Ghode par shayari (Horse shayari ) घोड़े पर 101 शायरी
ghode par shayari horse par shayari , घोड़े पर शायरी – दोस्तो हर कोई दोस्ती प्यार और नफरत बेवफा आदि पर शायरी लिखते है। जो व्यति अपने घोड़े से प्यार करते है। या घोड़े से जुड़ा उसके जीवन में किस्सा होता है । उसे घोड़े से जुड़ी शायरी पसंद आती है। इसलिए हम आपके लिए घोड़े से जुड़ी बहुत सारी शायरी लेकर आए है। उम्मीद है की आपको ये सायरी जरूर पसंद आएगी ।
मजबूरी इंसान को क्या से क्या बना देती है
फूटे हुए खंडर में महलों के सपने सजा देती है ।
मजबूरी ऐसी होती है इंसान की
उसे घोड़े से गधा बना देती है॥
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एक वर मानों तो हजार वर पूरे होंगे
समय का चक्र है जनाब
एक ना एक दिन मेरे सपने भी पूरे होंगे।
जानबूझकर कोई गधे पर सवारी नहीं करता
हो सकता है आप बड़े मजबूर होंगे॥

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अगर मजबूत हो इरादे
तो कुछ नहीं कर सकते
घोड़े पर चलने वाले सहजादे।।
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कितनी भी गहरी लकीरें हो हम आसानी से पढ़ लेते है
दिखने में हम गधों के खिलाड़ी है पर
हम घोड़ों पर भी आसानी से चढ़ लेते है॥
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यहाँ ताकत की नहीं बुद्धि की जरूरत है
भले घोड़े में दौड़ने के बेसुमर ताकत हो
पर दौड़ने के लिए सहज की जरूरत है॥
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जख्म का मारा एक बार रोता है
दिल का मारा बार बार रोता है,
अगर धोका देने वाला अपना हो तो ये दिल बड़े जोरों से रोता है
प्यार करने वाला कोई अपना हो हर तो कोई घोड़े बेचकर सोता है।।
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मर गए हमसे पंग करने वाले
सुधर जाओ दंगा करने वालों
हमने मुकाबला करना छोड़ दिया है।,
क्योंकि नही रहे इस दुनिया में चेतक जैसे घोड़े वाले।।
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दिल का दर्द जब हद से गुजर जाता है,
तो बेलगाम घोड़ा भी सुधर जाता है

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ना खुद हंसा ना किसी को हसाया नही,
दिल का दर्द किसी से छूपाया नही
अपना जिगरी यार तो धोड़ा था
जो हर किसी को पसंद आया नहीं ll
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मौसम कितना शराबी था
चेहरा कितना नायबी था
दुश्मन आए थे दोस्त के भेस में
हम एक बार फिर हर गए घोड़ों की रेस में ॥
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रेस करनी है तो घोड़ों की तरह करो
दौड़ते रहो जब तक ना मरो॥
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जिदंगी में जब भी हम झुखे लोगों ने फाइदा उठाया
हमने भला करके देख लिया लोगों का, उन्होने हमे खूब सताया
अब तो ज़िंदगी घोड़ों की रेस की तरह हो गई है
जरा सेया क्या रुके हम दुनिया से पीछे रह गए॥
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हमे भी आती है घोड़े की सवारी करनी
पर हम अपनी दोस्तों कुर्बानी पर नहीं लगते
हाम्रा भी वसूल है
जमीन पर देखने वाले लोग है और ऊपर मेरा रसूल है ॥
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कास हम भी घुड़सवार होते
तो तेरे जैसे की लगाम खींचकर रखते ॥
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नाव कितनी भी बेकार क्यों ना हो
पर दम पतवार में होना चाहिए,
घोडा कितना भी निकमा क्यों न हो
दम घुड़सवार में होना चाहिए॥

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तुम राजा हो, घोड़ों की सवारी करते हो
हम तो मन के राजा है जो लहरों की सवारी करते है ॥
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हम राजकुमार है साहब जो घोड़ों की सवारी करते है
हम तो खुद के राजा है जो, मरती जिदंगी सारी करते है ॥
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गधे से दोस्ती करोगे तो बहुत पछताओगे
घोड़ों से दोस्ती करोगे तो ज़िंदगी में बहुत आगे जाओगे॥
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वो रेगिस्तान में भी दौड़ता है
वो दरिया में भी दौड़ता ।
वो बढ़ता रहता जीवन में आगे
वो घोडा है जनाव जो मरते दम तक दम नहीं तोड़ता है ॥

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धोती का रुमाल है
मुहबत का कमाल है
एक बार करके देख घोड़े से दोस्ती
फिर ज़िंदगी में कमाल और धमाल है॥
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से ढलती साम लगती है नारंगी
एक बार घोड़े की सवारी करके देख्न
ये ज़िंदगी हो जाएगी बहुरंगी ॥
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क्यों बैठा है सलाखों में
निकल कर आ ज़िंदगी के बाहों में
एक बार बैठकर देख्न घोड़े पर
फिर देख कमाल तेरी आँखों में ॥
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ना किसी के परवाने बनो
ना किसी के अफसाने बनो
बनना है तो घोड़ों की रेस के दीवाने बनो॥
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जो घोड़ों की तरफ दौड़ गया
वो सबको पीछे छोड़ गया ॥
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ना दिल मिले ना दिलदार मिले
हमे इन्सानो की चाह नहीं
हम तो चाहते है की हमे घोड़ों से प्यार मिले ॥
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तू इंसान है तुझे आगे तो बढ़ना पड़ेगा
बचने की कौशिश चाहे कितनी भी करले
पर घोड़ों की तरह तुम्हें दौड़ना ही पड़ेगा॥
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हमे दिन में सुकून है ना रात को सुकून है
हम तो इंसान है जनाव
हमे आगे बढ्ने का जाणून है॥
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फूल करते दिल के अरमानों में
बरसते बादल खुले आसमानों में
कास हम भी पंख वाले घोड़े होते
जो उड़ते खुले आसमानों में ॥
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देखने में तूम दिल के कमजोर हो
एकबार बैठकर तो देखों घोड़े पर
तुम सातों आसमान के चितचोर हो ॥
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हम ना तो गरीब है और ना कामचोर है
हम आपके दिल के अमीर और घोड़ों के राहगीर है ॥
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ना खुद को बेचो ना ईमान बेचो
बेचना है तो कुछ इनाम बेचो
मेरे संग घोड़ों पर चालों , कुछ सोच कर चलो॥
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हम घोड़ों के सौदागर है एक सौदा हम से भी कर लो यार
ज़िंदगी का सफर आसान हो जाएगा म कर लोग घोड़ों की तरह हमे प्यार ॥
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हमारी जिदंगी मर ही गई पर दिल में अरमान अभी बाकी है
हम घड़ों के साथ चलने वाले परिंदे है, अभी तो ये सुरुयात है अभी पूरा आसमान बाकी है ॥
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एक गलती सब पर भरी पड़ती है , घोड़े की सवारी की तरह
जिंदगी दांव पर लग जाती है , जुवारी की तरह ॥
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चले यार एक घोड़े की तरह दौड़ हो जाये
समय रहते हुए सायद तू संभाल जाये ॥
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ज़िंदगी का सफर आसान नहीं है , पता नहीं कौन कब गिर जाये ,
कब कौन दुबे और कब कौन तिर जाये॥
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आँखों ही आंखगो में प्यार होता है
फिर किसी की खबर नहीं , फिर बेगाना सारा संसार होता है ,
करले घोड़ों की रेस से दौसती , फिर देख ये खुद को , पूरी दुनिया से प्यार होता है ॥
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हमे समझना इतना आसान नहीं है जनाव
हम घड़ों की तरह तेज दौड़ते भी है और जीतते भी है ॥
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वो मौके की तलाश में थे
हमे भी मिल जाये कोई रेस करने वाला घोडा
हम भी इसी आस में थे॥
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दोस्त की दगाबाजी खतरनाक होती है
उसी प्रकार घोड़ों की रंगबाजी बेबाक होती है ,
मत रखना गंदे लोगो से वास्ता
बुरे लोगों के रिसते की कीमत अंत में रख होती है ॥
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हमने चाहा था उसको दिल पर पत्थर रखकर
चली गई वो हमे कमरे में ढककर ,
हमने सोचा वो हमे प्यार करती होगी,
वो घोड़े की तरह हमे भी प्यार करती होगी॥-
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वो घुड़सवारी करती है हमे जलाने के लिए
पर हम भी ठीठ है उसे सताने के लिए ,
वो बार बार माना करती है हमे
पर हम हर बार पहुँच जाते है उसके दर पर मनाने के लिए ॥
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ये घोडा तुम्हें कभी तुम्हें इतना प्यारा न था
ये जमाना अभी तक तुम्हारा न था
तुम जीसे ज़िंदगी समझ्त थे, वो तुम्हारी आँखों का धोका था
कोई खूबसूरत नजारा न था॥
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अरे मेरे प्यार घोड़े तू लाजवाब है
जब तू मेरे साथ है तो मेरी ज़िंदगी बेहिसाब है ॥
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दिल तैयार है दुआ देने के लिए
ये कहा है किसी मरने वाले ने ,
हर सफर को आसान बनाया है
घोड़े पर चलने वाले ने॥

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ना घोड़े हो या घुड़सवार हो
ना दिल हो ना दिलदार हो
सोचकर देखो, तुम्हारे जाने से क्या फर्क पड़ेगा इस दुनिया को
तुम कुछ नहीं सिर्फ एक किरदार हो ॥
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मजा ही मजा है घुड़सवारी में
दिल थामकर देखो कमाल तो करेंगे
हम भी अपनी बारी में॥
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दिल बड़ा हो तो दिलदार के जरूरत नहीं
जिगरा बड़ा हो तो दम की जरूरत नहीं,
घोडा संदर हो तो अलग ही बात है
घोड़े को लेकर सरमाने की जरूरत नहीं ॥
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जिसे प्यार है ख्वाबों से
वो बांध जाता है प्यार के धागों से
हम भी कोई कम नहीं है
दोस्ती रखते है घोड़ों के नवाबों से ॥
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ये घोडा सबसे प्यारा है
दिखने में सुंदर है पर किस्मत का मारा है॥
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खुद चेन से सोते नहीं दूसरों को तो सोने दो।
स्वाद क्या है शराब का खुद तो चखते है ,पर घोड़े को भी चखने दो ॥
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जमाना बड़ा बेरहम है
पहले बांधता है फिर आखिरी इच्छा पूछता है
पूरी नहीं हो सकती सभी मन्नतें , फिर बार बार क्यों नोचता है ॥
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सागर में पानी नहीं
उफान पर जवानी नहीं
क्या करें ऐसे घोड़े का
जिसमे कोई रवानी नहीं ॥
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सागर में समुंदर होता है
मसत में मस्त कलंदर होता है
जल में जालंधर होता है
जो बैठा है जंगली घोड़े पर
वो मुकदर का सिकंदर होता है॥
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तुम्हें प्यार करते करते हम समसान हो गये
मर गए घोड़ों पर स्वरी करते करते
पता नहीं चला की हम एक बार फिर से जवान हो गए॥
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सोक है हमे घुड़सवारी का
पर क्या करें हमे कर लगता है याद की गद्दारी का ॥
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टूटकर चकनाचूर हो जाती है दौसती ,
कुछ नहीं बचता वफादारी का ॥
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जब से हमने घोड़ों से नाता जोड़ा है
तब तब दुनियाँ ने हमे छोड़ा है
हमे इन्सानो से प्यार काना नहीं आता
हमे घोड़ों के अलावा कुछ नहीं भाता ॥
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मेरे साँसे धीरे चल रही है
अपने घोड़ों के वियोग में
पता नहीं आप कब चले जाएंगे
दुनिया के संयोग में ॥
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जिनके घोड़े में दम है वो निकल जाते है तूफानी धार से
जिनके बाजुओं में दम है वो डरते नहीं किसी तलवार से
डरा नहीं सकते आप उन्हे किसी भी कीमत पर
आप जान ले सकते है किसी की अपने लहजे के प्यार से॥
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जिसे ना आज की चिंता है ना कल की होगी
जंग में जीत उसी की होगी ॥
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ये जीवन फिर से ना दुबारा मिलेगा
जी ले ज़िंदगी की फिर ये सहारा ना मिलेगा ।
घोड़े पर बैठकर घुमले दुनिया
फिर ये नजारा दुबारा ना मिलेगा॥
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दिल के अंदर अगर गहरी भक्ति है
तो ना रुक ना ठहर तेरे अंदर बहुत बड़ी शक्ति है ॥
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अपने घोड़े तो दिल के राजा है
दोस्तों के तो प्यारे है , इसलिए दुश्मन इनके ज्यादा है ॥
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अगर भगवान ना होते तो समसान भी ना होते
घोड़े ना होते तो सफर आसान ना होते ।
दिल को छू लेती है अपने घोड़े की मुस्कान
जब साथ चलती है तो मेरे तो आ जाती है नई जान ॥-
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पागलों की तरह तुम्हें कोई प्यार ना करेगा ।
करेगा सच्चा प्यार तो इकरार ना करेगा ,
दिल में दबाकर रखेगा अपनी सच्ची मूहोबत को
तुम्हारे प्यार को भी इंकार ना करेगा॥
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तुम से मेरी पहचान है
तुम्ही में मेरी जान है
तो ले जाता है मंजील पर तुम्हें
वो इंसान नहीं घोडा अपना महान है ॥
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जिसने घोड़ों के ऊपर सफर किया हो,
बैठकर उजाड़ में दो पेग लिया हो,
जीने को हम हम भी जिये थे,
असली मिंदगी में वही जिया हो ॥
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हम इस ब्रह्म की माया के शिकार ना हो जाये
जल्दी चल मेरे घोड़े , उनके प्यार में हम गुलाब न हो जाएँ॥
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दमन पर कभी दाग न लगने देंगे
दोस्तों में कभी आग न लगने देंगे
दोस्ती करेंगे तो सिर्फ घोड़ों से
दुश्मनी की आग न सुलगने देंगे ॥
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मौत मिले तो आसान मिले
फूल खेल तो गुलाब की तरह खिले
ज़िंदगी चले तो घोड़ों की तरह
हे भगवान ज़िंदगी में कोई बेवफा इंसान न मिले ॥
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छुपाकर रखों अपने घोड़े को नजर न लग जाये ।
दुश्मनी की तो दूर की बात मुझे दोस्तों पर भी भरोषा नहीं है ।
देखकर किस्मत मेरे दोस्तों में नफरत की आग न सुलग जाये॥
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इस जग को आज तक कोई जीत नहीं पाया
घोड़ों वालों ने हमेशा जीत का ध्वज फहराया
जीते हो भले बड़े बड़े राज तुमने
पर आज तक कोई दिल नहीं जीत पाया ॥
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हमे काम मे लेने के बाद फेक देती है ये दुनिया
बड़ी ही चीनाल है
महारणा लड़े थे अकबर से अपने घोड़े के दम पर
ये सिर्फ महाराणा के घोड़े का कमाल है॥
हम घोड़े पर बैठकर इस कदर आगे बढ़े
दिन चले रात चढ़े, दिन ढले रात चढ़े॥
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भीख तो भिखारी को चाहिए
शिकार तो शिकारी को चाहिए,
ना हम शिकारी है ना हम भिखारी है
हमे घोड़े पसंद है हम घोड़े के खिलाड़ी है॥
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कुछ नहीं है दुनिया में शिवाय गम के
आज कल तो घोड़े भी दीवाने लाल वाली राम के,
बढ़ते है आगर जीवन में सबकुछ भूलकर
क्या दिया है दुनिया ने मुझे शिवाय ज़ख़म के ॥
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साले घोड़ों का अंदाज भी निराला है।
ना समुद्र देखते हैं ना खाई ।
साली बुझ नहीं रही है ,
दोस्तों ने दोस्तों के घरो मे ही
ऐसी आग लगाई।l
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नशा हो तो शराब जैसा
फूल हो तो गौलब जैसा
घोडा हो तो ख्वाब जैसा
दोस्त हो तो आप जैसा ॥
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ना तन पर एक कपड़ा था
कोई ज़िंदगी में लफड़ा था।
इस घोड़े को उस समय पकड़ा
जब उसके तन पर कोई कपड़ा था ॥
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जब जुल्म हद से ज्यादा हो जाता है
तो कमजोर दिल वालों का भी लड़ने का इरादा हो जाता है ॥
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लेते है हम सांस गिन गिनकर
समय आने दे आ मेरे प्यार घोड़े
हिसाब एक एक का लेंगे चुन चुनकर ॥
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चेहरा किताबी था
मौसम शरभि था
शोक नवाबी था
हमारा घोडा भी कांड कर गया
साला वो भी लाजवाबी था॥
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जब दर्द हद से गुजर जाता है तो
बदमस घोडा भी सुधर जाता है ॥
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घोड़े पर शायरी
मौत शायरी दो लाइन मैं जीवन का सार
पंख कटे परिंदों से संबन्धित शायरी