नहीं मिल पाता था कि वे गानों को लोगों के सामने ला सकें। जब 15 साल की सेवा पूरी होने के बाद उन्हें लगा कि वे गानों के जरिए हरियाणा के लोगों के दिन भरेंगे और पूरे भारत में हरियाणा की संस्कृति का प्रचार करेंगे। रथयारमेंट के बाद उन्होंने ऐसे गाने लिखे जो आज के समय में भी पुराने गानों को टक्कर देते हैं।

this image taken form Ajay Huda official Facebook account

अजय हुडा का होम टाउन

address- Kherwada district, Rohtak, Haryana

school- Shri Baba Mast Nath Public School (SMPS), Rohtak, Haryana

College- N/A

अजय हुड्डा का गाँव

दोस्तों जब कोई व्यक्ति स्टार बनता है तो उसके लाखों करोड़ो फैन हो जाते हैं लोग अपने कदम पर कदम रखते हुए सफलता हासिल करना चाहते हैं इसलिए लोग अपने स्टार के बारे में हर चीज को करीब से जानना चाहते हैं। ताकि आपके स्टार को देखकर आपको कुछ प्रेरणा मिल सके और साथ ही आप उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए एक दिशा निर्देश मिल सकें। दोस्तों आज का जमाना ऐसा है जिसमें कोई भी स्टार बन सकता है। जरूरी नहीं है कि सिर्फ अमीर लोग ही अपने पैसों के दम पर लोगों की दौलत पर राज करें।

अगर आपमें जुनून और कुछ कर दोस्ती की आग है तो आप भी कुछ पुराने लोगों के दिलों पर राज कर सकते हैं। अजय देवगन किसी फिल्मी नगरी या किसी बड़े परिवार से नहीं आते हैं। अजय डेयरी डीलर जिला देहरादून, हरियाणा से आते हैं। अजय डेयरी का जन्म हरियाणा में हुआ था। वह एक किसान परिवार से स्वामित्व रखते हैं

अजय हुड्डा की शिक्षा

schooling- 12 passed

College- N/A

school name- Shri Baba Mast Nath Public School (SMPS), Rohtak, Haryana

college name -N/A

अजय हुड्डा की school college and qualification

स्कूल
Shri Baba Mast Nath Public School (SMPS), Rohtak, Haryana
कॉलेज NB/A
कॉलेज की शिक्षा 12 th pass
अनय सकिल Writing singing and influencer
मुख्य धंधा Ex-serviceman in indian army and in present singer ,writer and actor
सपना हरयाणा के बारे में सब कुछ जानना

अजय हुड्डा का परिवार

अजय हुड्डा का जन्म एक जाट परिवार में हुआ था। उनकी मां राजबाला हुड्डा एक गृहिणी थीं जो खेतों में काम करती थीं। जबकि उनके पिता भारतीय सेना में थे। अजय हुड्डा की शादी महज 18 साल की उम्र में नैना हुड्डा से हुई थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि जब अजय हुड्डा सेना की नौकरी में थे, तब वह अपनी पत्नी के लिए गाने लिखा करते थे। बहन इंदु हुड्डा, भाई विजय हुड्डा और माता-पिता और पति ने अजय को गानों के लिए पूरा सपोर्ट किया क्योंकि वह एक जिम्मेदार नागरिक थे। इसलिए दीप के लोगों को उन पर पूरा भरोसा था कि अजय जो भी करेंगे, अपने तन और मन से सही करेंगे। अजय हुड्डा इस समय 38 साल के हैं।

अजय हुडा के पिता का नाम राजवीर हुडा
माताजी का नाम राजबाला हुड्डा
धर्मपत्नी का नाम नैना हुडा
अजय हुड्डा की बहन का नाम इन्दु हुड्डा
Ajay hooda music master nameमंजीत पांचाल

अजय हुड्डा का वास्तविक नाम क्या है ?

दोस्तों हम देखते हैं कि जो बच्चा परिवार में सबको आकर्षित करता है, परिवार के लोग उस बच्चे को अपने हिसाब से अलग-अलग नाम देते हैं। कोई प्यार से कुछ कहता है तो कोई कुछ। तो दोस्तों अजय हुड्डा का असली नाम अजय रणवीर हुड्डा है। दोस्तों ऐसे कई नाम हैं जिनका कोई सरनेम नहीं मिल पाता। इसलिए अजय हुड्डा का कोई दूसरा नाम नहीं मिला। लोग उन्हें हुड्डा के नाम से ही जानते हैं।

अजय हुड्डा की प्रकर्ति

दोस्तों अजय हुड्डा एक मशहूर इंसान होने के साथ-साथ एक जिम्मेदार नागरिक भी हैं। वह एक बेहतरीन सिपाही हैं इसलिए जिम्मेदारी उनसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता। अजय हुड्डा ने हमेशा अपने हरियाणा की संस्कृति को सबसे ऊपर रखा है। वे किसी जिले या गांव का प्रचार नहीं करते हैं। बहुत से लोग जातिवादी गीत गाते हैं। जबकि अजय हुड्डा ने अपनी जाति का समर्थन न करते हुए पूरे हरियाणा को अपना माना है। वह सभी की भावनाओं का सम्मान करते हैं। कोई भी गीत ऐसा नहीं लिखा जाता जिसमें कोई जातिवादी शब्द हो या किसी का अपमान हो।

अजय हुड्डा एक इंटरव्यू में बताते थे कि एक बार वह एक अच्छा गीत लिखने की कोशिश कर रहे थे, उसी दौरान उन्हें एक छोटी बच्ची का फोन आया। बच्ची ने कहा कि मैं अंकल में आपके गाने बहुत सुनती हूं। इसलिए आप सभी को ध्यान में रखकर गीत लिखना। अब अजय हुड्डा के सभी गीतों पर आपको इसका असर देखने को मिलेगा। अजह हुड्डा अपने गीतों में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते हैं जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे

अजय हुड्डा के पिता का नाम

दोस्तों अजय हुड्डा ने अपने परिवार के बारे में सार्वजनिक रूप से घोषणा नहीं की है। कई बार वह अपने वीडियो में बताते हैं कि उनके पिता फौजी हैं। बचपन में वह अपने पिता के साथ खेतों में जाते थे। पिता उन्हें आत्मसम्मान और जीवन के अन्य पहलुओं के बारे में बताते थे। उन्होंने कभी भी अपने पिता का नाम सार्वजनिक रूप से घोषित नहीं किया। अजय हुड्डा आर्मी मैन के बेटे हैं। आज भी, जब उन्हें थोड़ा समय मिलता है, तो वह अपने खेतों में घूमने जाते हैं।

अजय हुड्डा को क्या क्या पसंद है?

पसंदीदा खाना Homemade food and bajra roti
Favourite colorलाल नीला
पसंदीदा गायकार Ruchika jangid
खेल बेसबॉल
sestinationजयपुर
Idalलखमीचन्द
Favorate actressमाधुरी दीक्षित
पसंदीदा एक्टर Ajay devgan and south super star alu arjur

अजह हुड्डा के माता पिता कौन है ?

Ajay hooda is a Ex-servicemen at this time and he is work as singer writer of Haryanvi song, everyone knows about Ajay hooda.

अजह हुडा की पत्नी का नाम, क्या ये लव मैरेज थी।

दोस्तों जो मशहूर हो जाता है। तो उसके लाखों प्रशंसक होते हैं। हर प्रशंसक अपने स्टार के बारे में सब कुछ जानना चाहता है। क्योंकि वह अपने हीरो को फॉलो करता है। वही स्टाइल अपनाता है। उनके जैसे कपड़े पहनता है। उनके जैसे चलता है। आपने कहावत तो सुनी होगी कि हर सफल व्यक्ति के पीछे एक महिला का हाथ होता है। हर व्यक्ति के मन में यह सवाल होता होगा कि वह कैसी महिला होगी जिसकी वजह से अजय हुड्डा आप इस मुकाम पर हैं।

दोस्तों अजय हुड्डा अपनी पत्नी के बारे में ज्यादा जिक्र नहीं करते हैं। मालूम हो कि अजय हुड्डा की शादी महज 18 साल की उम्र में ही हो गई थी। अजय हुड्डा की पत्नी का नाम नेना है। अजय हुड्डा की कोई गर्लफ्रेंड नहीं है। क्योंकि वह अपनी पत्नी से बहुत प्यार करता है जिसकी वजह से उसके दिल में किसी और के लिए जगह नहीं है। अजय हुड्डा अपनी पत्नी से इतना प्यार करते थे कि उनके करियर की शुरुआत उनकी पत्नी से ही हुई थी।

अजय हुडा की एकमात्र प्रेमिका का नाम ।

दोस्तों अजय हुड्डा के प्रेम प्रसंग और महिला मित्र के बारे में आपको मुन्ने को कोई जगह नहीं मिलेगी। क्योंकि अजय हुड्डा के पिता एक सैनिक थे। इसलिए उन्होंने अपना सारा समय पढ़ाई में लगाया। जब वह 18 साल के थे, तब उन्होंने भारतीय सेना ज्वाइन कर ली थी। भारतीय सेना में भर्ती होने के कुछ दिनों बाद ही उनकी शादी हो गई। जब जवानी अपने चरम पर होती है, उससे पहले अजय हुड्डा से शादी कर ली। इसलिए उन्हें किसी महिला मित्र की जरूरत नहीं थी। अजय हुड्डा के अनुसार महिला मित्र के चक्कर में वही लोग आते हैं जिनका कोई लक्ष्य नहीं होता।

क्या अजय हुडा विवाहित है, उनका अफेयर किन लड़कियों के साथ था

Ajay hooda married – He is married with Naina hooda

Girl friend- No girlfriend (HE warked with sonika singh, pooja hooda, Anjali ragaw, Ruchika jangid)

अजय हुड्डा की शादी शुदा लाइफ कैसी है ?

अजय हुड्डा बताते हैं कि उनकी शादी महज 18 साल की उम्र में हो गई थी। तब वह सेना में भर्ती हुए थे। फिलहाल उनका एक बेटा भी है। अजय हुड्डा अपने बेटे के बारे में बताते हैं कि भले ही आपको मेरे गानों में खामियां न दिखें, लेकिन मेरा बेटा गानों में खूबियां निकालता रहता है। मैंने एक दिन पूछा कि तुम इतनी कमियां क्यों निकालते हो, लोग अपनी कमियां नहीं निकालते, उन्हें मेरे गाने बहुत पसंद आते हैं। तो बेटे ने कहा कि पापा मैं आपको जागरूक करना चाहता हूं। और आप दुनिया के सबसे मशहूर व्यक्ति बन सकते हैं।

अजय हुडा की आयु क्या है?

दोस्तों एक छोटे से राज्य का एक छोटा लड़का बचपन में इतने बड़े मुकाम पर पहुंच जाता है तो लोगों के मन में सवाल उठता है कि अजय हुड्डा की असली उम्र क्या है। क्योंकि अगर लोगों को अजय हुड्डा के बारे में पता चलता है तो लोग अजय हुड्डा के जीवन से प्रेरित होते हैं या लोग अजय हुड्डा से प्रेरित होकर कुछ नया करने की ठान लेते हैं। और उसी राह पर चलकर आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं। दोस्तों बता दूं कि अजय हुड्डा की उम्र इतनी है कि अजय हुड्डा अभी भी शादीशुदा हैं। अजय हुड्डा का जन्म 6 अक्टूबर 1983 को हरियाणा के रोहतक जिले के खेरवाड़ा गांव में एक जाट परिवार में हुआ था। 2022 के हिसाब से उनकी उम्र 29 साल है।

अजय हुडा का जन्म दिन और गृह नक्षत्र

दोस्तों, हर कोई जानना चाहता है कि अजय हुड्डा का जन्म कहां और कैसे हुआ। अजय हुड्डा का जन्म 6 अक्टूबर 1983 को एक जाट परिवार में हुआ था। उनके पिता पैसे से फौजी थे। अजय हुड्डा का जन्म हरियाणा के रोहतक जिले के खेरवाड़ा गांव में हुआ था। आज अजय हुड्डा 29 साल के हो गए हैं। अगर आप अजय हुड्डा से मिलना चाहते हैं, तो आप हरियाणा के रोहतक जिले के खेरवाड़ा गांव से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, इस कॉलेज में पढ़ने वाला हर छात्र अजय हुड्डा का दीवाना है। वह आपको उनके पते पर भेज देगा।

अजय हुड्डा की जाती क्या है? हुड्डा कौन होते है?

दोस्तों, नाम में क्या रखा है या जाति में क्या रखा है, यह कहना अच्छा लगता है। बने की प्रतिभा की कद्र होती है। जी हां, हमारा मानना ​​है कि व्यक्ति की पहचान उसके कर्मों से होती है। फिर भी लोग जातिवाद को लेकर अभी भी काफी सचेत हैं। अगर कोई भी व्यक्ति आपके स्तर से ऊपर उठ जाता है। तो आप अपना सिर ऊंचा करके चलेंगे। हमारी जाति का। हालांकि हम भी किसी जाति का समर्थन नहीं करते हैं, फिर भी कई लोगों के मन में जाति को लेकर सवाल होता है, तो बता दें कि अजय हुड्डा। अजय हुड्डा। अजय जाट परिवार से हैं, जाट मेहनत के लिए जाने जाते हैं। हरियाणा एक जाट बहुल क्षेत्र है

Ajay Hooda songs

 DateSongs nameSinger
6 April 2015सॉलिड बॉडी हरयानवी Sheenam kaitholic and raju Panjabi
23 April 2017जाट जाटनी Ganga Haryanvi
10 Aug 2019Dil wali kothiSandeep surila
6 October 2019रंगून Sandeep surila and Ruchika jangid
9 Oct 2019टिक टॉक Ruchika jangid and surila
10 November 2019Name announcerSandeeep surila and Ruchika
21 December 2019Thank youSandeep surila
2 March 2020खलनायक Sandeep Surila
6 June 2020सेटटिंग MD Deshi Rockstar
24 July 2020Left rightSandeep Surila
28 Sep 2020किसान Mukesh fauji

अजय हुड्डा की कुल संपती और आय के स्त्रोत

दोस्तों अजय हुड्डा ने कभी भी अपनी कमाई को सार्वजनिक नहीं किया। उनके सभी गाने अलग-अलग म्यूजिक स्टूडियो पर आए हैं, पहले मोर म्यूजिक पर आते थे, कभी किंग्स्टन पर, कभी VR-BROS पर। देखा जाए तो अजय हुड्डा का कोई पर्सनल यूट्यूब चैनल नहीं है। इसलिए उनकी कमाई मोर स्टूडियो से होती है। अनुमान है कि उनकी कमाई 20 लाख प्रति वर्ष है।

क्या अजय हुडा को परिवार का समर्थन मिला ?

दोस्तों, ऐसा अधिकतर देखा जाता है कि अगर हम कुछ नया करते हैं तो हमारा परिवार हमारा साथ नहीं देता। क्योंकि हमारे बड़े बुजुर्गों का मानना ​​है। नाचना-गाना तो छोटा काम है। कुछ ऐसा करो कि तुम अपनी शादी में डांस करने वालों को बुला सको। तुममें इतनी क्षमता होनी चाहिए कि तुम किराए पर नाचने-गाने और तमाशा करने वाले लोगों को बुला सको। दोस्तों, इस वजह से अधिकतर परिवार हमारा साथ नहीं देता। क्योंकि हम पहले से ही सक्षम नहीं होते। अगर आप पहले सक्षम हैं उसके बाद आप कोई भी ऐसा काम करते हैं ।

तो उसे जिम्मेदारी के साथ करेंगे जिससे आपके परिवार वालों को कोई परेशानी नहीं होगी और आपके परिवार वाले आपका साथ देंगे। ऐसा ही अजय हुड्डा के साथ हुआ। अजय हुड्डा एक पूर्व सैनिक हैं और एक सैनिक से अच्छा अनुशासन किसी और का नहीं हो सकता। एक सैनिक अगर कोई काम करता है तो पूरी जिम्मेदारी के साथ करता है। इसलिए परिवार अजय हुड्डा का पूरा साथ देता है। अजय हुड्डा के मुताबिक उनका सबसे ज्यादा साथ उनके भाई और पत्नी ने दिया। अजय हुड्डा ने साफ कहा कि आप उनके काम को लेकर कोई सवाल नहीं पूछेंगे। मैं जो भी कर रहा हूं पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रहा हूं।

अजय हुडा के जीवन का संघर्ष

दोस्तों अजय हुड्डा बचपन से ही प्रतिभा के धनी थे। उन्हें बचपन से ही गाने सुनने का बड़ा शौक था। उनकी शादी मात्र 18 साल की उम्र में हो गई थी। और 18 साल की उम्र में अपनी मेहनत के बल पर भारतीय सेना में भर्ती हो गए। अजय हुड्डा सेना में रहते हुए अपनी पत्नी की याद में गाने गाते थे। उन दिनों सेना के जवानों को बहुत कम छुट्टी मिलती थी, इसलिए अजय हुड्डा ने शुरुआती दिनों में अपनी पत्नी की याद में दुख भरे गाने लिखे। वैसे तो अजय हुड्डा ने अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत हरियाणवी सैड सॉन्ग से की थी।

लेकिन बाद में उन्होंने अपनी पत्नी के लिए प्रेम गीत भी लिखे। 15 साल तक सेना में नौकरी करने के बाद उन्होंने प्रेम गीत लिखना और गाना शुरू किया। सबसे पहले 6 अप्रैल 2015 को उनका पहला गाना सॉलिड बॉडी आया, जिसे सोनम कैथोलिक और राजू पंजाबी ने आवाज दी थी यह गाना ज्यादा पॉपुलर नहीं हुआ लेकिन इसी सीरीज में सेटिंग, लेफ्ट राईट, तागड़ी और बहु ​​कलाये आए जिसने हरियाणवी गानों को नई पहचान दी।

अजय हुड्डा एक इंटरव्यू में बताते हैं कि जब वह आर्मी से रिटायर हुए तो उसके बाद उनके पास खेती के अलावा कोई काम नहीं था, अजय हुड्डा की काबिलियत को देखते हुए अजय हुड्डा के बड़े भाई ने अपने छोटे भाई अजय को उस समय के मशहूर कलाकार मंजीत पांचाल से मिलवाया जो उस समय हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री के जाने माने कलाकार थे। मंजीत पांचाल ने अजय को अपना शिष्य माना और उन्हें सारे गुर सिखाए, अजय हुड्डा ने भी मंजीत पांचाल को अपना गुरु मान लिया। अजय हुड्डा की पहली एल्बम में उन्होंने इनवे द्वारा एल्बम रिलीज किया था

अजय हुडा के पास ये कार है

अजय हुड्डा को लग्जरी कार का शौक है, जब वह अपने काम के लिए फील्ड में जाते हैं तो वह अपनी कार में बैठकर जाते हैं, वैसे अजय हुड्डा के पास एक से बढ़कर एक लग्जरी कारें हैं जिनकी जानकारी नीचे दी गई है –

Suzuki Esteem

उज़ुकी एस्टीम टूर के लिए सबसे ज़्यादा इस्तेमाल की जाने वाली कारों में से एक है। अजय हुड्डा के पास सुजुकी एस्टीम का 2008 मॉडल है और यह मॉडल बंद हो चुका है और कार का उत्पादन बंद हो चुका है। कुल मिलाकर एस्टीम एक शानदार कार है। इसमें वो सब कुछ है जो आपको एक छोटी सेडान से चाहिए और जिसकी आपको ज़रूरत है। यह एक बेहतरीन कार है और स्विफ्ट डिज़ायर के लिए एक बेहतरीन पूर्ववर्ती है। बंद होने के बाद कार की कीमत लगभग 4.50 लाख रुपये है।

Bolero SLX

महिंद्रा बोलेरो एसएलएक्स यह सभी कारों के लिए सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली कार है। हालाँकि, उन्होंने इस कार का इस्तेमाल अपने प्रयोग के लिए भी किया था। महिंद्रा बोलेरो महिंद्रा की सबसे पुरानी एमयूवी में से एक है। बोलेरो एसएलएक्स इस मल्टीपर्पज यूटिलिटी व्हीकल का मध्य संस्करण है, जिसके एसएलई और जेडएलएक्स संस्करण हैं। महिंद्रा बोलेरो एसएलएक्स एक मजबूत, लेकिन साथ ही खूबसूरत कार है। भारत में इस कार की कीमत करीब 8.50-11 लाख रुपये है।

Pulsar 220

अजय हुड्डा के पास इस बाइक में कई बाइक हैं और यह उन बाइक में से एक है जिसका इस्तेमाल घरेलू उद्देश्यों के लिए किया जाता है। उनकी हालिया बाइक की तरह ही यह भी उनके प्रयोग वीडियो में सबसे ज्यादा देखी गई बाइक है। इस बाइक की अनुमानित कीमत 2021 में लगभग 1.5 लाख रुपये है। बजाज पल्सर 220 एंट्री-लेवल परफॉरमेंस बाइक सेगमेंट में निर्विवाद राजा है।

HF Deluxe

इस बाइक की कीमत लगभग 65,000 रुपये है। हीरो HF डीलक्स भारतीय बाजार में ब्रांड की सबसे ज्यादा बिकने वाली मोटरसाइकिलों में से एक है, जो पिछले कुछ सालों में लगातार अच्छी बिक्री कर रही है।

अजय हुडा की फेवरेट चीजें

Ajay hooda Favorite Actorअक्षय कुमार
Favorite ActressMadhuri dixit
Ajay hooda Favorite Singer(Male)मंजीत पांचाल
Favorite Singer(female)Ruchika jangid
Ajay hooda Favorite Appइंसतगरम
Favorite Movieधाकड़ मेन
Ajay hooda Favorite Sportsmanविराट कोहली
Favorite SongHaryanvi ragni and Solid body
HobbiesSinging, writing Traveling, Life Enjoying
Ajay hooda Favorite FoodBajra roti and Haryanvi food
Ajay hooda Favorite tourismजयपुर
Favorite FootballerN/A
Favorite TV Showवास्तविक शो
Favorite Cricketerमहेंद्र सिंह धोनी जी
Favorite Game  कबड्डी

अजय हुड्डा की सफलता का राज

अजय हुड्डा का मानना ​​है कि अगर आपको सफल होना है तो आपको अपने सपनों के लिए समय निकालना होगा। समय कभी नहीं आता। दुनिया में वही व्यक्ति कुछ कर सकता है जो अपने सपनों के लिए मेहनत करता है। हर कोई आजीविका के लिए मेहनत करता है। अजय हुड्डा की सफलता का राज उनकी पत्नी हैं। उन्होंने अपनी पत्नी के लिए गाने लिखे। फिर मंजीत पांचाल ने उनके उन्हीं गानों को लोगों के सामने रखा। तो हम कह सकते हैं कि उनके गानों को लोगों के सामने रखने में मजीत की अहम भूमिका है।

वर्तमान समय में अजय हुडा कहाँ पर रहते है ?

उत्तर- अजय हुड्डा भारत के एक आम नागरिक हैं जो वर्तमान में खेरवाड़ा जिला, रोहतक, हरियाणा में रहते हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा खेरवाड़ा जिला, रोहतक, हरियाणा से की है। अजय हुड्डा हम जैसे ही एक सामान्य व्यक्ति हैं, वे खुद को इतना बड़ा सेलिब्रिटी नहीं मानते। उन्हें सिंपल रहना पसंद है। उस समय वे टाइट कपड़े पहनते थे। लेकिन कुछ समय बाद वे अपने असली रूप में आ गए क्योंकि उन्हें यही सबसे ज्यादा पसंद है। अजय हुड्डा ज्यादातर टी-शर्ट में रहते हैं।

अजय हुडा के शोक क्या क्या है ?

दोस्तों अजय हुड्डा जैसे बाहर से दिखते हैं, वैसे ही वह अंदर से भी हैं। अजय हुड्डा एक साधारण इंसान हैं जो सबका ख्याल रखते हैं। अजय हुड्डा बिल्कुल हमारे जैसे ही हैं। अजय हुड्डा को देशी खाना खाना बहुत पसंद है, जिसमें करेला और बाजरे की रोटी उनकी पसंदीदा है। इसके साथ ही अजय हुड्डा को कुश्ती और मुक्केबाजी बहुत पसंद है। वह अपने खाली समय में मुक्केबाजी का अभ्यास करते हैं। अजय हुड्डा चाहे कितने भी व्यस्त क्यों न हों, लेकिन वह अपनी शारीरिक फिटनेस के लिए हमेशा समय निकाल ही लेते हैं।

अनय हुड्डा ने फोज में नौकरी के दौरान गाने लिखे

दोस्तों अजय हुड्डा अपने इंटरव्यू में इस बात का खुलासा करते हैं उन्होंने सरहद पर रहते हुए कई गाने लिखे थे. जब ड्यूटी खत्म हो जाती थी. उस वक्त वो खाली वक्त में गाने लिखते हैं. जब अजय हुड्डा कई दिनों तक अपने परिवार वालों से नहीं मिल पाते थे. उस वक्त अजय हुड्डा अपने परिवार वालों की याद में दर्द भरे गाने लिखा करते थे. वो ज्यादातर गाने अपनी पत्नी की याद में लिखा करते थे।

अजय हुड्डा के मुताबिक उन्होंने अपना मशहूर गाना “बहू ज़मीनदार की” सरहद पर अपनी पत्नी की याद में लिखा था. अजय हुड्डा कहते हैं कि सपनों को पूरा करने के लिए किसी के पास याददाश्त नहीं होती. वक्त निकालना पड़ता है. जिस तरह से मैंने ड्यूटी करते हुए अपने गम को पूरा किया और आज गाने मेरे लिए दर्द बन गए हैं. जवानी को जी भरकर जीना चाहते थे अजय हुड्डा अजय हुड्डा से एक पत्रकार ने ऐसा सवाल पूछा जिसके जवाब में अजय हुड्डा बताते हैं कि वो छोटी सी उम्र में ही सेना में भर्ती हो गए थे. जो लड़के कॉलेज का मजा लेते हैं. मैं भी अपनी जवानी को जी भरकर जीना चाहता था।

लेकिन इस मस्ती के आगे सेना की ड्यूटी छोटी लगती थी. लेकिन अजय हुड्डा जो कॉलेज में एन्जॉय नहीं कर पाए, वो आज स्क्रीन पर एन्जॉय करते हैं। वो अपनी जिंदगी को खुलकर जीते हैं। वो दोनों बाहर से स्टाइलिस्ट और अंदर से देसी हैं। वो खुशी के किसी भी पल को बर्बाद नहीं करते। हर पल को खुशी के साथ जीते हैं। अजय हुड्डा कहते हैं कि वो अगले जन्म में भी हरियाणा में ही पैदा होना चाहते हैं। और अपनी जिंदगी का पूरा मजा लेना चाहते हैं।

अजय हुड्डा के बारे में अनसुने राज

अजय हुड्डा का जन्म एक जाट परिवार में हुआ था।

अजय हुड्डा की प्रारंभिक शिक्षा श्री बाबा मास नाथ पब्लिक स्कूल (SMPS), रोहतक में हुई, जो हरियाणा का एक डे बोर्डिंग स्कूल है।

अजय हुड्डा ने बेसबॉल, घुड़सवारी, गो खुल्स में भाग लिया और राष्ट्रीय स्तर पर पदक भी जीते।

अजय हुड्डा ने बताया कि उन्होंने स्कूल के दौरान प्रस्तुतियों में भाग लिया।

अजय हुड्डा का परिवार चाहता था कि वह इंजीनियर बने।

अजय हुड्डा 18 साल की उम्र में सेना में भर्ती हो गए थे

अजय की शादी 18 साल की उम्र में ही हो गई थी

भारतीय सेना में रहते हुए अजय हुड्डा ने अपनी पत्नी की याद में कई गाने लिखे।

मंजीत पांचाल को अजय हुड्डा का गुरु माना जाता है। क्योंकि अजय हुड्डा ने संगीत के सभी गुर मंजीत पांचाल से ही सीखे थे।

अजय हुड्डा के तीन गानों को यूट्यूब पर 500 मिलियन से ज़्यादा बार देखा जा चुका है।

अजय हुड्डा के 15 से ज़्यादा गाने सुपरहिट रहे हैं।

अजय हुड्डा के गाने सिर्फ़ हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरा भारत सुनता है

अजय हुड्डा का सबसे मशहूर गाना मल्टी बलेक लोगों को खूब पसंद आ रहा है।

आचार्य प्रशांत

डाइजी टैलर

नितिन गडकरी

Note– इस आर्टिकल(अजय हुड्डा) का उद्देश्य किसी की निजी जानकारी सार्वजनिक करना नहीं है। इस आर्टिकल का उद्देश्य आपके पसंदीदा हरियाणवी गायक अजय हुड्डा के बारे में बताना है। हर फैन अपने पसंदीदा गायक के बारे में जाने को इच्छुक रहता है। इस आर्टिकल में आपको जो भी जानकारी बताई गई है वो सभी इंटरनेट से ली गई है। अगर इस आर्टिकल से किसी की भावना आहत हुई है। इसके लिए हम क्षमा चाहते हैं। अगर आपको लगता है कि कोई तथ्य गलत या अच्छा नहीं है। जिससे आपकी भावना आहत हुई है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में उस तथ्य या पैराग्राफ के बारे में लिखकर भेजें। आज हमने दुनिया के सबसे प्रतिबद्ध नेता अजय हुड्डा से संपर्क करने के बारे में सीखा, हमने सीखा कि हम अजय हुड्डा से कई तरीकों से संपर्क कर सकते हैं। अगर आपको हमारी पोस्ट “अजय हुड्डा तो आप हमें कमेंट करके बता सकते

The post अजय हुड्डा से हम ऐसे मिल सकते है Ajay hooda biography appeared first on Sapne mein.

]]>
https://www.sapnemein.com/ajay-hooda-biography/feed/ 0
श्राद से संबन्धित ये गलतियाँ न करें नहीं तो https://www.sapnemein.com/pitru-paksha-rules/ https://www.sapnemein.com/pitru-paksha-rules/#respond Mon, 23 Sep 2024 09:03:58 +0000 https://www.sapnemein.com/?p=15526 नमस्कार मेरे भाई बंधुओं आपका स्वागत है , हमारे blog sapnemein.com में। दोस्तों हर वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की तिथि से आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि तक पित्र  पक्ष यानी श्राद मनाया जाता है , इस वर्ष पित्र पक्ष 17 सितंबर मंगलवार के दिन आरंभ हो रहा है […]

The post श्राद से संबन्धित ये गलतियाँ न करें नहीं तो appeared first on Sapne mein.

]]>
नमस्कार मेरे भाई बंधुओं आपका स्वागत है , हमारे blog sapnemein.com में। दोस्तों हर वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की तिथि से आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि तक पित्र  पक्ष यानी श्राद मनाया जाता है , इस वर्ष पित्र पक्ष 17 सितंबर मंगलवार के दिन आरंभ हो रहा है और 2 अक्टूबर के दिन पित्र पक्ष का समापन होगा।  पित्र पक्ष 16 दिनों तक चलते हैं, जिनहे 16 श्राद कहते है,  इन दिनों के दौरान मनुष्य को अपने पूर्वजों की संतुष्टि के लिए उपाय अवश्य ही करने चाहिए। जो भी पूर्ण श्रद्धा से अपने पित्रों की मुक्ति की कामना करता है, उसके पित्र उसे सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं । हमारी हिन्दू संस्कृति और हिन्दू धर्म में पूर्वजों को भगवान के समीप बताया गया है।  और अपने पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करना बहुत ही आवश्यक है। भगवान का आशीर्वाद पाने से पहले पितरों के आशीर्वाद प्राप्त करना जरूरी है, क्योकि भगवान तक पहुँचने की ये प्रथम सीढ़ी है , इसके बिना मनुष्य का कोई भी कार्य सफल नहीं होता है।

जो व्यक्ति अपने पूर्वजों या पितरों का श्राद्ध नहीं करता है, उनके कुल का खात्मा होना निश्चित है, और जो व्यक्ति अपने पूर्वजों का श्राद्ध तथा तर्पण सच्चे मन से करता है । वह संसार के सभी दुखों से पार चला जाता है। भगवान विष्णु जी से वरदान प्राप्त करके हमारे सभी पूर्वज पित्र पक्ष के दौरान कौवे के रूप में हमे आशीर्वाद प्रदान करने हेतु पृथ्वी पर आते हैं । वे हमारे द्वारा सम्मान प्राप्त करके बहुत आनंदित होते हैं। तथा हमारे द्वारा बनाए गए भोजन को ग्रहण करके संतुष्ट होकर हमे आशीर्वाद प्रदान करते है।  और फिर से पित्र लोक में चले जाते है। किंतु यदि कोई मनुष्य पित्र पक्ष के दौरान अपने पित्रों का आदर सत्कार नहीं करता है।  उनके स्वागत में उन्हें भोग नहीं लगाता है ,उस दौरान उसके पित्रगण  नाराज होकर वापिस लौट जाते हैं । इससे हमे पित्र दोष का सामना करना पड़ता है, और जिसके कारण हमारे जीवन विभिन्न प्रकार के दोष और संकट आने शुरू हो जाते है।

श्राद से संबन्धित ये गलतियाँ न करें नहीं तो

गरुड़ पुराण के अनुसार किसी तीर्थ स्थान पर पितरों के तर्पण और श्राद्ध का विशेष महत्व होता है। ऐसी मान्यता है ,कि गया और बद्रीनाथ या प्रयाग में श्राद्ध करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है । इसके अलावा जिन लोगों को विशेष स्थान पर श्राद्ध करना संभव नहीं है। वह घर के किसी भी पवित्र स्थान पर कर सकते हैं, अगर जाना संभव ना हो, तो अपने घर की छात पर जाकर उन्हे याद किया जा सकता है। क्योकि वो पित्रजन हमे काकदेव के रूप में खुले आसमान में विचरण करते हुए मिल जाएँगे। लेकिन ध्यान रहे, पित्रों का श्राद्ध शाम के समय अथवा रात्रि के समय कभी नहीं करना चाहिए ।

पूर्वजों का आवाहन और पूजा केवल दिन के समय में ही करनी चाहिए, भूलकर भी रात्री के समय में पित्रों का आवाहन नहीं करना चाहिए। रात्रि में आवाहन करने में नकारात्मक शक्तियां उनके साथ हमारे घर में प्रवेश कर सकती है । कई बार किर्या कर्म सही नहीं होने से,पूर्वज पित्र लोग न जाकर उनकी आत्मा प्रेत योनी में भटकती रहता हैं । जब हम रात में उनका आवाहन करते है तो उंकी शक्ति रात को हावी होती है और वे घर में प्रवेश कर सकते हैं । जिससे घर में दुर्घटनाएं और नई नई परेशानी आनी शुरू हो जाती है।

पितरों को प्रसन्न करने के लिए कौन से महत्त्वपूर्ण उपाय करने चाहिए

आइए जान लेते हैं गरुड़ पुराण के अनुसार मनुष्य को अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए कौन से महत्त्वपूर्ण उपाय करने चाहिए । सबसे पहला उपाय पित्र पक्ष के दिनों में लोग मृत आत्माओं का आवाहन करते हैं, जिस कारण से पितरों के साथ अन्य प्रेत आत्माएं भी घर में प्रवेश करने का प्रयास करती है। यह बुरी नकारात्मक आत्माएं घर में नकारात्मक वातावरण का निर्माण करती है ।  इसीलिए पित्र पक्ष में अपने घर के मुख्य द्वार के सामने जल का एक कलस या लोटा अर्पित करें। इससे पित्र गण अत्यंत संतुष्ट होते हैं। उनको एक सकारात्मक शक्ति मिलती है इसके विपरीत नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करती । पित्र पक्ष में पितरों की संतुष्टि के लिए भोजन बनाना चाहिए। लेकिन कई लोग इस भोजन को केवल पूर्वज की तस्वीर के सामने रख देते है । जिससे हमारे पित्रगण भोजन को ग्रहण नहीं कर पाते। इसीलिए आप थोड़ा सा भोजन गाय ,कुत्ते अथवा कौवे को अवश्य खिलाएँ। ताकी  यह भोजन आपके पूर्वजों को पित्रलोक में मिल सके ।

तीसरा उपाय पित्र पक्ष में पित्रों को खुश करने केलिए उनकी फोटो के आगे शुद्ध घी का दीया अवशय ही जलाए और अपनी भूल के लिए क्षमा याचना करें , इसके साथ उन पुण्य आत्माओं का आवाहन करें । आपके पित्र देव आपकी सभी गलतियों को माफ करके आपको आशीर्वाद प्रदान करेंगे, की आप जीवन में आगे बढ़ो और हमेशा धार्मिक काम करते रहो।

चौथा उपाय, यदि आप किसी कारण पित्र पक्ष श्राद नहीं कर पाते है ,तो पित्र पक्ष में दक्षिण दिशा में पित्रों के लिए एक धी का दीपक जलाए, इसके साथ गाय को रोटी खिलाकर उसका आशीर्वाद लें। आप जिस किसी स्थिति में फंसे हो ,आप  दक्षिण दिशा में मुख करके अपने पित्रगणों से माफ़ी मांग सकते है ।

पांचवा उपाय ,भगवान श्री कृष्ण स्वंय कहते हैं,की जो भी  व्यक्ति अपने मृत परिजनों की आत्मा की त्रितपी के लिए काले तिल कादान करता है।  वह व्यक्ति इस संसार के सभी पापों से मुक्त पाकर वैकुंठ में चला जाता है । इसीलिए अपने पित्रों का आशीर्वाद पाने के लिए।  आप पित्र पक्ष में तिल का दान अवश्य करें।  

छठा उपाय, पित्र पक्ष में भूल से भी नीम, बरगद और पीपल का पेड़ नहीं काटना चाहिए । इससे इंसान पित्र दोष से लिप्त हो जाता है। इसके अलावा पित्र पक्ष में भूलकर भी साँप को नहीं मारना चाहिए। सर्प को मारने वाले व्यक्ति को भी पित्र दोष का सामना करना पड़ता है । अगर गलती से आपके हाथों से कोई ऐसा काम हो जाता है, जिससे पित्र दोष लगता है । तो इस दोष से बचने के लिए पित्र पक्ष में एक पीपल का पेड़ लगाना चाहिए । जिससे आपके सारे दोष समाप्त हो जाएँगे।

सातवा उपाय पित्रों को प्रसन्न करने के लिए पित्र पक्ष में तुलसी को तिल मिश्रित जल चढाना चाहिए। इसके साथ ही भगवान  विष्णु से अपने पित्रों की शांति के लिए प्रार्थना करें।  और ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें । इससे आपके समस्त मृत पुण्य आतमाए जिस किसी भी स्थान पर होगी ।  उनकी आत्मा को शांति का अनुभव होगा।

आठवा उपाय, यदि आपको अपने पित्रों की मृत्यु की तारिख मालूम नहीं है।  तो आपको पित्रों के लिए सर्व पित्र अमावस्या के दिन श्राद्ध कर्म करने चाहिए।  सर्व पित्र अमावस्या को पीपल के पेड़ के तने और जड़ में काले तिल, सफेद फूल तथा चंदन अर्पित करने से पित्र देव संतुष्ट हो जाते है।

अपने पित्रगणों के लिए कौनसे व्यंजन बनाने चाहिए।

चलिये भाइयों ,अब जान लेते है, की गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे वह कौन से व्यंजन या पकवान है ।  जो आपको अपने पित्रगणों के लिए बनाने चाहिए । सबसे पहले है, दूध और चीनी से बनी खीर बहुत ही शुद्ध होती है । जो की पित्रों को बहुत ज्यादा पसंद होती है। अगर पितरों के लिए आप बहुत सारे व्यंजन ना बना सके या आप गरीब हो या आपकी स्थिति अनुकूल ना हो,  तो पित्रों की आत्मा तृप्ति के लिए आपको खीर अवश्य बनानी चाहिए । आप इसमे सूखे मेवे डालकर पित्रों को भोग ल्गा सकते है। ऐसा करने से वे पवित्र आत्मायेँ आपके द्वार से खुश होकर लौटती है ।

दूसरी चीज है कद्दू की सब्जी ,गरुड़ पुराणमें बताया गया है, कद्दू की सब्जी पित्रों को पसंद होती है । क्योंकि कद्दू को सात्विक व्यंजन कहा जाता है। अगर जीवित अवस्था में किसी को कद्दू पसंद नहीं था। तो आत्मा बनने के बाद वो पसंदीदा सब्जी बन जाती है। क्योकि ये सात्विक व्यंजन में सामील है। कद्दू की सब्जी श्राद्ध पक्ष में प्रसाद के रूप में परोशी जाती है। अगर आप भी श्राद्ध का भोजन बना रहे हैं।  तो आपको निश्चित ही कद्दू की सब्जी बनानी चाहिए। तीसरी चीज शुद्ध घी को माना जाता है। इसलिए आप अपने पित्रों को घी से चोपड़कर रोटी दे सकते है। रोटी उन तक पहुँचाने के लिए आप रोटी के नीचे तोरी का पत्ता लगाए व रोटी पर दहि मिठाई ,और कद्दू की सब्जी डालें और छत पर रोटी रखकर आयें। और अपने फीतों का मन ही मन नाम जाप करें , और कागोश कागोश कहें। इसके साथ ही  दो छोटी रोटियां बनाकर गाय और कुत्ते को खिलाए । इससे आपके पित्र गण जिस भी रूप में धरती पर उपस्थित होंगे । वे तृप्त होकर आपको अवश्य आशीर्वाद देंगे।

 चौथी चीज है, पीली मूंग दाल और सफेद उड़द दाल, इन दो  दालों का उल्लेख गरुड़ पुराण में  किया गया है । जिसमें इन दो दालों से बनने वाले व्यंजन चाहे वह मीठे हो  या नमकीन अवश्य ही पित्रों के लिए बनाने चाहिए । अगर आप उनकी श्राद्ध तिथि पर इस व्यंजन को बनाते हैं । तो आपके मृतजन अत्यंत संतुष्ट हों जाएँगे । इसके साथ गेहूं के आटे से बनाई गई पूड़ी ले, जो की गुड़ से मीठी की हुई हो। इसके साथ ही चावल, चने और बेसन से बनी चीजें भी पितरों के लिए जरूर बनाएँ । ताकी हमारे पित्रगण प्रसन्न होकर ग्रहण कर सके।  

अपने पित्रों के लिए भोजन बनाने से पहलड़े ध्यान दें।

तो चलीय दोस्तों अब जानते हैं ,हमारे पित्रों के लिए भोजन कैसे बनाना चाहिए।  जैसे हम ईश्वर को चढ़ाने के लिए भोग या प्रसाद बनाते है उसी त्तरह उस प्रसाद को भी नहीं जूठना चाहिए। उसी प्रकार से हमें पित्रों का भोजन भी उन्हें अर्पण करने से पहले झूठा नहीं करना चाहिए । भोजन बनाने से पहले आप तन और मन से पूरी तरह से शुद्ध हो जाएँ ।  बिना स्नान किए आपको पित्रों का भोजन अर्पण नहीं करना चाहिए । जो स्त्री पीरियड में चल रही हो , उसे उस वक्त में उन्हें पित्रों के भोजन को नहीं बनाना चाहिए ।

क्योकि वो स्त्रियॉं के लिए अशुद्ध होता है। ऐसा भोजन देने से पित्र रुष्ट हो जाते है। उनको लगाया गया भोग अस्वीकारीय हो जाता है। पित्र भोजन बनाने से पहले रसोई घर की गंगाजल से सफाई जरूर करें और यदि गंगाजल ना हो तो साधारण जल का छिदकव करें । उसके बाद ही भोजन बनाना चाहिए । भोजन बनाने से पूर्व ओम पित्र देवाय नमः मंत्र का जाप करें ।  

पित्रों को किस प्रकार का भोजन नहीं चढ़ाना चाहिए।

आइए, अब जानते हैं, की पित्रों को किस प्रकार काभोजन नहीं चढ़ाना चाहिए । अगर जीवित अवस्था में किसी पित्रजन को मांसाहार पसंद था , फिर भी आपको अपने पित्रजन को कभी मांसाहार का भोजन नहीं चढाना चाहिए। किंतु ऐसा करना अनिष्ट काम माना जाता है, ऐसा काम करने से घर में कोई अनहोनी हो जाती है। जब

आपके पूर्वज पित्र लोक में प्रवेश करते हैं ,तो उनका भोजन सात्विक बन जाता है। पित्रों के लिए केवल सात्विक भोजन ही बनाकर भोग लगाएँ, तामसिक व्यंजन जैसे प्याज अदरक और लहसुन आदि का प्रयोग श्राद पक्ष में करने से बचें। हो सके तो आप 16  दिनों तक तामसिक भोजन का उपयोग न करें।  ऐसा भोजन पित्र देव स्वीकार नहीं करते हैं । पित्र पक्ष के दौरान कभी अपने घर के या बाहर वाले किसी भी बुजुर्ग का अपमान न करें ।  ऐसा करने से साक्षात पित्रों का अपमान होता है इससे हमारे पित्र रूठ जाते हैं।  और हम उनके आशीर्वाद से वंचित रह जाते हैं पित्र पक्ष में अपने बड़े बुजुर्गों को सम्मान देना चाहिए।  उनके हाथों से दान धर्म और दक्षिणा करानी चाहिए, और अधिक से अधिक पशुओं को चारा देना चहाइए।  ऐसा करने पर मनुष्य को श्रेष्ठ

फल की प्राप्ति होती है।  तो आइए अब जानते हैं,की पित्र पक्ष में कौन से कार्य नहीं करने चाहिए । शास्त्रों के अनुसार पित्र पक्ष में पित्र देवता हमारे घर में परीक्षा लेने के लिए किसी भी रूप में पधार सकते हैं ।वो पशु या पक्षी के रूप में भी हो सकते है।  इसलिए घर के द्वार पर आए किसी भी पशु या व्यक्ति का अपमान न करें । दहलीज पर आने पर किसी भी शख्स को भोजन कराएं, और आदर करें । यदि घर के द्वार पर कोई गौ माता अथवा कोई कुत्ता आता है । तो उसे कभी भगाना नहीं चाहिए । भगाने की जगह उसे मान समान के साथी रोटी खिलाये और, जिस प्रकार हम अपने पूर्वजों का समान करते है। उसी प्रकार उसका भी सम्मान करें ।

दूसरी बात , पित्र पक्ष के दौरान मांस और लहसुन प्याज आदि चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए । नहीं तो आपके पूर्वज आपसे नाराज हो सकते है।  श्राद के 16 दिनों तक केवल  सात्विक आहार ही करें । अपने पितरों को भी सात्विक आहार का भोग चढ़ाए, तीसरी बात है, गरुड़ पुराण के अनुसार किसी तीर्थ स्थान पर पितरों के तर्पण और श्राद्ध का विशेष महत्व होता है।  ऐसी मान्यता है कि गया और बद्रीनाथ या प्रयाग में श्राद्ध करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो लोग भगवान की नगरी में नहीं कर सकते, वे लोग अपने न घर के किसी भी पवित्र स्थान पर कर सकते हैं । भूलकर भी पित्रों का श्राद्ध शाम के समय अथवा रात्रि के समय कभी नहीं करना चाहिए। उनकी पूजा सुबह के समय या दोपहर से पहले करनी चाहिए रात्रि में आवाहन करने में नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश कर सकती है । जो पित्र प्रेत योनि में होते हैं । पित्रों के साथ नकारात्मक शक्ति  भी हमारे घर में घुस जाती है। जिसके कारण हमारे घर में लगातार दुर्घटनाएं होने लगती हैं।  

चौथी बात पित्र पक्ष में कर्मकांड करने वाले व्यक्ति को बाल और नाखून नहीं काटने चाहिए। यहा तक की दाड़ी भी नहीं काटनी चाहिए। पांचवी बात, पित्र पक्ष के दौरान कभी किसी बुजुर्ग का अपमान नहीं करना चाहिए।ऐसा माना जाता है की ऐसा करेने से हमारे पित्र रुष्ट हो जाते है। जिसके कारण वो  हमे बिना आशीर्वाद दिये ही घर से विदा ले लेते है।  बुजुर्गों के हाथों से धर्म का कार्य करवाने चाहिए । तथा उनके हाथों से दान धर्म करना चाहिए।  ऐसा करने पर मनुष्य को श्रेष्ठ फलों की प्राप्ति होती है । छठी बात है, उसे भूलकर भी दिन रात को श्राद नहीं करना चाहिए। इन 16 दिनों के अंदर व्यसन करने से बचें।

कभी भी शराब के नशे में पित्रों की पाठ पूजा नहीं करनी चाहिए । और ना ही इन 16 दिनों में शराब पिये। ऐसा करने से पित्रगण रुष्ट होकर दूर चले जाते है । और बिना आशीर्वाद दिये ही , पित्रलोग चले जाते है । इसलिए ष्राद पक्ष में इन नियमों का बखूबी से ध्यान रखें। उम्मीद है की आपको श्राद से जुड़ी जानकारी अछी लगी होगी। हमे कमेंट बॉक्स में बताएं। हम उस गलती के प्रश्चाताप के लिए कोई न कोई उपाय जरूर बताएंगे । अ

विडियो देखें….

The post श्राद से संबन्धित ये गलतियाँ न करें नहीं तो appeared first on Sapne mein.

]]>
https://www.sapnemein.com/pitru-paksha-rules/feed/ 0
निवस्त्र होकर नहाने से,सोने से और खाना खाने से आपको ये यमलोक में ये सजा मिलेगी । https://www.sapnemein.com/sapne-mein-khud-ko-nanga-dekhna/ https://www.sapnemein.com/sapne-mein-khud-ko-nanga-dekhna/#respond Wed, 18 Sep 2024 18:50:37 +0000 https://www.sapnemein.com/?p=15519 दोस्तों एक बार मनुष्यों की दुर्दशा देखते हुए, गरुड जी भगवान विष्णु जी के पास जाते है । और कहते है, हे भगवान । आपने मेरे को जन्म से लेकर मृत्यु तक की सभी अवस्थाओं को विस्तारपूर्वक बताया है। इसके साथ ही मनुष्यों की मृत्यु के उपरांत किए जाने वाली सभी क्रियाओं के बारे में […]

The post निवस्त्र होकर नहाने से,सोने से और खाना खाने से आपको ये यमलोक में ये सजा मिलेगी । appeared first on Sapne mein.

]]>
दोस्तों एक बार मनुष्यों की दुर्दशा देखते हुए, गरुड जी भगवान विष्णु जी के पास जाते है । और कहते है, हे भगवान । आपने मेरे को जन्म से लेकर मृत्यु तक की सभी अवस्थाओं को विस्तारपूर्वक बताया है। इसके साथ ही मनुष्यों की मृत्यु के उपरांत किए जाने वाली सभी क्रियाओं के बारे में भी बताया है। आज धरती लोग पर बहुत से लोगों को निवस्त्र होकर नहाते देखा है। तभी से मेरे मन में एक बात को लेकर शंका उत्पन्न हो रही है। उस मेरी संका का आप ही निवारण कर सकते है। भगवान विष्णु जी कहते है, हे गरुदेव , तुम्हारे मन जो भी संका चल रही है, निसंकोच होकर पूछो, में निश्चित ही तुम्हारी संका का समाधान करूंगा । क्योकि जब तक हमारे मन में संका होती है , तब तक हम कोई काम सच्चे मन से नही कर पाते है। हर संका का निवारण करना मेरा मूल कर्तव्य है। हे नारायन मेरे मन में यह जानने की इच्छा जागृत हो रही है। की मनुष्यों को कौनसे कार्य निवस्त्र होकर नहीं करने चाहिए ।

ये कौनसे कार्य है और इन कार्यों को करने पर कौन सा पाप लगता है। और इसके पीछे का कारन क्या है । तभी भगवान विष्णु जी क़हते है। हे गरुड देव आपने उतम प्रशन पूछा है। तुम्हारे इस प्रशन के उतर में सम्पूर्ण मनुष्य जाती का कल्याण छिपा है। तुमने सत्य ही कहा है, की मनुष्यों को निवस्त्र होकर ये तीन कार्य नहीं करने चाहिए, निवस्त्र होकर सोना, भोजन करना और सहवास नहीं करना  चाहिए । ऐसा करने से मनुष्यों के जीवन में अशुभ प्रभाव पड़ता है । और वो पाप का भागीदार बन जाता है। भगवान विष्णु जी बोले, तुम्हारे प्रशन के उतर के लिए में एक कहानी सुनाता हूँ, जो इस सम्पूर्ण जगत के लिए परोपकारी होगी, इस् कहानी को सुनने मात्र से ही आत्मा की सुधि हो जाएगी, और अगर कोई मनुष्य अधार्मिक कर्म करता है तो , इस कहानी के बाद वो बुरे कर्म करने छोड़ देगा। प्राचीन समय की बात है ,उतर पश्चिम दिशा में एक अत्यंत धनी विशंभरी नाम का नगर था । उस नगर के अंतिम सीमा पर वासुदेव नाम का एक विद्वान ब्राह्मण रहता था।

निवस्त्र होकर नहाने से,सोने से और खाना खाने से  आपको ये यमलोक में ये सजा मिलेगी

उसे चार वेद उपनिषद और कई काव्यों का ज्ञान था। वह हर रोज भगवान के नए नए ग्रंथ पढ़ता और नित्य भगवान के भजन करता। एक दिन वासुदेव शर्मा एक तीर्थ यात्रा के लिए घर से निकलता है। वह अपने साथ में भोजन के रूप में थोड़े चावल रख लेता है । वासुदेव घने जंगलों से होकर तीर्थ यात्रा के लिए चल देता है। बहुत देर चलने के बाद वासुदेव को प्यास लग जाती है। तभी उसे सामने एक जलाशय दिखाई देता है। वह उस जलास्य के पास बैठकर जल पीता है। और एक पेड़ के नीचे बैठकर विश्राम करने लगता है। तभी चावल पकाने के लिए पंडित जी सुखी लकड़ी इकट्ठी करने लगता है। लेकिन वहाँ पर सारे वृक्ष हरे भरे दिखाई देते है।

जबकि सामने एकमात्र दो ऐसे पेड़ होते है। जो सुखकर ठुठ हो चुके थे। उन पेड़ों पर एक भी पत्ता नहीं था। उनके पास एक अजीब सा सनाटा था। इन दो पेड़ों को देखकर शर्मा जी को बड़ा ही आश्चर्य हुआ। पंडित जी इन पेड़ों को देखकर सोचने लगता है, की बड़ी ही विचित्र बात है, की इस जंगल के सभी पेड़ पौधे हरे भरे है, जलाशय के नजदीक होने के बावजूद भी ये दो पेड़ एकदम सूखे और उजड़े हुए है। इन पेड़ों पर न तो पत्ते है, और न ही छाल, ये पेड़ नग्न प्रतीत हो रहे है। तभी मन ही मन खुश हो जाता है, की चलो जलाने के लिए लकड़ी तो मिली । जब वासुदेव शर्मा इस सूखे पेड़ की टहनी तोड़ने लगता है , तभी पेड़ के अंदर से आवाज आती है, रुक जाओ , ब्राह्मण रुक जाओ, आप ये अनिष्ट कार्य कर रहे हो। उस आवाज को सुनकर वासुदेव चोंक जाता है।

और इधर उधर देखने लगता है, और कहने लगता है। कौन हो तुम, दिखाई क्यों नहीं पड़ते है।  सामने आकर बात करों । फिर से एक बार और आवाज आती है। हे ब्राह्मण देवता , हम आपके सामने है। आप ही हमे नहीं देख पा रहे है। शर्मा जी कहते है। भाई तुम कौन हो ,मेरे को तो दिखाई नहीं देते । फिर से आवाज आती है, हे ब्राह्मण देवता आप जिस वृक्ष की टहनी तोड़ रहे है। में वही वृक्ष बात कर रहा हूँ। किन्तु आप मुझे पहचान नही पा रहे है। ऐसा सुनते ही ब्राह्मण देव घबरा जाता है । डर के मारे ब्राह्मण इधर उधर देखने लगता है । तभी उसकी नजर उन दो सुखेन पेड़ों पर पड़ती है ।

तभी ब्राह्मण देखता है। की वो पेड़ मनुष्यों की वानी में बात कर रहे है। इस विचित्र घटना को देखकर वासुदेव शर्मा को बड़ा ही आश्चर्य होता है, वह कहने लगता है, की बड़ी विचित्र बात है । यह मृत पेड़ तो मनुष्यों की वाणी में बात कर रहे है। हे प्रभु आपकी कैसी विचित्र लीला है। वासुदेव उन मृत  वृक्षों को कहने लगता है। हे वृक्ष देव तुम कौन हो, और तुम मनुष्यों की वाणी में कैसे बात कर रहे हो । और तुम्हें वृक्षों का शरीर कैसे मिला । तुम्हारे समीप जल का इतना बड़ा जलाशय होने के बावजूद भी, तुम सूखे हो जबकि बाकी सारे पेड़ हरे भरे है। आखिर ऐसा कैसे संभव है । वासुदेव शर्मा की बात सुनकर पेड़ कहने लगा । हे ब्राह्मण देवता हमारी ऐसी दशा हमारे कर्मों के कारण ही हुई है।

हमने जो पिछले जन्म में पाप किए थे, उसी का फल भुगत रहे है। शर्मा जी कहते है हे वृक्ष देव कृपा करके आप मुझे आपके पिछले जन्म का दुख भरा वृतांत सुनाने की कृपा करें। तब वह वृक्ष बोलने लगता है, हे ब्राह्मण देवता, अब हम आपको हमारे पिछले जन्म का वृतांत सुनते है। पूर्व काल में धनेवस्वर नाम का वैशय था। और यह मेरे पत्नी दूरमती है  । मेरा स्वभाव बड़ा ही दुष्ट और क्रूर था ,में लोगों को ब्याज पर पैसे देकर धन कमाया करता था, में किसी प्रकार का कोइ दान नहीं करता है, हमेशा ही अधर्म के मार्ग पर चलकर गरीब और बेसहारा लोगो को परेशान करता था । उस कारण हमारी कोई संतान नहीं थी । हम दोनों संतान सुख की प्रापती के लिए निवस्त्र अवस्था में भोग विलास लिया करते थे, और निवस्त्र होकर स्नान करते, और सयन किर्या करते । हमने बहुत ज्यादा भोग विलास किया लेकिन फिर भी हमे कोई संतान की प्रापती नहीं हुई।

मैंने कभी भी अपने पूर्वजों को याद नहीं किया, और ना ही उनका कभी श्राद किया। जिस कारण से मेरे पूर्वज रुस्ट  हो गए। मेरा मन सदेव ही कामवासना से भरा रहता । हम पती पत्नी दिन रात भोग विलासिता में डूबे रहते थे , और हर काम निवस्त्र होकर करते। जिसके कारण हमारे कुलदेवता भी हमसे नाराज हो गए । इस प्रकार अनेकों वर्ष बीत जाने के बाद भी हमे पुत्र की प्रापती नहीं हुईं । हम पुत्र प्रापती की कामना को लिए हुए, हम दोनों से पवित्र नदी में स्नान किया, और निवस्त्र होकर संबंध बनाया। तभी नदी में तूफान आता है, और हम दोनों उस नदी में डूब जाते ,जिससे हमारी मृत्यु हो जाती है। मृत्यु के पश्चात हमे मृत्यु लोग ले जाने के लिए दो यमदूत प्रकट हुए, वे दूत हमे पकड़कर यमपुरी ले गए। यमपुरी का दृश्य अत्यंत भयानक था। यमराज विशाल काल सिंहासन पर बैठे हुए थे। उनके बगल में चित्रगुप्त जी भी बैठे हुए थे ।

जो की यमपुरी में आए हुए सभी प्राणियों का लेखा जोखा देख रहे थे। जब मेरे बारी आई ,तो यमदूतों ने मेरे को यमराज जी के समक्ष खड़ा कर दिया , फिर चित्र गुप्त जी यमराज जी से कहने लगे , हे धर्मराज , इस वैश्य ने तो अपने जीवन में अभी तक कोई पुण्य का काम नहीं किया है। इसने अपने पूर्वजों का सदेव ही अनादर किया है। इसने सदेव निवस्त्र होकर स्नान, भोजन तथा शयन किया है। इसलिए यह केवल नरक जाने के ही योग्य है। इस प्रकार से चित्रगुप्त जी ने मेरे कर्मों का लेखा जोखा यमराज जी को बताया। यमराज जी ने मुझे देखकर कहने लगे, अरे दुष्ट तूने तो कोई पुनय के काम नहीं किए, तुन ने सदेव ही निवस्त्र होकर स्नान करके, वरून देवता का अपमान किया है। निवस्त्र शयन करके तूने अपने पूर्वजों को अपमानित किया है। तथा निवस्त्र होकर भोजन करके ,तूने अन्न का भी अपमान किया है।

इसलिए तुझे नरक में डाल दिया जाएगा। इस प्रकार से यमराज ने अपने दूतों को आज्ञा देकर मुझे नरक में दाल दिया। मेरे पश्चात मेरे पत्नी को भी यमराज के सामने लाया गया ,और उसे देखकर चित्रगुप्त ने धर्मराज जी से कहा । हे धर्मराज इस पापी स्त्री ने भी अपने पती की तरह कोई पुनय का काम नहीं किया है। उसने भी निवस्त्र होकर भोजन और सयन किया है । इसने समस्त देवी देवताओं और पित्रों का अपमान किया है। अतः यह भी नरक जाने के ही योग्य है। इस प्रकार से यमराज ने हमारे पाप कर्मों को देखते हुए, हम दोनों पती पत्नी को नर्क में डाल दिया। नरक में सजा भुगतने के पश्चात हमे वृक्ष का शरीर प्राप्त हुआ। जैसे जैसे हम बड़े हुए, हमारे सारे पत्ते भी गिर गए, और हमारी छाल भी नष्ट होती चली गई ।

जिस प्रकार हमने  मनुष्य योनी में रहते हुए देवताओं का अपमान किया । जिसके कारण इस जन्म में वृक्ष के रूप में हमारा शरीर भी नंग्न हो गया है। और हम कष्ट भुगत रहे है । हे ब्राह्मण देव हमे इस कष्ट से मुक्ति दिलाने के लिए कोई उपाय कीजिये। इस प्रकार से उन दोनों की बात सुनकर वासुदेव को उन दोनों सूखे पेड़ों पर दया आ गई। और वे उसी स्थान पर बैठकर भगवान विष्णु जी की प्राथना करने लगे। और वृक्ष बने हुए वैश्य और उसकी पत्नी की मुक्ति की कामना करने लगे। वासुदेव कहने लगा , हे प्रभु में अपने भगवत गीता के पाठ का पुण्य ,इन वैश्य पती पत्नी को प्रदान करता हूँ। कृपा करके आप इन दोनों को मुक्ति प्रदान कीजिये, इतना कहते ही वे दोनों पेड़ धड़ाम से टूटकर जमीन पर गिर गए । उसके अंदर से अत्यंत सुंदर वस्त्र परिधान पहने हुए वैश्य और उसकी पत्नी प्रकट हुई । फिर उस स्थान पर भगवान विष्णु जी के दो पार्षद प्रकट हुए। और उन दोनों को दिव्य विमान में बैठाकर दिव्य लोक में चले गए।

इस प्रकार से भगवत गीता के पढ़ने का पुनय प्राप्त करके वह वैश्य और उसकी पत्नी दोनों को ही मोक्ष की प्रापती हुई। और भगवान विष्णु जी कहने लगे। हे गरुड़देव जी मनुष्य को कभी भी निवस्त्र होकर भोजन सयन और स्नान नहीं करना चाहिए । निवस्त्र स्नान करने से जल देवता वरून का अपमान होता है। निवस्त्र भोजन करने से अन्न की देवी माँ अनपूर्णा का अपमान होता है । और निवस्त्र शयन करने से समस्त पित्र देव रुष्ट हो जाते है। इसलिए मनुष्यों को कभी भी बिना वस्त्रों के ये तीन काम कभी नहीं करने चाहिए । दोस्तों इस प्रकार से भगवान विष्णु जी ने, गरुड देव जी को महत्वपूर्ण ज्ञान दिया । आपको ये कथा कैसी लगी, कमेंट करके बताये ।

The post निवस्त्र होकर नहाने से,सोने से और खाना खाने से आपको ये यमलोक में ये सजा मिलेगी । appeared first on Sapne mein.

]]>
https://www.sapnemein.com/sapne-mein-khud-ko-nanga-dekhna/feed/ 0
सपने में हाथी दिखाई दिया, बाद में मेरा भाग्य कैसे बदला, एक रोचक कहानी https://www.sapnemein.com/sapne-mein-hathi-dekhna-2/ https://www.sapnemein.com/sapne-mein-hathi-dekhna-2/#respond Sun, 15 Sep 2024 08:00:37 +0000 https://www.sapnemein.com/?p=15513 दोस्तों अगर आपको सपने में हाथी दिखाई देता है, तो इसका क्या अर्थ होता है। प्राचीन काल से ही हाथी को बुद्धिमत्ता ज्ञान और धन वैभव से जोड़कर देखा गया है । हाथी का संबंध माँ लक्ष्मी से भी है। लेकिन सपने में हाथी देखने के कई अर्थ हो सकते है, कुछ शुभ होते है, […]

The post सपने में हाथी दिखाई दिया, बाद में मेरा भाग्य कैसे बदला, एक रोचक कहानी appeared first on Sapne mein.

]]>
दोस्तों अगर आपको सपने में हाथी दिखाई देता है, तो इसका क्या अर्थ होता है। प्राचीन काल से ही हाथी को बुद्धिमत्ता ज्ञान और धन वैभव से जोड़कर देखा गया है । हाथी का संबंध माँ लक्ष्मी से भी है। लेकिन सपने में हाथी देखने के कई अर्थ हो सकते है, कुछ शुभ होते है, जबकि कुछ अशुभ , इस प्राचीन कथा के माध्यम से जान लेते है, की सपमे में किसी व्यक्ति को हाथी के दर्शन होते है ,तो उसका क्या मतलब होता है। प्राचीन काल की बात है। मध्य के सूदूर गाँव के हरे भरे पहाड़ियों और घने जंगलो के बीच के नगर में , एक गरीब व्यक्ति रहता था। जिसका नाम देवदास था । देवदास एक साधारण व्यक्ति था, जो अपने सरल स्वभाव और सीमित संसाधनों से बिलकुल संतुष्ट था, उसे विलासिता की कोई इच्छा नही थी।

वह हर दिन धूप में शारीरिक मेहनत करके अपने परिवार के लिए इतना धन कामाता की जिससे अपनी गरीब माँ और खुद का पेट भर सके। देवदास का जीवन कठिनाइयों से भरा हुआ था,लेकिन उसे अपने जीवन से कोई शिकायत नहीं थी  , वह मुस्कान के साथ इस जीवन को स्वीकार कर चुका था । एक रात देवदास जब थकावट भरे दिन के बाद , अपने तिनकों से बने टूटे फूटे बिस्तर पर लेटकर गहरी नींद में सो रहा था। तब उसने एक विचित्र सपना देखा। उसने खुद को एक विशाल खुली जमीन पर खड़ा हुआ पाया । खुले नीले आसमान में सुंदर तारे और चंद्रमा चमक रहे थे। फिर उसने सामने देखा की एक शानदार हाथी दूर से चलकर उसकी तरफ आ रहा है ।

सपने में हाथी दिखाई दिया, बाद में मेरा भाग्य कैसे बदला, एक रोचक कहानी

उसके दाँत चाँदी की तरह चमक रहे थे। हाथी धीरे धीरे बिना आवाज किए हुए देवदास की तरफ बढ़ रहा था। हाथी के बड़े बड़े पैर जमीन पर एक लयबद रेखा बना रहे थे। जब हाथी पास आया ,तो देवदास ने देखा ,की हाथी की आंखे उस पर जमी हुई थी, जैसा की वह हाथी उसे जानता हो । और वह उसी के लिये आया हो। हाथी देवदास के आगे रुका और सामने सर झुका दिया। जैसे की वह चाहता हो की देवदास उसकी पीठ पर सवार हो जाये। जैसे ही देवदास ने अपना दायाँ हाथ ,हाथी के माथे पर रखा। उसके शरीर में एक सन्नाटा सा दौड़ गया और उसे अचानक से शक्ति साहस और महानता का आभास होने लगा। उससे पहले की वह हाथी की पीठ पर चढ़ पाता ।

उसकी नींद टूट गई। और अचानक देवदास जाग गया और उसका सपना टूट गया, जागने के बाद भी उस विशाल हाथी की छवि उसकी आँखों में ताजा थी, जैसे की वो अभी भी देवदास को पीठ पर बैठने के लिए आमंत्रित कर रहा हो। देवदास उठकर अपने बिस्तर पर बैठ गया, और उसका दिल तेजी से धडक रहा था। सपना इतना वास्तविक और स्पस्ट महसूस हुआ, की जैसे सारी घटना वास्तविक हो, इस सपने ने उसे गहराई से बेचेन कर दिया। देवदास ने अपनी अंखे मली ताकी इस सपने की याद धुंधली हो जाये।  । लेकिन उस महान हाथी की छवि उसके विचारों में बनी रही, वह चाहकर भी उस छवि को नहीं भुला पा रहा था। अपने पास जल रहे छोटे से दीपक की और देखते हुए, उसने सोचा की इस सपने का क्या अर्थ हो सकता है।

एक हाथी कितना भव्य और महान है। जो मेरे सपने में आ रहा है, लेकिन क्यों। इसका क्या कारण हो सकता है। सुबह देवराज ने उठने के बाद अपनी माँ के चरण स्पर्श किए और उसने यह फैसला किया, की वह रात में देखे गए सपने के अर्थ का पता लगाएगा। क्योकि यह सपना उसे अंदर से बेचेन कर रहा था । वह इस सपने को चाहकर भी  नजर अंदाज नहीं कर पा रहा था । वह एक बुद्धिमान ऋषि विभाण्डकदास को जानता था, जो पास के एकांत जंगल में रहकर तपस्या करते थे, वो वास्तु शास्त्र और स्व्पन ज्ञान की गहरी समझ रखते थे ।

सपने में हाथी देखना कैसा होता है विडियो देखें

देवदास ने मन ही मन सोचा, अगर कोई मेरे इस सपने को समझने में मदद कर सकता है तो वह एक मात्र वही विभाण्डकदास ऋषि है। उसने अपनी माता से इजाजत ली और अपने मन के द्रड संकल्प के साथ वह जंगल से होकर उस ऋषि की दिशा में चल पड़ा। उस जंगल में ऊंचे ऊंचे वृक्ष थे, जो सूरज की रोशनी को भी रोक रहे थे। जंगल की हवा में मिट्टी और पत्तियों की एक अजीब सुगंध थी। जो आध्यात्मिक वातावरण पैदा कर  रही थी , पेड़ों के बीच से पक्षियों की डरावनी आवाज गूंज रही थी। इस प्रकार दिल दहलाने वाली जंगल की लंबी यात्रा के बाद आखिरकर वह ऋषि की कुटिया तक पहुँच ही गया। कुतिया जंगली फूलों और बेलों से घिरी हुई थी।

जब देवदास ऋषि विभाण्डकदास के पास पहुंचा, तो उसने देखा की, महर्षि ध्यान में बैठे थे। जिनकी आयु सेंकड़ों वर्ष पार थी। उनकी लंबी सफ़ेद दाड़ि , लालट पर गहरी रेखा ,ज्ञान से भरी चमकदार आंखे थी। देवदास ऋषि के सामने बैठ गया और,ध्यान मुद्रा की समाप्ती की प्रतिक्षा करने लगा  जब ऋषि विभाण्डक ने ध्यान मुद्रा से अपनी आँखें खोली, तो उनमे शांति का अनुभव था। जब उस ऋषि ने अपनी आंखे खोली तो देवदास ने अपने दोनों हाथ जोड़कर विभान्डकदास जी महाराज को प्रणाम किया, और कहा प्रणाम गुरुदेव, में आपके पास एक मार्गदर्शन की खोज में आया हूँ। कृपया करके मेरा मार्गदर्शन कीजिये, क्योकि मेंने कल एक सपना देखा । जो मेरे मन को बहुत ज्यादा विचलित कर रहा है। ऋषि ने सर हिलाते हुए इशारा किया, की देवदास उनके पास बैठ जाये ।

ऋषि ने कहा, हे वत्स , अपने सपने के बारे में मुझे विस्तारपूर्वक बताओं। सपने में अक्सर देवताओं के संदेश होते है। जो हमारे लिए आदेश का काम करते है, लेकिन सपनों का अर्थ हमेशा स्पष्ट नहीं होता है। एक गहरी सांस लेते हुए देवदास ने सपना गुरुदेव को विस्तारपूर्वक बताना शुरू किया। उसने विस्तृत मैदान, चाँदनी रात ,और सजा हुआ महान हाथी जो उसकी और बढ़ रहा था। सपने की सभी घटनाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन किया। उसने बताया ,की कैसे एक हाथी ने उसके सामने झुककर ,अपनी पीठ पर चढ़ने के लिए आमंत्रित किया ।

कैसे उसने शक्ति और साहस का अनुभव किया, और कैसे सपना अचानक से समाप्त हो गया। ऋषि ने ध्यानपूर्वक सुना, उनकी आँखें बंद थी, जैसे की वे खुद इस सपने को देख रहे हो।  लंबी चूपी के बाद आखिर ऋषि ने अपनी आंखे खोली और कहा। देवदास तुम्हारे सपने में जो हाथी आया है। वह बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण संकेत को दर्शाता है। इतना भव्य प्राणी देखना कोई साधारण बात नहीं है। वह देवताओं का संकेत है। हाथी ज्ञान शक्ति और राजसीत्व का प्रतीक है। देवदास तुम्हारा सपना ये संकेत दे रहा है, की तुम महानता के लिए बने हो । आगे चलकर तुम एक महान राजा बनने वाले हो। ऋषि के शब्दों से अभिभूत देवसास ने अविसवास में अपना सिर हिलाया, और ऋषि से प्रशन किया ।

महाराज ये कैसे हो सकता है। उसकी आवाज संदेश से भरी हुई थी। में तो केवल एक गरीब आदमी हूँ ,जिसके पास नाम के लिए ये कपड़े है। और बीमार माँ का प्यार है। में कैसे महानता के लिए बना हो सकता हूँ। में कैसे किसी नगर का राजा बन सकता हूँ। ये असंभव लगता है। ऋषि ने धीरे से मुसकुराते हुए देवदास की तरह देखा , उनकी आँखों में गज़ब की चमक व होठों पर मंद मुस्कान थी। उन्होने कहा ,हे देवदास सपने देवताओं के संकेत होते है और वो बड़े ही रहस्यमयी  होते है , ये सपने धन और स्थिति के आधार पर व्यक्ति को नहीं चुनते । बल्की हदय की पवित्रता और आत्मा की सुद्धता के आधार पर चुनते है । चाहे तुम मानों या ना मानों । तेरे भाग्य का चक्र पहले ही घूम चुका है। हाथी ने तुम्हें चुना है, और तुम्हारा भाग्य एक राज्य  के सीघासन से बंधा है। देवदास सत्ब्ध होकर बैठ गये। ऋषि के शब्द देवदास के मन में गूंज रहे थे।

क्या ये वास्तव में हो सकता है। क्या एक राधारण व्यक्ति राजा बनने के लिए निर्धारित हो सकता है। ये असंभव प्रतीत हो रहा था। फिर भी ऋषि इतनी निश्चितता से कह रहे थे। देवराज का मन इसे खारिज करना चाहता था , लेकिन ये शब्द महर्षि विभाण्डकदास जी के थे,  इसलिए वह इसे पूरी तरह से खारिज नहीं कर पा रहे था। ऋषि ने कहा ,हे वत्स, ये याद रखना , सपनों को कभी हल्के में नहीं लेना  चाहिए। , सपने देवताओं की भाषा होते है। सपना हमारे साथ संवाद करने का तरीका , सपना हमारे जीवन का एक मार्गदर्शक है । वह हाथी उस  पथ का प्रतीक है , जिस पर आपको चलना है।

देवताओं की इच्छा पर भरोषा करो, और जब समय आएगा, तब तुम जान जाओगे, की तुम्हें क्या करना है। देवदास ने ऋषि को कृतग्यता से धनयवाद दिया । उसके दिल में अभी संदेह था। लेकिन साथ में उसके मन आशा की किरण भी चल रही थी, वह गाँव लॉट आया उसके मन में विचार का बवंडर था। की उसका भविष्य कैसा होगा, क्या वो एक वास्तविक राजा बनेगा,अगर बनेगा तो वो राज्य को कैसे संभाल पाएगा। देवदास जिस नागरी में वास करता था। उस नगरी के राजा चंद्र सेन थे। जो अत्यंत वर्द्ध थे, उनकी कोई संदान नहीं थी। वो धर्म सत्य और न्याय के लिए प्रसिद थे। उन्होने जीवन भर अपनी प्रजा की भलाई के लिए अनेकों काम किए,  और राज्य में समृद्धि और शांती स्थापित की । फिर एक रात राजा चन्द्र्सेन को भी एक विचित्र सपना दिखाई देता है। गहरी नींद में राजा ने भी एक सपना देखा,

लेकिन राजा का सपना देवदास के सपने के बिलकुल विपरीत था ,राजा चंद्र सेन का सपना डरावना था।  उसने सपने में हाथी को कमज़ोर व बीमार अवस्था में देखा , उसकी भव्यता बस उसकी छाया पर थी । वह विशालकाय हाथी लड़खड़ाता हुआ राजा की आँखों के सामने जमीन पर धड़ाम से गिर गया , और उसकी सारी शक्तियाँ खतम हो गई । फिर राजा चंद्रसेन ठंडे पसीने के साथ जाग गए । उनका दिल मौत के डर से काँप  रहा था । उन्हे पता था की सपने देवताओं के संदेश होते है। और उन्हे ये सपना डरावना लगा, राजा ने अपने आप से कहा, की इसका क्या अर्थ हो सकता है। उनके हाथ काँप रहे थे। उन्होने गहनता से सोचते हुए अपने माथे का पसीना पोंछा और सोचा ,आखिर देवताओं ने मेरे को ऐसा सपना क्यों दिखाया। देवता क्या संदेश देना चाहते है। सुबह जागते ही राजा चंद्रसेन ने अपने राजगुरु अंगीरक को बुलाया, अंगीरक बुद्धिमता और ज्ञान के लिए प्रसिद्द थे।

राजगुरु जल्दी से आए और राजा की तात्कालिकता को महसूस करते हुए कहा। हे राजन में आपकी सेवा में हाजिर हूँ। आप बड़े चितित नजर आ रहे है। कृपया करके आप अपनी चिंता का कारण बताएं । राजा चंद्रसेन ने अपने सपने में देखे गए दृशय का संजीवन वर्णन किया ।जिसमे एक बीमार हाथी चंद्रसेन के सामने धरासाई हो जाता है, ये सपना अभीश्राप की भावना के बारे में बताता है। जिसने उन्हे जकड़ लिया था। राजा ने विनम्रता से कहा, हे गुरुवर आज मेरे को जो भयानक सपना दिखाई दिया है, उसका क्या अर्थ है। क्या यह कोई अपसगुण है। राज गुरु ने ध्यानपूर्वक सुना , और राजा के चेहरे की गंभीरता पढ़ी कुछ क्षणों के ध्यान के बाद उन्होने दुख भारी आंखो से राजा की तरफ देखा और कहा।

और मन ही मन सोचने लगा की राजा को सपने की वास्तविकता कैसे बताऊँ, फिर अपने राजधर्म के बारे में सोचने लगे, की में वही बोलूँगा जो वास्तविक है, चाहे राजा दुखी ही क्यों ना होये, फिर राजगुरु ने कहा ,हे राजन आपका ये सपना देवताओं की चेतावनी है। हाथी शक्ति विरासत और शासन का प्रतीक है। उसका गिरना आपके जीवन और शासन के अंत की भविष्यतवनी करता है।  देवताओं ने ये दृशय भेजा है। ताकी आपको आने वाले समय के लिए तैयार किया जा सके । राजा चंदर्सेन का दिल टूट गया। निराशा की एक ठंडी लहर ने राजा को घेर लिया । राजा चंदर्सेन ने घबराते हुए कहा। मेरे जीवन का अंत , ये कैसा हो सकता है। हे राजगुरु मेरा तो कोई उतराधिकारी भी नहीं है।जो मेरे मरने के बाद  इस सिंहासन पर बैठे, अब मेरे राज्य का क्या होगा।

राजगुरु जो बुद्धिमान और विचारसील थे। उन्होने राजा को सलाह देने से पहले कुछ क्षण सोचा, फिर बड़ी सावधानी से कहा। महाराज देवताओं ने आपको जो दृशय दिखाया है, उसी से आपके प्रशन का उतर भी छीपा है ।  हे राजन जब आपका इस संसार से विदा लेने का समय आयेगा , आप अपने मंत्रियों को ये संदेश देना, की आपका सबसे प्रिय हाथी राज्यपाल है, वही अगला राजा स्वंय चुनेगा। वह हाथी देवताओं की इच्छा से प्रेरित होगा, और वह  आपके राजय के लिए एक उतरदायी व्यक्ति को चुनेगा। जो आपके राजय का नया राजा होगा। इस प्रकार आपका राज्य बिना शासक के नहीं रहेगा । और देवताओं की इच्छा भी पूर्ण हो जाएगी । राजा चंदर्सेन अपनी मृत्यु की खबर से काफी दुखी था।

प्रजा की भलाई छाने वाले राजा ने राजगुरु की आज्ञा को सिरोधरी समझा ,और स्वीकृती देदी। उन्होने राजगुरु से कहा , हे गुरु आप जो कहते है ,वो सत्य ही होगा। में आपकी आज्ञा का पालन अवशय ही करूंगा। देवताओं के मार्गदर्शन से मेरा हाथी राजपाल ही मेरे राज्य का अगला राजा चुनेगा। और इस प्रकार परलोक सिधारने से पहले राजा , चंद्रसेन  ने अपने मंत्रियों को इकठ्ठा किया, और उन्हे गुरुवार का  आदेश का पालन किया। हालांकी इस सामान्य आदेश से मंत्रीगण उलझन में थे । किंतू ये राजा का दृद आदेश था, इसलिए उनहोने राजा की इच्छा का सम्मान करने की कसम खाई।

कुछ दिनों बाद राजा चंद्र सेन शांती के साथ इस दुनिया से विदा हुए। उनकी आत्मा इस नसवार संसार से प्रस्थान कर गई । राजा की प्रजा ने राजा की मृत्यु का सोक मनाया, मंत्रियों ने जैसे की निर्देशित था। राज्य में लोगों को घोसना करते हुए उन्होने समस्त प्रजा को बताया, की राजा का हाथी ही अपना अगला शासक चुनेगा। नियुक्ति के दिन पर, दुनिया के सभी कोनों से लोग महल के पास एकत्रित हो गए। हर कोई चुने जाने की उम्मीद लेकर राजय में आया था। कुछ लोग अपने सबसे अच्छे कपड़े पहनकर आए थे

जबकी कई दूसरे लोग देवताओं की कृपा पाने के लिए उपहार भी लेकर आए थे। उनके बाद, राजा के प्रिय हाथी राजपाल को  राजशी वस्त्र और गहनों से सजाकर लाया गया । उसका बड़ा भव्य रूप भीड़ पर एक लयबद्ध छाया डाल रहा था। लोग उत्सुकता से देख रहे थे । । जब हाथी धीरे धीरे भीड़ से गुजर रहा था, उसके विशाल पैर जमीन पर एक लयबद रेखा बना रहे थे। उसने हर व्यक्ति के सामने तहराव लिया, उसकी बड़ी बड़ी आंखे सभी लोगों को देख रही थी। जैसे की आए हुए सभी व्यक्तियों की कीमत तोल रहा हो। कुछ लोग भीड़ में हाथी को छूने के लिए पहुँच। जबकि अनय चुने जाने की उम्मीद में धीरे से  भगवान से प्रथना कर रहे थे। लेकिन हाथी ने किसी को नहीं चुना । वहाँ पर शानदार कपड़े पहने हुए धनी व्यापारियों, कुलीनियों, यहाँ तक की धर्मनिष्ठ पुजारियों के पास से भी हाथी गुजर गया , हाथी ने किसी में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई, मंत्रियों ने चिंता करनी शुरू कर दी। क्योकि हाथी भीड़ में बिना किसी को चुने ही घूम रहा था।

लोगों में संदेह की फुसफुसाहट  फ़ेल गई। लोग सोच रहे थे, की क्या ये हाथी कोई राजा नहीं चुनेगा। अंत में हाथी उस सभा के किनारे  पर रुक गया। उसने भीड़ में खड़े देवदास को पाया, जो ना तो राज बनने की ऊमीद में आया था ,और ना ही किसी उपहार के लिए, बलकी ये तो केवल जिज्ञासा से आया था। दूसरों के विपरीत देवदास ना तो संदर कपड़े पहने था, और ना कोई उपहार लाया था । वह विनम्रता से खड़ा था। साधारण वस्त्र पहने व हाथ जोड़कर खड़े हुए देवदास की तरह हाथी ने अपनी सूंड बढ़ाई और उसके गले में हार पहना दिया। भीड़ ने चेन की सांस ली, मंत्रियों ने इस दिवय चयन को देखते हुए देवदास को नया राजा घोसीत किया। इस विचित्र दृशय को देखकर देवदास अभिभूत हो गया।  उसके दिमाग में इस आदितय घटनकर्म की गूंज थी ।

उसने सोचा ये कैसे हो सकता है। मैं और अगला राजा , उसका दिल तेजी से धडक रहा था। उसने सोचा में तो एक गरीब आदमी हूँ, राजा बनने योग्य कैसे हो सकता हूँ, लेकिन जब वो हाथी की पीठ पर बैठा तो, एक अजीब सी शांती ने उसे घेर लिया, जिसे की देवताओं ने खुद इसे आसवासन दिया हो, की यही उन देवताओं की नियति है । वहाँ पर उपस्थित सभी लोग आश्चर्यचकित थे, , लेकिन उन्होने हाथी के निर्णय को देवताओं की इच्छा मानकर स्वीकार कर लिया , और उसे नए राजा के रूप में मान्यता दे दी, मंत्रियों ने देवदास के सामने झुककर निष्ठा की सपथ ली, इस प्रकार देवदास को महल ले जाया गया। वहाँ उसी दिन उसका राज्याभिषेक कर दिया गया, दिन बीतने के साथ देवदास ने अपने जीवन को एक राजा के रूप में ढालने की कौशिश की, देवदास के लिए इतना बड़ा परिवर्तन आसान नहीं था। वह साधारण जीवन का आदमी था।

वह मनचाही विलासिता और भवयता का आदि नहीं था। लेकिन राजा बनने के बाद भी उसका दिल विनम्र रहा, उसने पहले के राजा की सेवा करने वाले सभी लोगों से मार्गदर्शन मांगा। राजा बनने के बाद उसकी पहली क्रियाओं में से एक उस ऋषि को ढूँढना था, जिसने उसकी नियती का पूर्वानुमान लगाया था, ऋषि के शब्दों की समृति उसके साथ रही, और वह उस ऋषि के प्रति गहरी कृत्यज्ञता महसूस कर रहा था। जिसने उसके सपने के महत्व को समझने में मदद की, देवदास ने ऋषि की कुटिया पर पहुँचते ही, देवदास ने झुककर कहा, हे मुनिवर में अब एक राजा हूँ, जैसा की आपने भविष्यवाणी की थी , लेकिन में अभी भी अपने सपने का अर्थ पूरी तरह से नहीं समझ पाया हूँ । हाथी को सपने में देखना किस बात का प्रतीक है।

ऋषि ने दयालु मुस्कान के साथ देवदास का स्वागत किया, और उसे बैठने का इशारा किया, ऋषि ने कहना शुरू किया , उनकी आवाज मृदुल लेकिन ज्ञान से भरी हुई थी। हे देवराज, हाथी एक शक्तिशाली प्रतीक है, विशेषकर सपनों की दुनिया में, इसके कई अर्थ हो सकते है। जो सपनों की परिस्थिति और दृष्टा के जीवन पर निर्भर करते है। ऋषि ने आगे कहा, हेर वत्स जो कोई सपने में हाथी की सवारी करता है, वह अक्सर महानता के लिए तैयार होता है। एक शासक या एक महान शक्तिशाली व्यक्ति बनने के लिए , ये इसलिए होता है, की हाथी ज्ञान शक्ति और महानता का प्रतीक है।  ये वो गुण है जो एक नेता में आवशयक होते है। जब तुमने सपने में हाथी के माथे पर हाथ रखा था, तुमने वो शक्ति और ज़िम्मेदारी स्वीकार की थी। जो देवता आपको दे रहे थे। देवदास ने ध्यानपूर्वक सुना , उसका मन हर एक शब्द को ग्रहण का रहा था, उसने ऋषि से पूछा , हे मुनिवर लेकिन कोई व्यक्ति हाथी को अपने से दूर भागते हुए देखता है, या उस पर हमला करते हुए देखता है ।

तो इसका क्या अर्थ होता है। ऋषि ने अपना सर हिलाया और देवदास के सवालों की गंभीरता को समझते हुए कहा, हे वत्स यदि कोई व्यक्ति सपने में हाथी को अपने से दूर भागते हुए देखता है, तो ये सपना धन और समृद्धि के नुकसान का संकेत देता है। इसके बाद आपसे समृद्धि और प्रतिष्ठा छीनी जाएगी । उन्होने देवदास को यह समझने का समय दिया ,और आगे बोले, हे वत्स यदि कोई हाथी आप पर हमला करता है। तो इसका मतलब है की तुम लंबा जीवन जीने वाले है। क्योकि ये हमला एक चुनौती का परीक्षण है।

जो तुम्हारी आत्मा को मजबूत करेगा, और तुम्हारी सहनशक्ति की परिक्षा लेगा। और यह इस बात का संकेत है ,की देवता मानते है, की तुम आगे आने वाली बाधाओं के लिए पर्याप्त मजबूत हो। ऋषि की आवाज धीरे धीरे नरम हो गई। जैसे की वो एक और गंभीर व्याख्या साझा करने वाले हो । उन्होने कहा ,हे वत्स अगर कोई सपने में हाथी को मरते हुए देखता है। तो यह एक अशुभ संकेत होता है। ये सपना दृष्टा की मृत्यु या खुद के जीवन में महत्वपूर्ण चीज के अंत की भविष्यवाणी करता है। हालांकि जो शक्ति और जीवन का प्रतीक होती  है, जीवन के सार का प्रतिनिधित्व करती है । उसकी मृत्यु एक बड़े परिवर्तन का संकेत होता है।, जो अक्सर दुखद होता है। इस विचार को सुनकर देवदास काँप गया। उसने पूछा , हे मुनिवर राजा चंद्रसेन के सपने के बारे में क्या, राजा ने सपने में ऐसा क्या देखा,की जिससे उसकी मृयु की भ्विष्यवाणी हुई।

ऋषि ने गंभीरता से कहा। राजा चन्द्रसेन का सपना देवताओं का स्पस्ट संकेत था। हाथी का गिरना उसके शासन और जीवन के अंत का संकेत था , हर सपना अपनी सच्चाई को समेटे हुए होता है। और उस सच्चाई को बुद्धिमानी और सावधानी से व्याख्या करणी चाहिए। राजा चन्द्रसेन ने देवताओं की भविषयवाणी को सुना और समय पर उचित निर्णय लिया, जिसके चलते यह सुनिश्चित किया ,की राजय का कोई उतराधिकारी है, देवदास ने धीरे धीरे सर हिलाया ,अपने नए उतरदायित्व का बोध, और अधिक महसूस करते हुए, अब में समझ गया हूँ, उसने कहा,  नई दृढ़ता के साथ देवताओं ने मुझे नहीं चुना है,  वो मेरे धन व स्थ्ति नहीं बलकी मेरे दिल की शक्ति और मेरे इरादों की पवित्रता के लिए मेरे को चुना है।

में इस राजय पर उसी विनम्रता और दयालुता के साथ सासन करूंगा, जिसने हमेशा मेरे जीवन का मार्गदर्शन किया है। ऋषि मुस्कुराए उनकी आँखें स्वीकृति से भरी हुई थी। जानबूझकर देवताओं ने तुम्हें चुना है। देवदास इस बात को हमेशा याद रखना। में एक राजा का मूल्यांकर उसके धन या उसकी शक्ति से नहीं किया जाता है । बलकी इस बात से होती है, की वह अपने लोगों की कितनी देखभाल करता है। और देवताओं की इच्छाओं को कितना पालन करता है। अपने राजय की सेवा करों और तुम एक एसी विरासत छोड़ जाओगे।  जिसे कई युगों तक याद रखा जाएगा। इसके बाद देवदास एक नए उदेशय के साथ अपने महल लौट आया  , उसने अपने राजय पर उतने ही विनमता के साथ शासन किया , जैसा की हमेशा उसने दिखाया था, ऋषि की बुद्धिमता और उसके सपने में हाथी की रहशयी शक्ति द्वारा निर्देशित उनके शासन काल में, राजय फलने फूलने लगा। और लोग शांती व समृद्धि से  जीवन जीन लगे। गरीब आदमी के राजा बनने की कहानी देश भर में फ़ेल गई।

इस कहानी को सुनने वाले सभी के भाग्य के अजीब और अद्भूत रहशयों की याद दिलाई। और सपनों के माधयम से आने वाले शक्तिशाली संदेशो के बाद  ,देवराज ने अपनी विनम्रता को कभी नहीं भुलाया। वह अभी भी सरल जीवन जीता और अपने धन को गरीबों और जरूरतमंदों के साथ सांझा करता ,और बुद्धिमानो की सलाह लेता, इस प्रकार देवताओं के द्वारा चुने गए विनम्र आदमी देवदास की कहनी एक ऐसी कथा बन गई, जिसे दादा दादी अपने बच्चों को सुनाते , जिससे बच्चों में सकारात्मक शक्ति का संचार होता है ।  दोस्तों इससे हमे पता चलता है, की सपने में हाथी देखना कैसा होता है। दोस्तों अगर आपको अपने सपने का अर्थ मिल गया है । तो कमेंट बॉक्स में जय माँ लक्ष्मी जरूर लिखें।

सपने में चूहा दिखाई देना कैस होता है?

The post सपने में हाथी दिखाई दिया, बाद में मेरा भाग्य कैसे बदला, एक रोचक कहानी appeared first on Sapne mein.

]]>
https://www.sapnemein.com/sapne-mein-hathi-dekhna-2/feed/ 0
राजपूत गोला शब्द से क्यों चिड़ते है, वास्तविकता जाने , Reality of Gola Rajput History https://www.sapnemein.com/reality-of-rajput-history/ https://www.sapnemein.com/reality-of-rajput-history/#respond Fri, 13 Sep 2024 04:23:14 +0000 https://www.sapnemein.com/?p=15509 नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है ,हमारे हमारे ब्लॉग sapnemein.com में , दोस्तों बहुत से ऐसे शब्द होते है, जो हमारे दिल में चुभते, लेकिन दोस्तों जिन शब्दों से हम चिड़ते है, उन शब्दों का हमे अर्थ तक पता नही होता, जैसे अगर किसी जाट को घोडता, कुम्हार को पादा और माली को जाली कह दिया […]

The post राजपूत गोला शब्द से क्यों चिड़ते है, वास्तविकता जाने , Reality of Gola Rajput History appeared first on Sapne mein.

]]>
नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है ,हमारे हमारे ब्लॉग sapnemein.com में , दोस्तों बहुत से ऐसे शब्द होते है, जो हमारे दिल में चुभते, लेकिन दोस्तों जिन शब्दों से हम चिड़ते है, उन शब्दों का हमे अर्थ तक पता नही होता, जैसे अगर किसी जाट को घोडता, कुम्हार को पादा और माली को जाली कह दिया जाये तो वह इतना ज्यादा चीड़ जाते है, की वो बिना सोचे समझे इन शब्दो को सुनकर आग बबुल होकर ,हम पर हमला बोल देते है।

आज हम बात करेंगे की राजपूत या ठाकुर को गोला क्यो कहा जाता है, अगर आप एक वात्सविक राजपूत है , और आप इस इन शब्दों से चिड़ते है , तो इस वीडियो को देखने के बाद चिड़ना छोड़ देंगे, गोला शब्द का वास्तविक अर्थ जानने के लिए वीडियो को अंत तक जरूर देखें। आज से दस दिन पहले की बात है, मेरी दुकान में पांच बूढ़े आदमी बैठे थे, वो एक दूसरे के साथ जातीय शब्दों के साथ मजाक कर रहे थे, तभी एक जाट ने राजपूतों को गोला कह दिया।  

तभी एक राजपूत गुस्से से भर गया और जाट के साथ लड़ने लगा, कहने का अर्थ है, की उससे मजाक सहन ना हो सकी, और वो उस जगह से उठकर चला गया। ये सारी घटना में अपनी आँखों से देख रहा था।  थोड़ी देर बाद सभी लोग वहाँ से चले गए , लगभग  आधे घंटे बाद वो राजपूत बुढा मेरे पास आया, वो राजपूत मेरे मुँह लगता व्यक्ति था, में उसके साथ हंसी मजाक करता रहता था, फिर भी मैंने उस बुढ़े व्यक्ति से डरते हुए पूछ लिया, मैंने कहा ,ताऊजी, जब उस जाट व्यक्ति ने गोला शब्द बोला तो महेंद्रसिंग जी राठौड़ को इतना गुस्सा क्यों आया। गोला शब्द में ऐसा क्या है, की वो गुस्से से आग बबूला हो गए । जबकि आप भी एक राजपूत है, लेकिन आप तो गोला शब्द से नही चिड़े ।

राजपूत गोला शब्द से क्यों चिड़ते  है, वास्तविकता जाने , Reality of Gola Rajput History

तभी उस बूढ़े राजपूत व्यक्ति ने बताया की, में राजपूत नही हूँ, में गोला हूँ, मैंने चोकते हुए कहा, ताऊजी आप ये क्या बोल रहे, जब किसी राजपूत को गोला बोल दिया जाता है, तो हिंसक हो जाता है, गोला शब्द को लोग गाली सूचक शब्द के के रूप में काम लेते है। जबकि आप खुद को बड़ी शान के साथ गोला कह रहे है। उस बूढ़े राजपूत व्यक्ति ने मुस्कुराते हुए कहा, की गोला शब्द कोई गाली नही, गोला शब्द की उत्पति गुलाम शब्द से हुई है। पुराने समय में जब दास प्रथा प्रचलित थी, उस समय जब राजपूत की लड़की की शादी होती थी, उस लड़की की सेवा हेतु अन्य जाती की एक लड़की गुलाम के रूप में साथ भेजी जाती थी।

वो लड्की राजपूत लड़की की सेवा करती थी ,वो लड़की दासी या गुलाम कहलाती थी। जब उस गुलाम महिला के बच्चे पैदा होते थे , तो उन बच्चों को गुलाम या गोला कहा जाता था। यानी गुलाम की संतान को गोला कहा जाता था। गोला शब्द से वही लोग चिड़ते है, जो नकली राजपुत है, जब आजादी के बाद दास प्रथा खतम हुई , तो वो गुलाम आजाद हो गए, आजाद होने के बाद , वे लोग अपने आप को ठाकुर या राजपूत बताने लगे, अपने आपको ऊँची जात का दिखाने के लिए ,वो अपने नाम के आगे ठाकुर या राठौड़ लगाने लगे। दोस्तों अगर आप किसी जातीय शब्द से चिड़ते है ,या आपको कोई जाती सूचक गाली देता है ,तो आप उस गाली को कॉमेंट बॉक्स में लिखकर हमे भेजें। ताकि हम उस गाली सूचक शबद् के बारे मैं सही जानकारी दे सके। क्या आपको

नोट- दोस्तों हमारा मकसद किसी को गली सूचक शब्दों से छिड़ना या किसी की भावना आहत करना नहीं है। हम समाज में चल रही गलियों को खतम करना चाहते है। अगर आप कोई राजपूत, ठाकुर, माली या कुम्हार है, तो हमारी बात को जानकारी मात्र समझें। इस विडियो में बताई गई जानकारी की हम पुष्टि नहीं करते है। क्योकि इन बातों का हमारे पास कोई दस्तावेज़ नहीं है। ये बात तो हमे एक राजपूत जाती वृद्ध व्यक्ति ने बताई थी।

राजपूतों की सच्चाई || Reality of Rajput History and now || Rajput Mystery

पपु शब्द का वास्तविक अर्थ क्या है?

The post राजपूत गोला शब्द से क्यों चिड़ते है, वास्तविकता जाने , Reality of Gola Rajput History appeared first on Sapne mein.

]]>
https://www.sapnemein.com/reality-of-rajput-history/feed/ 0
नितिन गडकरी के फोन नंबर और जीवनी How to contact Nitin Gadkari https://www.sapnemein.com/nitin-gadkari-contact-number/ https://www.sapnemein.com/nitin-gadkari-contact-number/#respond Fri, 30 Aug 2024 02:11:44 +0000 https://www.sapnemein.com/?p=15503 नितिन गडकरी का संपर्क नंबर-नितिन गडकरी का व्यक्तिगत संपर्क नंबर, व्हाट्स ऐप नंबर, नितिन गडकरी से कैसे संपर्क करें।-आज हर व्यक्ति के मन में अपनी राजनीतिक और निजी जिंदगी से जुड़े कई सवाल हैं। हम अपनी समस्याओं की सीधे शिकायत करना चाहते हैं। कई स्वयंसेवक नितिन गडकरी के बारे में बात करते हैं लेकिन वह […]

The post नितिन गडकरी के फोन नंबर और जीवनी How to contact Nitin Gadkari appeared first on Sapne mein.

]]>
नितिन गडकरी का संपर्क नंबर-नितिन गडकरी का व्यक्तिगत संपर्क नंबर, व्हाट्स ऐप नंबर, नितिन गडकरी से कैसे संपर्क करें।-आज हर व्यक्ति के मन में अपनी राजनीतिक और निजी जिंदगी से जुड़े कई सवाल हैं। हम अपनी समस्याओं की सीधे शिकायत करना चाहते हैं। कई स्वयंसेवक नितिन गडकरी के बारे में बात करते हैं लेकिन वह विवरण सही नहीं होता है। उनका जवाब राजनीतिक पर आधारित होगा। इसलिए, हर व्यक्ति निजी सवाल जानने के लिए नितिन गडकरी का संपर्क नंबर जानना चाहता है।

तो दोस्तों, आज हम नितिन गडकरी के संपर्क नंबर, फोन नंबर, व्हाट्स नंबर, व्यक्तिगत संपर्क नंबर, व्यक्तिगत ईमेल, व्यक्तिगत व्हाट्सएप नंबर के बारे में बात करेंगे। हम नितिन गडकरी से सीधे उनके सवाल कैसे पूछ सकते हैं? या हम नितिन गडकरी से कैसे संपर्क कर सकते हैं

नितिन गडकरी हमारे देश की एक जानी-मानी शख्सियत हैं, जो भारतीय राजनीति से जुड़े हुए हैं। वर्तमान में, वे भारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल में सड़क परिवहन मंत्री हैं। हालांकि, पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे के आकस्मिक निधन के बाद गडकरी को ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय का कार्यभार संभालने का भी मौका मिला है। नितिन गडकरी जी को राजमार्ग, एक्सप्रेसवे और फ्लाईओवर बनाने के लिए “फ्लाईओवर मैन” के नाम से भी जाना जाता है। जल परिवहन और फ्लाईओवर के विकास में उनके उत्कृष्ट कार्य के कारण उन्हें “फ्लाईओवर मैन” के नाम से जाना जाता है। उन्होंने अपने जीवन में जो कुछ भी हासिल किया है, वह नितिन गडकरी जी के बारे में इस लेख में शामिल है।

नितिन गडकरी के फोन नंबर और जीवनी  How to contact Nitin Gadkari

नितिन गडकरी कौंन है ?

नितिन गडकरी का जन्म भारतीय राज्य महाराष्ट्र के नागपुर में एक मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनका शुरुआती जीवन गरीबी में बीता और उन्हें अपने परिवार और शिक्षा का भरण-पोषण करने के लिए आय अर्जित करने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।
शुरू में उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के बावजूद भी बाद में वे पॉली-सैक इंडस्ट्रियल सोसाइटी लिमिटेड के संस्थापक, अध्यक्ष और सीईओ बने। यह कंपनी कठोर पीवीसी पाइप बनाती है। इसके अलावा उनके बेटे निखिल गडकरी निखिल फर्नीचर एंड अप्लायंसेज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक हैं। जिसमें गडकरी जी प्रमोटर डायरेक्टर के तौर पर कंपनी से जुड़े हैं। इस फंक्शन में कंपनी एपॉक्सी पाउडर कोटेड स्टील फर्नीचर उपलब्ध कराने वाली कंपनी है।

इसके के अलावा जिन्होंने अपनी संस्था के साथ विदेशों में ताजे फलों के आयात में अपना करियर बनाया है। जिनका उपनाम केतकी ओवरसीज ट्रेडिंग कंपनी है।
नितिन गडकरी ने अपनी पढ़ाई जीएस कॉमर्स कॉलेज, नागपुर यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ, मेन ब्रांच, नागपुर से क्रमशः एम.कॉम और एलएलबी की

Nitin Gadkari mobile number/Nitin Gadkari Phone number नितिन गडकरी के फोन नंबर

वैसे आपको बता दें कि नितिन गडकरी सबसे मशहूर लोगों में से एक हैं। आपको नितिन गडकरी का निजी नंबर नहीं मिल सकता। इसके लिए आपको नितिन गडकरी के दफ़्तर में फ़ोन करना होगा और उसके बाद ही आप उनसे संपर्क कर सकते हैं। और आपको यह भी बताना होगा कि आप नितिन गडकरी से क्यों मिलना या संपर्क करना चाहते हैं। क्योंकि बिना किसी कारण के वे किसी से नहीं मिलते।

हम जो संपर्क नंबर नीचे दे रहे हैं, वह नितिन गडकरी का नंबर नहीं है। यह दफ़्तर का नंबर है जिस पर आप उनसे संपर्क कर सकते हैं।

चूँकि यह नंबर दफ़्तर का नंबर है, इसलिए कई बार BG भी आती है, इसलिए यह नहीं समझना चाहिए कि यह नंबर काम नहीं करता। असल में यह नंबर काम करता है लेकिन झूठ व्यस्त हो सकता है।

वैसे नितिन गडकरी का निजी नंबर नहीं मिलेगा। लेकिन सरकारी लोक सभा पर उपलब्ध कुछ मोबाइल नंबर मिल जाएँगे। टेलीफोन नंबर +91 11-23711252, 23710121, फ़ैक्स। 011-23719023 सदस्य nitingadkari.org से लिया गया है। आप इन नंबरों पर संपर्क करके नितिन गडकरी के बारे में जान सकते हैं। हालाँकि यह कैसे काम करता है। हमें इसके बारे में नहीं पता।

नोट- ये लिस्ट भारतीय चुनाव आयोग से ली गई है

Transport Bhawan” 1, Sansad Marg, New Delhi – 11000191 11-23711252, 23710121,
2, Motilal Nehru Place, In front of Lal bahadur Shastri Smarak, Akbar Road, New Delhi – 110001(011-23063867, 23062019
Gadkari Wada, Upadhye Road, Mahal, Nagpur 440 002. M. S. (India)0712 – 272 7127, 272 7145
1201-A, 12th Floor, Sukhada Co-Op. Hsg. Soc. Ltd., Sir Pochkhanwala Marg, Worli, Mumbai 400 030. M. S. (India)022 – 2497 0287, 2497 1892
Residency Landline Number23711252, 23710121,23712337, 23719023-(Fax)
Residency Phone Number23062019,23062022
Residency Contact Number+91-11-23014161
Personal Number(0712) 2727145, 09821080522 (M)
Residency Fax Number(011) 23062019 (R), 23711252,
23710121, 23712337 (O),
09821080522 (M)

इन तरीको से नितिन गडकरी से मिल सकते है ।

By Contact numbere

By Whatsapp number

By Email address

By Facebook

By Twitter

By Instagrame

By Facebook

Nitin Gadkari Email Address

nitingadkari.org
nitin.gadkar@nic.in

nitin.gadkari@nic.in

भारतीय जनता पार्टी vjp को इस लिंक से जॉइन करें ..

https://www.bjp.org/membership/en

Nitin Gadkari official website

https://www.nitingadkari.org

Nitin Gadkari Instagram handle-

दोस्तों अगर आपको अपना हीरो मोटोरोला कोरियोग्राफर पसंद है तो आप उनसे मिलने का कोई ना कोई तरीका जरूर ढूंढेंगे। अगर आप उन्हें पसंद करते हैं तो आप उन्हें सलामत पर फॉलो कर सकते हैं। अगर आप जनरलों पर लगातार जुड़े रहेंगे तो आपको उनके बारे में सारी जानकारी मिलेगी। नैरोटिनिटी कैरेक्टर जो कुछ भी आपके सामने खोलेंगे आप महान से जान लेंगे। दोस्तों आप बोटिन मोनोलैर को टैग करके पोस्ट करें। अगर आप उनसे मिलने की इच्छा स्वीकार करते हैं तो आप अभिनव विनोद से जरूर मिल सकते हैं। आप उनके जीवन से जुड़ी साड़ी की जानकारी और उनके सभी ब्लॉगिंग के टिप्स की जानकारी पाने के लिए उन्हें instagram.com/gadbari.nitin/?hl=en पर फॉलो कर सकते हैं। उनके पास अब तक 4672 पोस्टपोस्ट हैं। अब तक उनके सलाम पर 2M फॉलोअर्स हैं और उन्हें 5 लोग फॉलो कर चुके हैं।

instagram.com /gadkari.nitin/?hl=en

https://www.instagram.com/gadkari.nitin/?hl=en

4672 posts

2M followers .

5following

Nitin Gadkari Youtub channel-

www.youtube.com/c/NitinGadkariOfficial/playlists?app=desktop

www.youtube.com/c/NitinGadkariOfficial/playlists?app=desktop

Nitin Gadkari Linkedin profile-

https://in.linkedin.com/in/gadkari-nitin-156b9011

follow Nitin Gadkari on twitter

दोस्तों, नितिन गडकरी ट्विटर पर बहुत सक्रिय हैं और अगर आप उनसे संपर्क करना चाहते हैं, तो आप उन्हें ट्विटर पर फॉलो कर सकते हैं। उनके ट्वीट देखने पर पता चलता है कि वह हिंदी में कुछ भी नहीं लिखते हैं। उनके सभी ट्वीट अंग्रेजी में हैं। ट्विटर पर, नितिन गडकरी अक्सर विपक्षी पार्टी पर हमला करते हुए देखे जाते हैं। जैसा कि आपने अक्सर देखा होगा कि एक पार्टी दूसरे की आलोचना करती है। अगर आप नितिन गडकरी के प्रशंसक हैं, तो आप उनसे ट्विटर पर संपर्क कर सकते हैं और नितिन गडकरी की गतिविधियों के बारे में जानने के लिए आप उनसे संपर्क भी कर सकते हैं। नितिन गडकरी से संपर्क करने का यह बहुत अच्छा तरीका है।

https://twitter.com/nitin_gadkari?ref_src=twsrc%5Egoogle%7Ctwcamp%5Eserp%7Ctwgr%5Eauthor

19.2K tweets

11.8M followers

528 following

Contact with Nitin Gadkari on Facebook page

दोस्तों नितिन गडकरी का एक फेसबुक पेज भी है। और आप इस पेज पर संपर्क कर सकते हैं। आप यहाँ जाकर नितिन गडकरी को फॉलो कर सकते हैं। और यहाँ नितिन गडकरी कई तरह की बातें भी शेयर करते रहते हैं। जैसे किस इवेंट में कब जाना है। इससे आपको पता चल जाएगा कि बीजेपी अभी क्या कर रही है?

वैसे तो नितिन गडकरी फेसबुक पर ज्यादा एक्टिव नहीं रहते हैं। शायद उन्हें बहुत कम समय मिलता हो। लेकिन अगर आप नितिन गडकरी से जुड़ना चाहते हैं तो आप उन्हें फेसबुक पर फॉलो कर सकते हैं

www.facebook.com/nitingadkary/

Followers

following
5

likes-

57,39,556 

response@nitingadkari.org

contact number- 0712 272 7127

nitingadkari.org

Nitin Gadkari Pinterest Account

nitin gadkari

नितिन गडकरी जी का Email ID and official website

दोस्तों अगर आप नितिन गडकरी से संपर्क करना चाहते हैं तो आप कर सकते हैं। इसके लिए आप नीचे दिए गए ईमेल पर मेल कर सकते हैं। और अगर आपकी कोई बात है तो हो सकता है कि आपको रिप्लाई भी दिया जाए। लेकिन अगर आप अपनी बात नितिन गडकरी तक पहुंचाना चाहते हैं तो आप यह तरीका भी आजमा सकते हैं।

Nitin Gadkari personal email addressnitingadkari.org
nitin.gadkar@nic.in
Official website of Nitin Gadkariwww.nitingadkari.org
response@nitingadkari.org

Contact on website/Nitin Gadkari BJP(Bhartiy Janta Party) Mobile number

57 वर्षीय श्री नितिन गडकरी एक कैबिनेट मंत्री हैं, जिनके पास बुनियादी ढांचे के विकास की कैबिनेट जिम्मेदारी है। 57 वर्षीय श्री गडकरी महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के नागपुर से लोकसभा के लिए चुने गए, जो कांग्रेस का एक मजबूत गढ़ है, उन्होंने सात बार के विजेता विलास मुत्तेमवार को लगभग 3,000 मतों के अंतर से हराया।

शिवसेना के नेतृत्व में और उनके गतिशील मार्गदर्शन और सक्षम पर्यवेक्षण के तहत, भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने महाराष्ट्र की सभी 42 सीटों पर जीत हासिल की, जिसमें राज्य के स्वतंत्र इतिहास में पहली बार विदर्भ क्षेत्र की दस सीटें शामिल हैं।

श्री गडकरी पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के एक विश्वविद्यालय नेता के रूप में राज्य के मामलों में शामिल हुए और बाद में भाजपा की युवा शाखा जनता युवा मोर्चा में शामिल हो गए। वह खुद को एक पेशेवर राजनेता नहीं मानते हैं, लेकिन राजनीति को सार्वजनिक सेवा का एक रूप मानते हैं, जिसमें जरूरतमंदों, समाज और गरीबों के लिए परियोजनाएं शुरू करना शामिल है।

श्री गडकरी 1989 से महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य हैं। वे 1999-2005 तक महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के विश्व नेता भी रहे। वे 2009 तक महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे और जब उन्होंने यह पद संभाला तो वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।

वे 1995 से 1999 के बीच महाराष्ट्र में पीडब्ल्यूडी मंत्री थे, जिसके बाद उन्हें बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को शुरू करने का पहला अनुभव मिला। श्री गडकरी को 5 करोड़ रुपये की इक्विटी के साथ 8,000 करोड़ रुपये के काम पूरा करने का गौरव प्राप्त है। वे पीडब्ल्यूडी मंत्री के रूप में अर्जित इस अनूठी उपलब्धि को अक्सर याद करते हैं। श्री गडकरी ने राज्य को 150 करोड़ रुपये आवंटित करने के लिए राजी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

इसके बाद, महाराष्ट्र की 98% आबादी ने अगले 4 वर्षों में अपनी सड़क पहुंच में सुधार के लिए कदम उठाए। इस परियोजना का उद्देश्य विदर्भ के 13,736 ग्रामीण गांवों को जोड़ना था, जो आजादी से पहले सड़क से नहीं पहुंच पाए थे। इसने कई गांवों में गंभीर कुपोषण की समस्या का समाधान करने में भी मदद की, जहां पहले चिकित्सा सहायता, खाद्यान्न राशन या यहां तक ​​कि शिक्षा कार्यक्रम भी उपलब्ध कराना असंभव था।

अपने पसंदीदा हीरो के बारे में सब कुछ जाने …

सोफिया अंसारी का बायोडाटा

आचार्य प्रशांत जी का भूतपूर्व जीवन

धोनी की जीवनी और संघर्ष

How to join BJP /How to get BJP membership?

अगर आप भी बीजेपी के सदस्य बनना चाहते हैं तो आपको निम्न स्टेप्स फॉलो करने होंगे-

1 सबसे पहले गूगल सर्च इंजन पर जाएं।

2 गूगल सर्च इंजन में www.bjp.org टाइप करें

3 फिर आपके सामने एक पेज खुलेगा।

4 आपको साइड में एक पॉप-अप मेन्यू दिखेगा जिस पर ऑनलाइन मेंबरशिप का नाम लिखा होगा। आप अपनी भाषा चुनें।

5 भाषा चुनने के बाद आपको एक बार नाम लिखा हुआ दिखेगा, मैसेज भेजें, वहां आपको अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर टाइप करना होगा।

6 मोबाइल नंबर डालें और एरो सिंबल पर क्लिक करें।

7 फिर कुछ सेकंड में आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा।

8 मैसेज की जगह ओटीपी मांगा जाएगा, यहां ओटीपी टाइप करें।

ओटीपी डालने के बाद आपको मैसेज भेजने वाले एरो के निशान पर क्लिक करना होगा। इसके बाद ही आपको बधाई का मैसेज मिलेगा।

10 इस तरह आपको कांग्रेस में होने वाली सभी गतिविधियों की जानकारी मैसेज के जरिए मिलती रहेगी।

11 आप कुछ समय बाद कांग्रेस सदस्यता कार्ड भी डाउनलोड कर सकते हैं।

10 अगर आपको कांग्रेस की सदस्यता में कोई समस्या आ रही है तो आप इस जानकारी के लिए मुख्य साइट https://www.inc.in/ पर जा सकते हैं।

Nitin Gadkari biodata

Full nameNitin Jairam Gadkari
NameNitin Gadkari
बचपन का नाम Nitin
Nick nameJairam
पिता का नाम Jairam Ramchandra Gadkari
बेटे का नाम Nikhil Gadkari and Sarang Gadkari
Mother nameBhanutai Gadkari
पत्नी Kanchan Gadkari
BrotherN/A
Sister
life introduction pointLife introduction
नितिन गडकरी का पूरा नाम Nitin Jairam Gadkari
Other नाम flyover man
ProfessionLawyer, industrialist and Indian politician
Political PartyBharatiya Janata Party
पार्टी का निशान Lotus
Birth DateMay 27, 1957
आयु 62 years
Birth PlaceNagpur, Bombay State (Presently Maharashtra)
राष्ट्रियता Indian
HometownNagpur
Educational QualificationM.Com, L.L.B. and Diploma in Business Management etc.
धर्म Hindu
CasteMarathi Brahmin
स्थायी पता Upadhyay Road, Mahal, Nagpur – 32
Marital Statusmarried
सेलरी 50,000 per month
Net Worth15 crores (in 2014)
Zodiac SignGemini
(Height)5 foot 6 inches
Weight85 kg
Eye Colordark brown
बालों का रंग black
Favorite PoliticiansAtal Bihari Vajpayee and Narendra Modi
Favorite फिल्म Singham
Favorite Food ItemsSamosa, Pani Puri, Bhel Puri
Favorite ActorAmitabh Bachchan
Favorite MusicianJagjit Singh
पसंदीदा गाना Life is not angry with you…
पसंदीदा एक्ट्रेस Line

Martial status/husband boyfriend and other

वैवाहिक स्थिति married
Nitin gadkari first love During college at littlie talk
पत्नी कंचन
Marriage dateN/A
 boyfriend/ affairN/A
 बेटा Nikhil Gadkari and Sarang Gadkari
 Daughter / son in lawN/A
 Mother-in-lawN/A
ससूर N/A
साला साली N/A

Nitin Gadkari Phone number

नितिन गडकरी का राजनीतिक करियर/ नितिन गडकरी की राजनीतिक journey

गडकरी जी नितिन की राजनीति में रूचि कम उम्र में ही शुरू हो गई थी, 24 साल की उम्र तक वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष चुने गए थे। इसके बाद गडकरी ने नागपुर के शहर के मेयर के साथ काम किया। 1989 से वे महाराष्ट्र सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री थे। इसके बाद गडकरी ने महाराष्ट्र विधान परिषद में प्रवेश किया।

उन्होंने अपनी पार्टी की लोकप्रियता को पूरे राज्य में फैलाने का काम किया था, जिसके परिणामस्वरूप वे वर्ष 1996, 2002, 2006 और 2008 में लगातार 4 बार इस पद पर विजयी हुए। फिर 2004 में वे भाजपा द्वारा राज्य स्तरीय अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद दिसंबर 2009 में वे राजनाथ सिंह को पीछे छोड़ते हुए भाजपा के अध्यक्ष बने, 2013 में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

2014 के चुनाव कार्यक्रम में वे नागपुर सीट से चुनाव लड़े और यहां से भी उन्होंने जीत हासिल की। इसके बाद नितिन गडकरी जी की छवि अरविंद केजरीवाल के मंत्रियों की सूची में शामिल की गई और उन्हें सड़क परिवहन मंत्री के रूप में चुना गया। सितंबर 2017 में, वे शिपिंग, जल संसाधन और नदियों और गंगा कायाकल्प सहित अतिरिक्त कार्यों को जारी रखने में सक्षम थे, जिसे उन्होंने काफी अच्छे से किया।

Qualification school and college

स्कूल का मान He completed M.Com. and L.L.B. नागपूर विश्वविधायल
नितिन गडकरी के कॉलेज का नाम  GS Commerce College, Nagpur University and University College of Law,
education qualificationM.Com, L.L.B. and Diploma in Business Management etc.
Other skillDiploma in Business Management
ProfessionPolitician

नितिन गडकर की विवादास्पद स्थिति

अभिनेता अक्षय कुमार के एक नए सड़क सुरक्षा विज्ञापन को लेकर विवाद छिड़ गया है। इस मामले में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी आरोपों का सामना कर रहे हैं। इंटरनेट से लेकर कई राजनेताओं और अन्य लोगों ने इस विज्ञापन को लेकर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि यह वीडियो दहेज को बढ़ावा दे रहा है। मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है। दरअसल, देश के जाने-माने कारोबारी और टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की हाल ही में एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इस तबाही के बाद हर तरफ सड़क सुरक्षा की चर्चा हो रही है।

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी सड़क सुरक्षा को लेकर काफी सक्रिय हैं। हाल ही में पाकिस्तानी अभिनेता अक्षय कुमार पर सड़क सुरक्षा को लेकर कई प्रेरणादायक विज्ञापन शूट किए गए हैं। गडकरी ने सोशल मीडिया पर नए विज्ञापन शेयर किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अक्षय कुमार के सामाजिक कार्यों की सराहना करते हुए उनका आभार भी जताया है।

शारीरिक मापदंड

लंबाई 5 foot 6 inches
वजन 85kg
Body mesurmentN/A
कलाई N/A
छाती 53
skin colourIndian dark brown
आँखों का रंग काला
Blood groupN/A
बालों का रंग Black
Dress Size‎4 US
Body typenormal
S*xual OrientationStraight
S*xualityपुरुष
जूतों का आकार N/A
Shoe Sizeupdate soon
Thigh sizeN/A
कमीज का साइज XL
Biceps and arms sizeApproximate 17 inch
IQN/A
जाती Brahmin

Nitin Gadkari contact number

How to meet Nitin Jayram Gadkari( नितिन गडकरी से कैसे मिला जा सकता है )

अगर हम किसी आम व्यक्ति से मिलना चाहते हैं तो हमारे लिए यह बहुत आसान है। लेकिन अगर हम किसी मशहूर व्यक्ति से मिलना चाहते हैं तो हमारे लिए यह बहुत मुश्किल काम है, मशहूर व्यक्ति के कई प्रशंसक होते हैं, इसके साथ ही उसके कई प्रतिस्पर्धी या दुश्मन भी होते हैं। इसलिए उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनकी निजी जानकारियों को साझा नहीं किया जाता है।

दोस्तों, नितिन गडकरी को कौन नहीं जानता, नितिन गडकरी भारत सरकार में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री हैं। वे भारत में चुनावी दल भारतीय जनता पार्टी हैं।

आज अगर आप भारत सरकार में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मिलना चाहते हैं तो आपके पास ऐसा मुद्दा होना चाहिए जो देश के लिए हो और जिसमें आपका कोई निजी हित छिपा न हो। आप नितिन गडकरी से सीधे नहीं मिल सकते। आपको पहले भाजपा कार्यालय के नंबर पर कॉल करके और उनके मंत्रियों और सचिव से बात करके अपॉइंटमेंट लेना होगा। आपको कोई बड़ा कारण बताना होगा।

अगर आपको अपॉइंटमेंट नहीं मिलता है तो आपको नितिन गडकरी तक पहुंचने के लिए पार्टी के किसी बड़े नेता की मदद लेनी होगी जिससे आपको नितिन गडकरी से मिलने में आसानी होगी। या फिर आपको इस साइट पर दिए गए मेल पर नितिन जयराम गडकरी को मेल भेजना होगा ताकि नितिन जयराम गडकरी से आपकी अपॉइंटमेंट फिक्स हो सके। अगर आप बीजेपी पार्टी के सदस्य बनना चाहते हैं तो आप बीजेपी की मुख्य साइट पर जाकर मेंबरशिप ले सकते हैं। मेंबरशिप कैसे लें, यह भी इस साइट पर दिया गया है।

इसके अलावा अगर आप बीजेपी के लिए कुछ करते हैं जिसकी वजह से नितिन जयराम गडकरी खुद आपको मिलने के लिए बुलाएं। या फिर आपको बीजेपी का टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार दें।

इसके अलावा अगर आप नितिन जयराम गडकरी के बहुत बड़े फैन हैं और आप नितिन जयराम गडकरी की हर बात को फॉलो करते हैं, आप उन्हें हर तरह के सोशल मीडिया पर पोल करते हैं। आप उन्हें इतना फॉलो करते हैं कि आप फैन नंबर वन बन जाते हैं। इसके अलावा आप नितिन जयराम गडकरी को ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर फॉलो करके भी उनके बारे में सबकुछ जान सकते हैं।

अगर आप लेखक हैं तो नितिन जयराम गडकरी के बारे में ऐसा लेख प्रकाशित करें जिसमें नितिन जयराम गडकरी के जीवन के बारे में विस्तार से लिखा हो और जिसे पढ़ने के बाद नितिन जयराम गडकरी आपसे मिलने के लिए अपॉइंटमेंट भी फिक्स कर लें।

Nitin Jayram Gadkari Personal life

जन्म तारीख (date of birth )May 27, 1957
उनकी आयु (according to 2020)65 years according to 2022
नितिन गडकरी का देक्ष (Nationality)भारत (Indian)
प्रोफिसन राजनेता
State Maharashtra
जन्म स्थान Upadhyay Road, Mahal, Nagpur – 32
होम टाउन महाराष्ट्र नागपूर
QualificationM.Com. and L.L.B. Dipploma in business management
EducationGraduate
College / universityGS Commerce College, Nagpur University and University College of Law
धर्म HIndu
जाती Marathi brahmin (Gadkari)
Political inclination Minister for Road Transport & Highways in the Government of India.
राशि Gemini

Nitin gadkari Phone number

नितिन गडकरी एक महान सुधारक और कार्य गुरु हैं

मोदी सरकार में वरिष्ठ मंत्री नितिन गडकरी को पार्टी लाइन से हटकर और आम जनता के बीच उनके व्यापक काम के लिए सराहा जाता है। एक व्यक्ति का मूल्यांकन उसके साथियों से होता है। नितिन गडकरी का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से लंबा जुड़ाव रहा है, जिसने देश की सेवा करने की प्रकृति के साथ-साथ प्रतिबद्धता, समर्पण, अनुशासन, नेतृत्व, नवाचार और रचनात्मकता जैसे गुणों को उनमें समाहित किया है।

सड़कों और जलमार्गों द्वारा परिवहन क्षेत्र का परिवर्तन आश्चर्यजनक है। उनके काम का सबसे अच्छा हिस्सा दुनिया भर में इस्तेमाल की जाने वाली विभिन्न नवीन अवधारणाओं का अध्ययन करने में उनकी रुचि है, ताकि उन्हें पूरे देश में सर्वोत्तम लागू प्रथाओं के साथ अनुकरण करने का प्रयास किया जा सके, क्योंकि कार्यों की विकास गति में वृद्धि हुई है।

उनके प्रोजेक्ट्स का गहन अध्ययन और उनके द्वारा उत्पन्न समस्याओं को हल करने और प्रशासनिक प्रणाली को कुशलतापूर्वक कार्य करने के उनके प्रयासों के साथ, एक कठिन चुनौती है, जैसा कि उनके व्यापक ज्ञान से स्पष्ट है। इसने उन्हें किसी भी टेलीविज़न चर्चा के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प बना दिया है। वह एक संक्षिप्त और गणना करने वाले व्यक्ति हैं, जिनके पास दीर्घकालिक और अल्पकालिक दृष्टि और समाधान है। हर समस्या का समाधान मौजूद है। बॉस ईमानदार है और उसे लोगों की राय की परवाह नहीं है।

एक व्यवस्थित दृष्टिकोण और अभिनव सोच वाले प्रमुख शोधकर्ता के रूप में, नितिन गडकरी सबसे अलग हैं। चूंकि उन्हें कार्यान्वयन में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए उन्हें नौकरशाही और ठेका कंपनियों में भ्रष्टाचार जैसे गंभीर मुद्दों को हल करना होगा। किसी भी देश का विकास तभी संभव है जब उसका परिवहन क्षेत्र उसकी वर्तमान और भविष्य की इच्छाओं के अनुरूप विकसित हो और ऐसा करना देश के औद्योगिक विकास और विकास का एक केंद्रीय पहलू है।

  1. महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री के रूप में गडकरी की भूमिका मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के निर्माण में तेजी लाने में महत्वपूर्ण थी। महाराष्ट्र सरकार ने 1990 में आगामी एक्सप्रेसवे का मूल्यांकन किया और व्यवहार्यता अध्ययन किया, लेकिन गडकरी के पीडब्ल्यूडी मंत्री बनने तक इस परियोजना का निर्माण तेज नहीं हुआ।
  2. राज्य के प्रतिनिधि के रूप में गडकरी के नाम एक और सफलता है। वे मुंबई में 55 फ्लाईओवर के लिए जिम्मेदार थे, जिसने उस समय शहर में यातायात की समस्याओं को काफी कम कर दिया था।
  3. 2014 में गडकरी को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री के साथ-साथ शिपिंग मंत्री भी बनाया गया था। $1 ट्रिलियन (US$13 बिलियन) की परियोजनाओं को समाप्त कर दिया गया, जबकि उन्हें विरासत में मिली रुकी हुई परियोजनाओं में से $350 बिलियन (US$4.6 बिलियन) की अन्य परियोजनाओं को बोली के लिए रखा गया। उन्होंने अपने कार्यकाल के पहले दो वर्षों के भीतर 16.5 किलोमीटर प्रति दिन सड़क निर्माण की दर से पुनर्निर्माण शुरू किया।

जॉर्ज हैरिसन, जूनियर, एक प्लैटिपस, ने कंपनी में अपने दूसरे वर्ष के कार्यकाल में कुल 21 किलोमीटर और 2018 में अब तक 30 किलोमीटर की यात्रा की है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान दिए गए कुल प्रोजेक्ट्स में से 1 प्रतिशत में से कुल 2 ट्रिलियन ($27 बिलियन) प्रकृति और सौंदर्यीकरण के लिए अलग रखा।

4 जॉर्ज हैरिसन जूनियर, जो एक प्लैटिपस हैं, ने कंपनी में अपने दूसरे वर्ष के कार्यकाल में कुल 21 किलोमीटर और 2018 में अब तक 30 किलोमीटर की यात्रा की है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान दिए गए कुल प्रोजेक्ट्स में से 1 प्रतिशत में से कुल 2 ट्रिलियन ($27 बिलियन) प्रकृति और सौंदर्यीकरण के लिए अलग रखा।

5 पिछले 7 वर्षों में, राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क की लंबाई लगभग 50 प्रतिशत बढ़कर 91,287 किलोमीटर (अप्रैल 2014 तक 67 वर्ष) से ​​1,37,625 किलोमीटर (मार्च 2021 तक) हो गई है।

  1. कुल प्रवाह में 5.5 गुना वृद्धि हुई, जो वित्तीय वर्ष 2015 में 33,414 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2022 में 1,83,101 करोड़ रुपये हो गया।

7 वित्तीय वर्ष 2021 में, कोविड-19 के अप्रत्यक्ष प्रभाव के बावजूद वित्तीय वर्ष 2020 की तुलना में स्वीकृत राशि में 126 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वित्तीय वर्ष 2021 में किलोमीटर में स्वीकृत लंबाई में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

8 दिल्ली के आसपास पूर्वी और पश्चिमी राजमार्गों के निर्माण में नितिन गडकरी की प्रभावशीलता को केवल तीन वर्षों के समय में उन राजमार्गों के निर्माण में देखा जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में विशेष रूप से दिल्ली के वायु प्रदूषण से निपटने के लिए इसके निर्माण का आदेश दिया था। जब नितिन गडकरी ने मंत्रालय के प्रभारी मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला, तो फाइलें काफी तेजी से पूरी होने की ओर बढ़ीं और राजमार्ग आम दृश्य बन गए।

9 वित्तीय वर्ष 2015 से वित्तीय वर्ष 2021 तक औसत वार्षिक निर्माण (औसत वार्षिक निर्माण लंबाई) का मूल्य वित्तीय वर्ष 2010 से वित्तीय वर्ष 2014 की तुलना में 83 प्रतिशत बढ़ा।

10 वित्तीय वर्ष 2021 के अंत में हस्तांतरित चल रहे परियोजना कार्यों की संचयी लागत में वित्तीय वर्ष 2020 के अंत (31 मार्च तक) से 54 डॉलर की वृद्धि हुई थी।

11 नितिन गडकरी की प्रभावशीलता को दिल्ली के आसपास पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों के निर्माण में देखा जा सकता है, जो उन्होंने रिकॉर्ड समय में किया। सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में दिल्ली के प्रदूषण को कम करने के लिए इसके निर्माण का आदेश दिया था, लेकिन 2014 तक कुछ नहीं हुआ, जब नितिन गडकरी ने मंत्रालय की कमान संभाली। कुछ दिनों बाद, फाइलें बहुत तेजी से आगे बढ़ीं और दोनों राजमार्गों का निर्माण हो गया।

12 भारतीय प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई सड़क परियोजना पर काम करने वालों ने परियोजना शुरू कर दी है और परियोजना के पूरा होने से पहले अंतरिम समय में कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

Nitin Gadkari के अन्य रिसते नाते

क्या वो विवाहित है जी हाँ पत्नी का नाम कंचन है
उनका मनपसंद नेता अटल बिहारी वाजपे

Nitin Gadkari Phone number

Nitin Gadkari past and present Family

पिता का नाम जयराम रामचन्द्र गडकरी
माता का नाम भानुमती गडकरी
पत्नी का नाम कांचन गडकरी
भाई का नाम N/A
बहिन का नाम N/A
बेटे का नाम निखिल और सारंग गडकरी
बेटी N/A
उनके दादाजी का नाम update soon

Nitin gadkari controversy(नितिन गडकरी इन विवादों में रहे )

  • नवंबर 2011 में गडकरी की सफेद होंडा सीआरवी के अंदर एक गरीब चौकीदार की बेटी योगिता ठाकरे नामक लड़की का शव मिला था। रिपोर्टों से पता चला कि पादरी और उनके सहयोगियों के लाभ के लिए जांच के परिणामों को बदलने के बाद एक घोटाला टल गया। पुलिस द्वारा जारी रिपोर्टों के अनुसार, उनकी कार खराब हो गई थी और नितिन गडकरी अंदर फंस गए थे क्योंकि उनका इलेक्ट्रॉनिक लॉकिंग सिस्टम खराब था और दम घुटने से उनकी मौत हो गई, लेकिन उनके परिवार ने कहा कि यह उनके साथ यौन उत्पीड़न के तहत एक हत्या थी। शव परीक्षण में बताया गया कि उनके शरीर पर जननांगों सहित 19 ताज़ा चोट के निशान थे, लेकिन उनके डॉक्टरों ने कहा कि दम घुटने के कारण जननांगों पर खरोंचें आई थीं।
  • महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले, भारत के चुनाव आयोग ने मतदाताओं को रिश्वत लेने के लिए प्रेरित करने वाली उनकी टिप्पणी के लिए गडकरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया। उन्होंने मराठी भाषा में यह बयान दिया, जिसका अंग्रेजी में अनुवाद इस प्रकार था: “अब, मैं आपके चेहरे देख रहा हूँ और मुझे चेहरे को पढ़कर भविष्य बताने का कुछ कौशल है। आपके पास अब से 10 दिनों में “लक्ष्मी दर्शन” का यह अवसर है। बीओबी-विशेष व्यक्ति-विदेशी सामान प्राप्त करेंगे, बुनियाद (आम लोग) स्थानीय रूप से निर्मित सामान प्राप्त करेंगे। सभी गांधीवादी 5000 रुपये मांग रहे हैं – इन मुद्रास्फीति के दिनों में, एक बात का ध्यान रखें: जो आप चाहते हैं उसे खाएं और जो आप चाहते हैं उसका आनंद लें। जो आपके पास है उसे रखें। यह वह समय है जब अवैध रूप से कमाया गया पैसा गरीबों की मदद कर सकता है। इसलिए लक्ष्मी को कभी न ठुकराएँ। लेकिन अपना वोट देते समय सोच-समझकर मतदान करें। आपका वोट महाराष्ट्र की उन्नति के लिए होना चाहिए।
  • गडकरी ने 2012 में तब सुर्खियाँ बटोरीं, जब उनकी एक कंपनी, जिसका नाम ‘पूर्ति समूह’ था, संदिग्ध मनी लॉन्ड्रिंग और जालसाजी के लिए प्रवर्तन निदेशालय के साथ परेशानी में पड़ गई। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 1000 करोड़ रुपये से अधिक के धन की मौजूदगी की जाँच पूरी करने की रिपोर्ट के बाद यह उद्यमशील जांच के दायरे में आया। पूर्ति समूह में दो दर्जन फर्मों ने निवेश किया, जिनमें से सभी को टॉमकोस समूह द्वारा ऋण प्रदान किया गया, जिसका नेतृत्व भी गडकरी करते थे। यह कहानी 2014 में भी जारी रही जब उन्होंने ई-रिक्शा पर प्रतिबंध हटाने का वादा किया। इसे उनके परिवार और कंपनी ग्रीन टेक्नोलॉजीज, पूर्ति (पीजीटी) को बढ़ावा देने के प्रयास के रूप में देखा जाता है। हालांकि, केंद्रीय मंत्री ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि उनकी किसी भी ऐसी कंपनी में कोई रुचि नहीं है जो इलेक्ट्रिक रिक्शा बनाती हो, न ही उनके परिवार का कोई सदस्य किसी ऐसी कंपनी से जुड़ा है जो इलेक्ट्रिक रिक्शा बनाती हो।

Nitin Gadkari Address

नितिन गडकरी स्थायी पता“Transport Bhawan” 1, Sansad Marg, नई दिल्ली – 110001
नितिन गडकरी ऑफिस का स्थायी पताउपाध्याय रोड , Mahal,
Nagpur- 440032
नितिन गडकरी के काम धंधे का स्थायी पता2, Upadhye Road, Mahal,
Nagpur- 440032, Maharashtra
नितिन गडकरी का वर्तमान पता 2, Motilal Nehru Marg, New Delhi-110 001
नितिन गडकरी का वर्तमान पता 2, मोतीलाल नेहरू पेलेस , In front of Lal bahadur Shastri Smarak, Akbar Road, New Delhi – 110001
नितिन गडकरी के घर का पता नागपूर Gadkari Wada, Upadhye Road, Mahal, Nagpur 440 002. M. S. (India)
नितिन गडकरी का मुंबई वाला address 201-A, 12th Floor, Sukhada Co-Op. Hsg. Soc. Ltd., Sir Pochkhanwala Marg, Worli, मुंबई 400 030. M. S. (India)

Interesting facts about Nitin Gadkari

यहाँ नितिन गडकरी के परिवहन रोजगार के बारे में एक अधूरी जानकारी दी गई है।

क्या नितिन गडकरी शराब पीते हैं?: समझ में नहीं आया।

उन्होंने केतकी ओवरसीज ट्रेडिंग कंपनी के तहत मैक्सिको और अन्य देशों को फलों का निर्यात करना शुरू किया।

गडकरी महाराष्ट्र में यशवंतराव चव्हाण मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे सहित विभिन्न सड़कों, राजमार्गों और फ्लाईओवरों के पीछे के वास्तुकार हैं।

यह ज्ञात नहीं है कि नितिन गडकरी धूम्रपान करते हैं या नहीं।

गडकरी 1976 में भारतीय जनता पार्टी की युवा शाखा के सदस्य बन गए।

गडकरी को भाजपा द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण सड़क विकास समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उन्होंने कई बैठकों और परीक्षाओं के बाद प्रधानमंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसका उद्घाटन दिसंबर 2002 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के रूप में किया गया।

वे पॉलीसैक इंडस्ट्रियल सोसाइटी लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ हैं, जो कठोर पीवीसी पाइप विकसित करने वाला व्यवसाय है।

गडकरी निखिल फर्नीचर्स एंड अप्लायंसेज प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक व्यापारिक साझेदार के रूप में जुड़े हुए हैं। निखिल फर्नीचर्स एंड अप्लायंसेज प्राइवेट लिमिटेड एपॉक्सी-कोटेड स्टील फर्नीचर बनाती है।

जब वे पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हुए, तब वे एक युवा किशोर थे।

Note–

इस लेख (नितिन गडकरी संपर्क) का उद्देश्य किसी की व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक करना नहीं है। इस लेख का उद्देश्य आपके पसंदीदा राजनेता नितिन गडकरी के बारे में बताना है। हर प्रशंसक अपने पसंदीदा राजनेता के बारे में जाने को इच्छुक है। इस लेख में आपको बताई गई सभी जानकारी इंटरनेट से ली गई है। अगर इस लेख से किसी की भावना आहत हुई है। इसके लिए हम क्षमा चाहते हैं। अगर आपको लगता है कि कोई तथ्य गलत है या अच्छा नहीं है। जिससे आपकी भावना आहत हुई है, तो आप हमें उस तथ्य या पैराग्राफ के बारे में लिखकर कमेंट बॉक्स में भेजें।

आज हमने राजनीतिक दुनिया के सबसे प्रतिबद्ध नेता नितिन गडकरी से संपर्क करने के बारे में जाना, हमने सीखा कि हम नितिन गडकरी से कई तरीकों से मिल सकते हैं। अगर आपको हमारी पोस्ट “नितिन गडकरी फोन नंबर” में कोई ऐसा तरीका लगता है जो आपको सूट करता हो, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। दोस्तों, आप यह सोच रहे हैं कि हमें नितिन गडकरी के व्यक्तिगत नंबर क्यों नहीं दिए गए। तो मैं बता दूं, दोस्तों इस तरह कोई भी व्यक्तिगत नंबर सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। क्योंकि ऐसा करने से उनकी जान को बहुत बड़ा खतरा है। इसलिए हम उनका निजी नंबर नहीं दे सकते।

thank you friends

The post नितिन गडकरी के फोन नंबर और जीवनी How to contact Nitin Gadkari appeared first on Sapne mein.

]]>
https://www.sapnemein.com/nitin-gadkari-contact-number/feed/ 0
सपने में मैंने अपने मृत भाई को राखी बांधी इसका क्या मतलब है? https://www.sapnemein.com/sapne-mein-rakhi-bandhana/ https://www.sapnemein.com/sapne-mein-rakhi-bandhana/#respond Fri, 16 Aug 2024 01:09:56 +0000 https://www.sapnemein.com/?p=15497 दोस्तों भाई बहिन का प्यार दुनिया का सबसे अनूठा प्यार है, ये प्यार सबसे ज्यादा पवित्र है। समय के साथ साथ ये प्यार और ज्यादा गहरा होता चला जाता है। भाई बहिन बचपन में जितना ज्यादा आपस में झगड़ते है, शादी के बाद उनके बीच उतना है ज्यादा प्यार बढ़ता जाता है। हमे एक बाई […]

The post सपने में मैंने अपने मृत भाई को राखी बांधी इसका क्या मतलब है? appeared first on Sapne mein.

]]>
दोस्तों भाई बहिन का प्यार दुनिया का सबसे अनूठा प्यार है, ये प्यार सबसे ज्यादा पवित्र है। समय के साथ साथ ये प्यार और ज्यादा गहरा होता चला जाता है। भाई बहिन बचपन में जितना ज्यादा आपस में झगड़ते है, शादी के बाद उनके बीच उतना है ज्यादा प्यार बढ़ता जाता है। हमे एक बाई या बहिन की अहमियत तभ पता चलती है जब वो इस दुनिया में नहीं रहता है। हमे उस समय खुद को अकेला महसूस करते है। जब रक्षाबंधन का त्योंहार आता है । तो उस समय हर बहिन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती है। और भाई अपनी बहिन को कुछ कुछ भेंट देता है। इस त्योंहर पर जब हम अपने भाई से दूर हो या हमारा भाई ईस दुनिया में ना हो तो हमे हमारे मन पर क्या बीतती है वो केवल हमे पता है।

सपने में मैंने अपने मृत भाई को राखी बांधी इसका क्या  मतलब है?

सपने में में राखी देखना sapne mein rakhi bandhna

रक्षा प्रजापत जो की दिल्ली में रहती है। उन्होने कमेंट किया-

सर मेरा नाम रक्षा प्रजापत है, में दिल्ली की नवादा में रहती हूँ, कल मेरे को सपना दिखाई दिया में में अपने गाँव गई हूँ, और मैंने अपने भाई के कलाई पर राखी बंधी , और उन्होने मुझे उपहार के रूप में बहुत सारी चीजें दी । जबकि मेरा एक ही भाई था , जिसकी मौत पिछले साल एक्सिडेंट में हो चुकी थी, मैंने उसी भाई को सपने में राखी बंधी । तो इसका क्या अर्थ है। मुझे मेरे भाई की बहुत याद आ रही है। कृपया करके मेरे सपने का अर्थ बताएं।

गुप्ता जी (स्व्पन विशेषज्ञ )-

नमस्कार रक्षा जी , आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग sapnemein.com में, आप सपने में देखती है की आपने अपने मृत भाई को सपने में राखी बंधी है और वो आपको उपहार भी देता है। तो ये सपना आपके लिए शुभ संकेत देता है। ये सपना बताता है की भले आपका भाई भौतिक रूप से आपके साथ ना हो, लेकिन आत्मिक रूप से वो आपके साथ है। याद करो, जब जब आप पर कोई मूषिबत आई है, तब तब वो मूषिबत अपने आप दूर हुई है, जबकी आपकी मूषिबत को आपके भैया ने आत्मिक रूप से दूर किया है। वो आपको उपहार देता है। तो इसका अर्थ है की आने वाले दिनों में आपको कोई ऐसी वस्तु मिलेगी, जो पैसो से ज्यादा कीमती होगी। तो आपको इस सपने से खुश होना चाहिए।

अगर आपको किसी भी प्रकार के सपने आते है तो आप हमारे youtube चेनल saroj astro को विजिट भी कर सकते है।

The post सपने में मैंने अपने मृत भाई को राखी बांधी इसका क्या मतलब है? appeared first on Sapne mein.

]]>
https://www.sapnemein.com/sapne-mein-rakhi-bandhana/feed/ 0
Sofia Ansari से कब और कैसे मिल सकते है ? https://www.sapnemein.com/biography-of-sofia-ansari/ https://www.sapnemein.com/biography-of-sofia-ansari/#respond Thu, 18 Jul 2024 02:50:08 +0000 https://www.sapnemein.com/?p=15485 आपने शायद सोफिया अंसारी का नाम सुना होगा। सोफिया अंसारी टिक टॉक आर्टिस्ट, मॉडल, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, ट्यूबर इंस्टाग्रामर रियल मेकर हैं। और वह एक यूट्यूब चैनल चलाती हैं। वह शॉर्ट वीडियो की क्रिएटर हैं। वह अपने हॉट रियल वीडियो की वजह से काफी मशहूर हो गई हैं। और हम में से कई लोग उनके […]

The post Sofia Ansari से कब और कैसे मिल सकते है ? appeared first on Sapne mein.

]]>
आपने शायद सोफिया अंसारी का नाम सुना होगा। सोफिया अंसारी टिक टॉक आर्टिस्ट, मॉडल, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, ट्यूबर इंस्टाग्रामर रियल मेकर हैं। और वह एक यूट्यूब चैनल चलाती हैं। वह शॉर्ट वीडियो की क्रिएटर हैं। वह अपने हॉट रियल वीडियो की वजह से काफी मशहूर हो गई हैं। और हम में से कई लोग उनके बारे में अच्छे से जानते भी होंगे। कई बार उनके वीडियो यूट्यूब पर आपके सामने भी आते होंगे और आपने वीडियो देखे और पसंद भी किए होंगे।

हेलो दोस्तो आज हम इस आर्टिकल में सोफिया अंसारी के बारे में बताने जा रहे हैं जैसे कि सोफिया अंसारी का फोन नंबर क्या है?, सोफिया अंसारी का पता क्या है, सोफिया अंसारी का ईमेल क्या है, सोफिया अंसारी का व्हाट्सएप नंबर क्या है?, सोफिया अंसारी का परिवार कैसा है, सोफिया अंसारी की जिंदगी कैसी है, मैं सोफिया अंसारी से कैसे मिल सकता हूं, मैं सोफिया तक कैसे पहुंच सकता हूं, वह ऑनलाइन कितना कमाती हैं, सोफिया की कुल संपत्ति कितनी है।

इसके अलावा हम सोफिया के जीवन से जुड़ी बारीकियों के बारे में गहराई से जाने वाले हैं। तो अगर आपने सोफिया को किसी एप्लीकेशन के जरिए फॉलो किया है। तो आप भी उनके बारे में सबकुछ जानते हैं। क्योंकि जो शख्स हमारी नजरों में हमारा सितारा है। या जिन्हें हमने फॉलो किया है, तो हम उनके किसी न किसी काम से जरूर प्रभावित हुए होंगे। इसलिए हमने उन्हें फॉलो किया।

दोस्तों, सोफिया के बारे में आपके लिए ढेर सारी जानकारी जुटाने में हमें बहुत समय लगता है। हमें उम्मीद है कि आपको इस लेख में सोफिया से जुड़ी लगभग सभी प्रकार की जानकारी मिल जाएगी। सोफिया ने इंटरनेट पर जो जानकारी डाली है, वही जानकारी आपको यहां मिलेगी। हमने इस लेख में बाहर से कुछ नहीं जोड़ा है। हमारा लेख इंटरनेट पर पड़ी जानकारी का एक संग्रह मात्र है। अगर आप हमारा लेख पढ़ेंगे तो आपको सोफिया अंसारी के बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी।

Sofia Ansari कौन है ?

दोस्तों, सोशल मीडिया से जुड़े सभी लोग सोफिया को जानते हैं। सोफिया अपने कपड़ों और अपनी एक्टिंग की वजह से लोगों के दिलों में बसी हुई हैं। सोफिया एक बड़ी सेलिब्रिटी होने के साथ-साथ मल्टीमीडिया स्टार भी हैं। जो इंस्टाग्राम पर रील बनकर लोगों का मनोरंजन करती हैं। सोफिया अंसारी एक हॉट लड़की हैं। अगर वह सोशल मीडिया पर अपने हुस्न के जलवे बिखेरती हैं, तो बड़े-बड़े भी उसके दीवाने हो जाते हैं। लोग सोफिया अंसारी पर तरह-तरह के कमेंट करते हैं, फिर भी वह अपने करियर पर ध्यान दे रही हैं। आगे बढ़ती रहती हैं।

 Sofia Ansari bio

Sofia Ansari का वास्तविक जीवन

सोफिया अंसारी अपने हास्य वीडियो के कारण टिक टॉक और इंस्टाग्राम पर किशोरों के बीच लोकप्रिय हैं। अब वह एक लोकप्रिय टिक टॉक स्टार और रैपर, इंटरनेट सेलिब्रिटी के रूप में पहचानी जाती हैं। उनका जन्म 30 अप्रैल 1996 को गुजरात, भारत में हुआ था। वह 25 साल की हैं। उनका जन्म भारत में हुआ और उन्होंने अपनी 10वीं कक्षा वहीं पूरी की।

गायक रवनीत सिंह के साथ काम करते हुए, उन्होंने “डाउन टाउन” नामक एक गीत जारी किया, जो सोशल मीडिया पर लोकप्रिय है और इसे प्रायोजन प्राप्त हुआ है। जबकि वह भारत में TikTok को हटाने के बाद परेशान थी, उसने कहा कि उसे सरकार का प्लेटफ़ॉर्म पर प्रतिबंध न लगाने का फैसला पसंद आया।

सोफिया अंसारी का Physical status 

ऊंचाई 5.5 fit approx.
वजन 50  kg
शरीर का मापदंड 36-28-36
कमर 26 इंच
छाती 41 इंच
चमड़ी का रंग भूरा रंग
आँखों का रंग गहरा भूरा
blood group No data(She dinged blood sample in earth)
बालों का रंग कैसा है काला
ड्रेस का साइज क्या है । fashionable dress
शरीर का प्रकार सलीम
S*xual OrientationGirl and lesbian
S*xualityस्त्री लिंग
जूतों का आकार 9.0 Inch – 25.4cm
Shoe Size9.0 Inch – 25.4cm
जांघ का साइज N/A
चोली का साइज खुली चोली
Biceps and arms size12 inch  (XL)
शरीर पर टेटू कोई टेटू नहीं है
Complexionगोरा

Sofia Ansari से कैसे मिलें ?

दोस्तों, ऐसे बहुत से लोग हैं जो सोफिया के साथ काम करना चाहते हैं। सोफिया अपने वीडियो में मशहूर होना चाहती है। उनके साथ शॉर्ट वीडियो बनाकर प्रसिद्धि पाना चाहती है। तो दोस्तों, अगर आप एक अच्छे एक्टर हैं तो आप भी सोफिया के साथ काम कर सकते हैं। आपको सोफिया के हर वीडियो को प्रमोट करना होगा और सोशल मीडिया पर उन्हें फॉलो करना होगा। इसके साथ ही आपको कुछ ऐसा करना होगा। जिससे आप सोफिया को खुद वीडियो के लिए इनवाइट करें। सोफिया के लिए कुछ ऐसा करें जिससे वह खुश हो जाएं।

इन विभिन्न तरीकों से हम Sofia Ansari से मिल सकते है

By Contact

By Whatsapp

By what app group link

By Instagrame

By Facebook

By Email address

By Facebook

By Twitter

Sofia Ansari का WhatsApp क्या है ?

दोस्तों, आप सोफिया अंसारी का व्हाट्सएप नंबर नहीं ढूंढ सकते। क्योंकि वह एक यूट्यूबर है और यूट्यूबर का नंबर निजी होता है। अगर किसी को उनका नंबर मिल गया तो दिक्कत हो जाएगी। लोग इतने कॉल करने लगेंगे कि पूछो मत, इस वजह से इस तरह की जानकारी सार्वजनिक नहीं होती।

Sofia Ansari के whats app group की link ये है

 Sofia Ansari –  Join Now   

Sofia Ansari number – live

Sofia Ansari contact –click here

Sofia Ansari group link- click here

Sofia Ansari group link –click here

Sofia Ansari wonderful link- click here

Sofia Ansari से हम instagram के माध्यम से मिल सकते है।

दोस्तों सबसे पहले सोफिया अंसारी ने टिक-टॉक पर अपने वीडियो बनाना शुरू नहीं किया था। इसके बाद mx और टिक-टॉक पर बढ़ती लोकप्रियता के चलते उन्होंने अपने वीडियो इंस्टाग्राम अकाउंट पर डालना शुरू कर दिया। उनकी खूबसूरत एक्टिंग और उनके ग्लैमर को देखते हुए उनके 9M से ज्यादा फॉलोअर्स हो गए हैं उन्होंने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट sofia9 official पर अब तक कुल 579 पोस्ट किए हैं और इसके साथ ही सोफिया अंसारी ने सिर्फ 80 लोगों को फॉलो किया है। वह इंस्टाग्राम पर एक्टर, मॉडल और क्रिएटर के तौर पर काम करती हैं। इसके अलावा सोफिया अंसारी ने अपने इंस्टाग्राम पर दो और इंस्टाग्राम आईडी जोड़ी हैं। एक पर 130140 पोस्ट हैं और इसका नाम sofiaansari है और दूसरे अकाउंट का नाम onewomanarmy है इसमें 35.082 पोस्ट हैं। इनमें से ज्यादातर मॉडल के तौर पर सामने आई हैं। यह पोस्ट एक फोटो है।

Sofia Ansari instagram name- sofia9__official

Sofia Ansari . instagram address link- https://www.instagram.com/p/B59p3OgjI7H/?utm_source=ig_embed&ig_rid=688d70a0-e860-490c-ad84-d434a7a48041

Sofia Ansari Instagram पोस्ट – 579

Sofia Ansari Instagram फोलोवर – 9M

Sofia Ansari Instagrame फोलोविंग – 0

Sofia Ansari से twitter के माध्यम से इस प्रकर मिलें ।

दोस्तों ट्विटर एक ऐसा माध्यम है जिस पर आप अपने मन की बात सार्वजनिक कर सकते हैं। और अपनी बात की सहमति के बारे में भी जान सकते हैं कि कितने लोग मेरी बातों से सहमत हैं। कितने लोन ने मेरी बात का समर्थन किया और कितनों ने नहीं। पहले लगता था कि ट्विटर बड़े लोगों के लिए है। लेकिन आजकल ट्विटर आम नागरिक के लिए उपयोगी है। अगर आपके लाखों फॉलोअर्स हैं और आप किसी बात पर सर्वे करना चाहते हैं तो आप ट्विटर पर लोगों के साथ अपनी बात साझा कर सकते हैं। जिससे आपको लोगों की राय मिल जाएगी कि कितने प्रतिशत लोग इससे सहमत नहीं हैं और कितने प्रतिशत असहमत हैं। इसी तरह दुनिया की एकमात्र अभिनेत्री सोफिया रियाज भी ट्विटर पर हैं। उनके ट्विटर पर कुल 38 ट्वीट हैं। इन 38 ट्वीट पर उनके कुल 89.5 K फॉलोअर्स हैं। सोफिया ने अगस्त 2019 को अपना अकाउंट ज्वाइन किया था यानि ट्विटर पर उनकी फॉलोइंग 89.5 K है। अगर आप सोफिया की जिंदगी से जुड़े हर पहलू से वाकिफ होना चाहते हैं तो उन्हें ट्विटर पर फॉलो कर सकते हैं।

Sofia Ansari Twitter account address- twitter.com/iamsofiaoff

Sofia Ansari twitter tweets- 38

Sofia Ansari twitter following- ?

Sofia Ansari twitter total followers- 89.5 K

Sofia Ansari से Facebook के माध्यम से इस प्रकर मिलें ।

दोस्तों अगर आप सोफिया अंसारी के फैन हैं तो आप उन्हें सोशल मीडिया फेसबुक पर फॉलो कर सकते हैं। जिससे आपको सोफिया से जुड़ी सारी जानकारी और वीडियो फेसबुक पर ही देखने को मिल जाएगी। आप उनकी निजी जिंदगी से अपडेट रह सकते हैं। सोफिया अंसारी को फेसबुक पर फॉलो करने के लिए आपको फेसबुक में sofiaansarifp टाइप करके सर्च करना होगा। आपके सामने एक फेसबुक पेज आ जाएगा, जिसमें आपको सोफिया से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी। सोफिया अंसारी के फेसबुक पर कुल 11K फॉलोअर्स हैं और 11K से ज्यादा लाइक हैं। फेसबुक पेज पर कॉन्टैक्ट और बेसिक इंफॉर्मेशन ऑप्शन में उनके फोन नंबर भी मिल जाएंगे, जो 070463 16224 है। आप इस नंबर को ट्राई कर सकते हैं। नंबर फर्जी हो सकता है।

face book id- www.facebook.com/SofiaAnsari786/

following- 11 K

likes- 11K

Sofia Ansari की E-mail ID क्या है ?

दोस्तों हम जानते हैं कि जो लोग सोशल मीडिया के बहुत बड़े स्टार होते हैं उनके ज्यादा फैन होते हैं। जब कोई स्टार शुरुआती दिनों में उभरता है तो उसके पास एक छोटा धूमकेतु आता है। जिसकी वह लोगों के रिव्यू पढ़ती है और लोग उसके बारे में क्या लिखते हैं। लेकिन जैसे-जैसे फॉलोअर्स बढ़ते हैं। वैसे-वैसे उसकी पोस्ट पर हजारों-लाखों कमेंट देखने को मिलते हैं। ऐसे में कंटेंट क्रेटर के लिए सभी पोस्ट पढ़ना संभव नहीं होता है।

क्योंकि अगर वह सभी कमेंट पढ़ने लगेगी तो उसे कट्टर बनने तक का समय नहीं मिलेगा। उस दौरान अगर हम अपने स्टार को अपनी बात बताना चाहेंगे। तो हमारी बात यानी हमारा कमेंट उन हजारों कमेंट में खो जाएगा और हम अपने मन की बात या जो हम अपने स्टार तक पहुंचाना चाहते हैं वह नहीं पहुंचा पाएंगे। इसलिए अगर आपको किसी मशहूर शख्स से अपने दिल की बात शेयर करनी है तो कमेंट का सहारा न लें। आप उन्हें उनके पर्सनल मेल पर ईमेल कर सकते हैं।

क्योंकि ईमेल बहुत कम लोग करते हैं। स्टार कितना भी बड़ा क्यों न हो ईमेल तो हर कोई पढ़ता है। इसलिए अगर आप सोफिया अंसारी को अपने दिल की बात बताना चाहते हैं तो आप उन्हें sofiyahelp@gmail.com पर मेल कर सकते हैं। हो सकता है आपकी बात इतनी असरदार हो कि आपको मेल का रिप्ले मिल जाए।

Sofia Ansari का स्थायी address क्या है?

Sofia Ansari का जन्म स्थान गुजरात
Sofia Ansari के घर का पता वडोदरा गुजरात
Sofia Ansari Residence addressवडोदरा गुजरात
Sofia Ansari House addressवडोदरा
Sofia Ansari Permanent होम टाउन का पता Vadodara Gujarat India
Sofia Ansari current locationVadodara Gujarat India

सोफिया अंसारी का पता क्या है?, सोफिया अंसारी का जन्म कब और कहां हुआ था?

दोस्तों अगर कोई स्टार आपके क्षेत्र से ताल्लुक रखता है तो उसे अपने स्टार के लिए अपने क्षेत्र पर गर्व होता है। इसलिए बहुत से लोग स्टार के जन्म स्थान के बारे में जानना चाहते हैं। जैसे गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भारतीय मूल के निवासी हैं इसलिए पूरी दुनिया उन्हें भारतीय के नाम से जानती है। जब विदेशी धरती पर सुंदर बिचारी का नाम लिया जाता है तो हमारा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।

दोस्तों बात करें हमारी स्टार सोफिया अंसारी की तो दोस्तों सोफिया का जन्म भारत के गुजरात राज्य के वडोदरा में हुआ था। तो हम कह सकते हैं कि सोफिया अंसारी एक गुजरती महिला हैं। सोफिया का जन्म 30 अप्रैल 1996 को हुआ था। इसे पहली बार उस समय देखा गया था जब टिक-टॉक का जमाना था।

Acharya Prashant जी से हम इस प्रकार मिल सकते है ।

सनी देओल की ज़िंदगी की सच्चाई ये है ?

Daisy Taylor full life journey

How to meet Aubrey Kate

Shilpa Shetty Hidden secrets

How to meet P star Christy Mack, Biography of Christy mack

Sofia Ansari की educational qualification क्या है ?

स्कूली शिक्षा- सोफिया ने अपनी स्कूली शिक्षा गुजरात के रयान इंटरनेशनल स्कूल से पूरी की

कॉलेज-गुजरात के वडोदरा डिग्री कॉलेज से स्नातक

स्कूल का नाम- कोई डेटा नहीं

कॉलेज का नाम-गुजरात कॉलेज।

Sofia Ansari school college and qualification

स्कूल
Ryan International School, Gujarat
कॉलेज Vadodara degree college in Gujarat
education qualificationGraduate
अनय शिक्षा से संबन्धित गुण Modeling
profession YouTube , Modeling, Reel maker
अपना कौनसा पूर्ण करना चाहती है Grow India

Sofia Ansari के परिवार के मेम्बर

पिता का नाम N/A
माता का नाम N/A
boy फ्रेंड का नामा No boyfriend
बहन का nameसना
पति का नाम unmarried

Sofia Ansari किस धर्म की है?

दोस्तों, सोफिया अंसारी एक ऐसा नाम है जो आज हर किसी की जुबान पर है। सोफिया अंसारी नाम कुछ ऐसा है जो हमें अचंभे में डाल देता है। कभी लगता है कि यह एक हिंदू नाम है और कभी लगता है कि यह एक मुस्लिम नाम है। सोफिया का मतलब होता है बहुत खूबसूरत और अंसारी का मतलब होता है मददगार, फिर कुछ जोड़कर इसका मतलब होता है खूबसूरती का मददगार। सोफिया नाम मुस्लिम धर्म में एक लड़की का नाम है।

अंसारी ये उच्च जाति का मतलब बनिया होता है। तो हम कह सकते हैं कि सोफिया अंसारी का धर्म इस्लाम है। यह एक मुस्लिम महिला है। आप सोच कर देखिए कि जहां एक तरफ मुस्लिम महिला को पर्दे पर रखा जाता है वहीं दूसरी तरफ सोफिया ने किस तरह से मॉडलिंग की है। तो सोचिए उन्हें किस तरह से ट्रोल किया गया होगा।

Sofia Ansari का Real name क्या है ?

दोस्तों हम देखते हैं कि जो बच्चा परिवार में सबको आकर्षित करता है, परिवार के लोग उस बच्चे को अपने हिसाब से अलग-अलग नाम देते हैं। कोई प्यार से कुछ कहता है तो कोई कुछ। तो दोस्तों सोफिया अंसारी का असली नाम सोफिया सालेहा अंसारी है। दोस्तों ऐसे कई नाम हैं जिनका कोई सरनेम नहीं मिल पाता। इसीलिए सोफिया सालेहा अंसारी का कोई दूसरा नाम नहीं मिला। सोफिया अंसारी का निक नेम सोफिया है।

Sofia Ansari के पिता का नाम क्या है?

दोस्तों सोफिया अंसारी ने अपने परिवार के बारे में सार्वजनिक रूप से घोषणा नहीं की है। कई बार वह अपने वीडियो में बताती हैं कि उनके पिता एक व्यवसायी हैं। बचपन में, वह अपने पिता के साथ व्यापार के लिए जाती थी। उसने कभी भी अपने पिता का नाम सार्वजनिक रूप से घोषित नहीं किया। सोफिया अंसारी एक व्यवसायी की बेटी हैं। आज भी, जब उसे थोड़ा समय मिलता है, तो वह अपने खेतों में घूमने जाती है।

Sofia Ansari के पेरेंट्स कैसे है?

दोस्तों सोफिया अंसारी मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखती हैं। वह कभी भी अपने परिवार के बारे में सबके सामने नहीं बताती हैं। जिस तरह वह अपने पिता का नाम किसी को नहीं बताती हैं। उसी तरह वह अपने परिवार के किसी भी सदस्य के बारे में सार्वजनिक रूप से अपना नाम नहीं बताती हैं।

Sofia Ansari के boyfriend और husband का नाम क्या है ?

दोस्तों, जो लोग इंटरनेट की दुनिया में मशहूर हैं, लोग उनके बारे में सब कुछ जानना चाहते हैं। इसके साथ ही हम ऐसे लोगों के साथियों के बारे में भी जानना चाहते हैं कि इन हस्तियों ने अपने साथी को कैसे चुना है। असल जिंदगी में यह सितारा किस तरह के व्यक्ति के लिए मशहूर है। सोफिया अंसारी की बात करें तो सोफिया अंसारी ने अभी तक सोशल मीडिया पर अपनी शादी, पति बॉयफ्रेंड या डेटिंग के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। संभव है कि आने वाले समय में कुछ जानकारी मिल जाए। जानकारी मिलते ही हम लेख को अपडेट कर देंगे।

Sofia Ansari के अफेयर किसके साथा है?

Sofia Ansari married –she is unmarried

Boyfriend- No boyfriend

Sofia Ansari की बहन का क्या नाम है और वो क्या करती है?

सोफिया के वीडियो में कई बार एक लड़की नजर आती है। वह लड़की सोफिया की बहन है, उसका नाम सना है, वह सोफिया की तरह इतनी पॉपुलर नहीं है और उसे वीडियो बनाने में भी ज्यादा दिलचस्पी नहीं है। सोफिया की बहन एक साधारण लड़की है।

Sofia Ansari की वास्तविक आयु क्या है?

दोस्तों एक उम्र ऐसी होती है जिस समय जवानी अपने चरम पर होती है। अगर कोई आपको जवानी के चरम पर देखता है तो आपके मन में सवाल उठता है कि इसकी उम्र क्या होगी। अगर आप किसी व्यक्ति को सालों तक देखते हैं और वह कई सालों तक जवान दिखता है तो आपके मन में उसकी उम्र जानने की उत्सुकता बढ़ जाती है।

दोस्तों बात करते हैं आपकी पसंदीदा अभिनेत्री सोफिया अंसारी की। तो सोफिया अंसारी का जन्म 30 अप्रैल 1996 को हुआ था। इस तरह आज 2022 में सोफिया की उम्र 26 साल हो गई है। 26 साल की उम्र में वह काफी जवान दिखती हैं। इसलिए लोगों के मन में सोफिया की फिटनेस देखकर सवाल उठते हैं। वह कौन सी एक्सरसाइज करती हैं कि इतनी कम उम्र में वह इतनी हॉट दिखती हैं।

Sofia Ansari की वास्तविक जन्म तारीख क्या है ?

दोस्तों, हर कोई जानना चाहता है कि सोफिया अंसारी का जन्म कहां और कैसे हुआ। सोफिया अंसारी का जन्म 30 अप्रैल 1996 को एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके पिता पैसे से एक व्यापारी थे। सोफिया अंसारी का जन्म वडोदरा गुजरात में हुआ था। आज सोफिया अंसारी 26 साल की हो गई हैं। अगर आप सोफिया अंसारी से मिलना चाहते हैं, तो आप वडोदरा कॉलेज गुजरात से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, इस कॉलेज में पढ़ने वाला हर छात्र सोफिया अंसारी का दीवाना है। वह आपको उसके पते पर भेज देगा।

Sofia Ansari किस जाती से है ?

दोस्तों यह तो हम सभी जान चुके हैं कि सोफिया अंसारी एक मुस्लिम महिला हैं। जबकि मुस्लिम समुदाय के बहुत से लोग लागो अंसारी का मतलब जानना चाहते हैं। वैसे अंसारी का मतलब सहायक होता है और इसी के साथ बहुत से लोग अंसारी जाति के बारे में जानना चाहते हैं तो दोस्तों आपको बता दूं कि अंसारी भारतीय मुस्लिम की एक जाति है। जो वर्तमान में भारत, पाकिस्तान, सिंध, नेपाल में निवास करती है।

जबकि भारत में यह जाति उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड आदि जिलों में पाई जाती है। वैसे इस जाति को व्यापारी जाति कहा जाता है। इस जाति के लोग व्यापारिक गतिविधियों में लगे हुए थे। तो हम इस जाति को हिंदू बनिया जाति से जोड़कर देख सकते हैं। तो हम कह सकते हैं कि अंसारी मुसलमान हो गए हैं।

Sofia Ansari के total YouTube channel कितने है ?

दोस्तों सोफिया अंसारी यूट्यूब पर बहुत कम नजर आती हैं। क्योंकि वह ज्यादातर वीडियो में हिंदी गानों पर डांस करती हैं। और छोटी-छोटी रील बनाती हैं। इंस्टाग्राम पर रीलिंग के लिए कोई कॉपीराइट क्लेम नहीं होता है। जबकि अगर आप इस तरह का वीडियो यूट्यूब पर डालते हैं तो आपके चैनल पर कॉपीराइट स्ट्राइक जरूर आएगी, जिससे आपको नुकसान होगा और आपका चैनल मोनेटाइज नहीं होगा। इस्ले सोफिया ज्यादातर वीडियो इंस्टाग्राम पर डालती हैं।

अभी भी सोफिया का यूट्यूब पर एक चैनल है जिसका नाम है। सोफिया अंसारी, 2 जून 2013 को सोफिया ने यूट्यूब पर अपना चैनल बनाया था। सबसे पहले उन्होंने इसे यूट्यूब पर “इक कूदी बाय आदित्य गडवी फीट” नाम से अपलोड किया था। सोफिया अंसारी के इस वीडियो पर 10 मई 2017 को हजारों व्यूज आ चुके हैं। यूट्यूब पर ज्यादातर वीडियो जोक्स, प्रतिवाद, चैलेंज, लाइफस्टाइल और मेकअप वाले वीडियो डालती हैं।

वह ज्यादातर शॉर्ट वीडियो डालती हैं। सोरिया का यूट्यूब पर सबसे पॉपुलर वीडियो “लव विद द व्हाइट ड्रेस” है जिसे 2023 तक लाखों लोगों ने देखा है। इसके चलते सोफिया ने अपने मजेदार वीडियो की वजह से कई हजार लोगों का दिल जीत लिया है। अभी के समय में जनवरी 2023 तक यूट्यूब पर 340K सब्सक्राइबर व्यूज मिल चुके हैं। डिस्क्रिप्शन में उन्हें खुद से प्यार करने के लिए कहा गया है। कि आप वही करें जो आपको खुद पसंद हो।

Sofia Ansari के you tube पर टोटल subscribers

दोस्तों जब आप इंटरनेट पर सर्च करेंगे तो आपको सोशल ब्लेड नाम की एक साइट मिलेगी। यह साइट हर URL की प्रति सेकंड काउंट का दावा करती है। इस साइट पर आपको सोफिया अंसारी के सब्सक्राइबर्स का लाइव स्कोर देखने को मिलेगा। इसके अलावा noxinfluencer.com नाम की एक और साइट है, इस पर भी आपको सोफिया अंसारी के लाइव सब्सक्राइबर देखने को मिलेंगे। इस साइट के हिसाब से आपको कमाई का ब्योरा भी मिलेगा।

Total Subscribers 

340K

you tube starting date 27 may 2017

Sofia Ansari net worth और income कितनी है ।

दोस्तों सोशल मीडिया से इनकम करने वाले लोगों की असली इनकम का पता लगाना कोई आसान काम नहीं है। क्योंकि सोशल मीडिया के जरिए इनकम कमाने के बहुत सारे सोर्स हैं। जिसके जरिए लाखों रुपए कमाए जा सकते हैं। इसके साथ ही अगर आप किसी प्रोडक्ट का विज्ञापन करके, किसी एप्लीकेशन का प्रमोशन करके, किसी की वीडियो को अपने चैनल पर डालकर, किसी दूसरे व्यक्ति को फेमस करके, इंस्टाग्राम, फेसबुक और अन्य सॉफ्टवेयर पर वीडियो डालकर व्यूज के आधार पर पैसे कमा सकते हैं।

ऑनलाइन से होने वाली कमाई को सार्वजनिक करना यूट्यूब और सोशल मीडिया के नियमों के खिलाफ है। कोई भी सोशल मीडिया स्टार सीधे तौर पर अपनी इनकम को नया बता सकता है। क्योंकि यह नियम के खिलाफ है, हां वह आपके उदाहरण के जरिए इनकम बता सकता है। वह आपको एक अनुमानित आइडिया दे सकता है। जैसे मेरी इतनी इनकम है कि मैं इस इनकम से एप्पल आईफोन प्रो खरीद सकता हूं

Sofia Ansari ने अपने जीवन का struggle कैसे किया ?

सोफिया रिसर्चर ने अपने करियर की शुरुआत टिक-टॉक से की थी। उस वक्त वह टिक-टॉक की स्टार थीं। लेकिन आज वह इजंटगरमा और यूट्यूब के हॉट स्टार हैं। जो लाखों लोगों का दिल जीत रही हैं। सोफिया एक स्टाइलिस्ट हॉट पर्सनैलिटी हैं। उन्होंने बहुत ही कम उम्र में बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की, सोफिया ने आज के समय में क्लासिक वीडियो बनाने में काफी समय लिया लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में वह भी काफी प्रभावशाली हैं।

सोफिया मुखी कॉमेडी वीडियो के शॉर्ट क्लिप भी हैं। वह सबसे ज्यादा हॉट डांस के लिए मशहूर हैं। पहले वह टिक-टॉक पर लीप सिंक करती थी। आज देखते ही देखते सोफिया की तारीफ पर 89.5k फॉलोअर्स हैं। आज वह एक मशहूर मॉडल हैं। वह आए दिन सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें शेयर करती रहती हैं।

Sofia Ansari car collection

1 Maruti Swift Dzire-

मारुति स्विफ्ट डिजायर भारत में लोकप्रिय चार अच्छे में से एक है, जो एक चार कैलेंडर पेट्रोल चालित कार है। इस गाड़ी के अंदर पांच गियर हैं। इस गाड़ी के अंदर 88.5 बीएचपी का इंजन दिया गया है जो 113 एनएम टॉर्क पैदा करता है। इस कार की शोरूम कीमत करीब 5 से 10 लाख रुपये है।

2 Toyota fortuner

सोफिया के पास टोयोटा फॉर्च्यूनर कार है जिसकी कीमत करीब 39,900 डॉलर है। जीके की कीमत भारतीय रुपए में करीब 41 लाख रुपए है। टोयोटा की फॉर्च्यूनर कार चार सिलेंडर आधारित कार है जो डीजल से चलती है। सिग कार के अंदर 169 php का इंजन लगा है। जो महज कुछ 343 Nm का टॉर्क पैदा करता है। यह कार एक लीटर तेल में करीब 7 से 10 किलोमीटर चलती है यानी कहने का मतलब है कि कार की एफिशिएंसी 7-10 किलोमीटर प्रति लीटर है। इस कार की टॉप स्पीड 185 किलोमीटर प्रति घंटा है। और यह कार 0 से 100 की स्पीड महज 9.8 सेकेंड में पकड़ लेती है।

3 Mercedes

दोस्तों इन दो कारों के सोफिया के पास एक और लग्जरी कार है। जिसका नाम मर्सिडीज बेंज ई-क्लास है। वर्तमान में जिसकी कीमत करीब 54000$ USD है। जीके की कीमत भारतीय रुपए में लगभग 62.78 लाख रुपए है। यह एक चार सिलेंडर ई क्लास वाहन है जो डीजल से चलता है। इस वाहन के अंदर 194 BHP का पावरफुल इंजन लगा है, जो 400 NM का टॉरपर पैदा करता है। माइलेज की बात करें तो यह वाहन एक लीटर तेल में करीब 16 किलोमीटर चलता है यानी इस वाहन की दक्षता 16 kmpl है। इस वाहन की अधिकतम गति 250 किमी प्रति घंटा है। और यह कार महज 7.3 सेकंड में 100 की स्पीड पकड़ लेती है।

Sofia Ansari किन विवादों से घिरी हुई रहती है?

आपको पता ही होगा कि मुस्लिम धर्म की महिलाओं को इतनी आजादी नहीं है कि वह अर्धनग्न अवस्था में अपना शरीर दिखा सकें। वह सोहर की तरह कुछ पुरुषों के सामने अपना शरीर दिखा सकती हैं। अगर आप सोफिया अंसारी के कमेंट देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि एक धर्म विशेष के लोग उनके बारे में किस तरह की टिप्पणी करते हैं।

पहली बार सोफिया तब विवादों में आईं जब उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ। 2021 के पहले हफ्ते में इंटरनेट पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा था। जिसमें सोफिया जैसी दिखने वाली एक लड़की को एक लड़के के साथ हमबिस्तर किया गया। वीडियो में दिख रही लड़की बिल्कुल सोफिया जैसी दिख रही थी। लेकिन वीडियो में दिख रहा सीन धुंधला था लेकिन अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि यह वीडियो सोफिया का ही है। लेकिन इस वीडियो में यह भी पता नहीं चल पाया है कि इस वीडियो में दिख रही लड़की कौन है सोफ़िया के लिए यह बहुत बुरा दिन था।

Sofia Ansari पसंद व नापसंद

Sofia Ansari Favorite ActorShah Rukh Khan
Sofia Ansari Favorite ActressPriyanka Chopra
Sofia Ansari Favorite Singer(Male)Arijit Singh
Favorite Singer(female)Alka yagnik
Sofia Ansari Favorite AppInstagram
Sofia Ansari Favorite foodMutton Akhni Briyani, Fish pamphlet curry with steamed rice, Salads
Sofia Ansari Favorite SportsmanVirat Kohli
Sofia Ansari Favorite SongArijit Singh Songs
HobbiesReal making, short videos, Exiting experiment ,Comedy, Traveling, Life Enjoying
Sofia Ansari Favorite FoodDhokla , fapda
Sofia Ansari Favorite tourismDubai
Sofia Ansari Favorite colourwhite
Sofia AnsariFavorite flowerwhite rose
Favorite CricketerMs Dhoni
Favorite Game  Car racing

Sofia Ansari की सफलता के राज successful?

दोस्तों सोफिया अंसारी के बारे में ऐसा कहा जाता है कि उनके द्वारा एक वीडियो डब किया गया था जो काफी पॉपुलर हुआ और वायरल हो गया। उसके बाद उनके मन में चैनल चलाने का विचार आया। बस उसके बाद वे सफलता पर सफलता प्राप्त करती चली गईं। सोफिया का कहना है कि आपको अपना काम जारी रखना चाहिए। लोग चाहे कुछ भी कहें, आपको इसकी परवाह नहीं करनी चाहिए। जो लोग आज आपको रोकते हैं, वही लोग आने वाले दिनों में आपको सलाम करेंगे। आप न भागें और न ही रुकें, आप चलते रहें, आपको सफलता जरूर मिलेगी।

Where do Sofia Ansari live? साफिया को कब मिल सकते है ?

उत्तर- सोफिया अंसारी यानि सोफिया अंसारी भारत की एक आम नागरिक हैं जो वर्तमान में वडोदरा गुजरात में रहती हैं। उन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई वडोदरा गुजरात से की है। सोफिया अंसारी हमारी तरह एक सामान्य इंसान हैं, वह खुद को इतना बड़ा सेलिब्रिटी नहीं मानती हैं। उन्हें सिंपल रहना पसंद है। उनका एक वीडियो आया था जिसमें उनके 372K सब्सक्राइबर पूरे हो गए थे। उस समय उन्होंने टाइट कपड़े पहने हुए थे। लेकिन कुछ समय बाद वह अपने असली रूप में आ गईं क्योंकि उन्हें यही सबसे ज्यादा पसंद है। सोफिया अंसारी ज्यादातर फिशेबल शूट और ब्रा पैंटी में रहती हैं।

Sofia Ansari Videos

सोफिया के यूट्यूब चैनल पर 262,000 सब्सक्राइबर हैं। टिक टॉक पर पोस्ट किए गए वीडियो से साबित होता है कि सोफिया की मुस्कान बहुत बड़ी है। टिक टॉक पर पोस्ट किए गए वीडियो में वह खुश दिखाई दे रही हैं। सोफिया की मुस्कान बहुत खूबसूरत है और उन्हें फैशनेबल कपड़े पहनना बहुत पसंद है। लोग सोफिया की दयालुता और मिलनसारिता की भी सराहना करते हैं।

क्या Sofia Ansari के सभी विडियो रियल है ?

इस सवाल का कोई निश्चित जवाब नहीं है। क्योंकि आप किससे पूछते हैं, उसके हिसाब से राय अलग-अलग होती है। कुछ लोग दावा करते हैं कि सोफिया अंसारी का वीडियो असली है, जबकि कुछ लोग दावा करते हैं। यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि वीडियो या सोशल मीडिया पोस्ट में शामिल हर व्यक्ति शूट में हिस्सा नहीं ले रहा होता है। इसलिए। सोशल मीडिया पर आप जो कुछ भी देखते हैं।

Sofia Ansari के पाकिस्तानी फेन क्या कहते है?

हम जानते हैं कि हमें पाकिस्तान बिल्कुल पसंद नहीं है। क्योंकि पाकिस्तान के लोगों के दिलों में कटु संप्रदायों ने जहर भर दिया है। जिसके कारण उन्हें भारत की कोई भी अच्छाई नजर नहीं आती। वहां के नागरिक भारत को अपना दुश्मन मानते हैं। लेकिन दोस्तों आपको बता दूं कि सोफिया अंसारी के बहुत सारे सब्सक्राइबर पाकिस्तानी हैं। वह भारत के हर काम को बुरा बताती हैं लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि सोफिया अंसारी के वीडियो पर आपको एक भी नेगेटिव कमेंट देखने को नहीं मिलेगा। वह सोफिया अंसारी को अपना भाई मानती हैं। वह उनकी हर वीडियो को पसंद करती हैं।

Sofia के बारे में अंजाने रहस्य

1 सोफिया अंसारी को बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा सबसे ज्यादा पसंद हैं।
2 सोफिया अंसारी एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर होने के साथ-साथ एक अच्छी एक्टर और डांसर भी हैं।
3 सबसे ज्यादा सोशल मीडिया व्यूज सोफिया के शॉर्ट वीडियो पर आते हैं।
4 सोफिया को बॉलीवुड के मशहूर खान शाहरुख खान सबसे ज्यादा पसंद हैं। वह खान को अपना आइकॉन मानती हैं।
5 सोफिया को नाश्ते में पोहा और उपमा पसंद है। उन्हें मीठा खाना बेहद पसंद है।
6 सोफिया अंसारी दिन में दो से तीन घंटे वर्कआउट करती हैं।
7 सोफिया रियाज को स्विमिंग बेहद पसंद है। जब उनके पास खाली समय होता है तो वह खाली समय में स्विमिंग करती हैं। स्विमिंग के साथ-साथ सोफिया को डांस करने का भी बेहद शौक है।
8 सोफिया अंसारी को इंस्टाग्राम पर करीब 6.5 मिलियन लोग पसंद करते हैं और यूट्यूब पर उनके 140k से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं

ध्यान दें –

इस आर्टिकल(सोफिया अंसारी) का उद्देश्य किसी की निजी जानकारी सार्वजनिक करना नहीं है। इस आर्टिकल का उद्देश्य आपकी पसंदीदा यूट्यूबर सोफिया अंसारी के बारे में बताना है। हर फैन अपनी पसंदीदा खिलाड़ी के बारे में जाने को तैयार रहता है। इस आर्टिकल में आपको जो भी जानकारी बताई गई है वो सभी इंटरनेट से ली गई है। अगर इस आर्टिकल से किसी की भावना आहत हुई है। इसके लिए हम क्षमा चाहते हैं। अगर आपको लगता है कि कोई तथ्य गलत या अच्छा नहीं है। जिससे आपकी भावना आहत हुई है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में उस तथ्य या पैराग्राफ के बारे में लिखकर भेजें। आज हमने दुनिया की सबसे प्रतिबद्ध लीडर सोफिया अंसारी से संपर्क करने के बारे में जाना, हमने जाना कि हम सोफिया अंसारी से कई तरीकों से मिल सकते हैं

The post Sofia Ansari से कब और कैसे मिल सकते है ? appeared first on Sapne mein.

]]>
https://www.sapnemein.com/biography-of-sofia-ansari/feed/ 0