आचार्य प्रशांत कांटेक्ट नंबर (आचार्य प्रशांत मोबाइल नंबर),प्रशांत त्रिपाठी मोबाइल नंबर, प्रशांत त्रिपाठी फोन नंबर- आपने शायद आचार्य प्रशांत का नाम सुना होगा। प्रशांत त्रिपाठी एक अद्वैत वेदांत हैं। वह आध्यात्मिक गुरु हैं और वह एक यूट्यूब चैनल चलाते हैं। वह उपनिषद और वेदों से संबंधित वास्तविक जीवन वीडियो के निर्माता हैं।
वह अपने आध्यात्मिक वीडियो के कारण काफी प्रसिद्ध हो गए हैं। और हम में से कई लोग उनके बारे में अच्छी तरह से जानते भी होंगे। कई बार उनके वीडियो यूट्यूब पर आपके सामने भी आए होंगे और आपने वीडियो देखे और पसंद भी किए होंगे। आचार्य प्रशांत कांटेक्ट नंबर और जीवनी –
आचार्य प्रशांत कौन है ?
दोस्तों, प्रशांत वेदों के ज्ञाता हैं, यानी वो व्यक्ति जिसके पास वेदों का ज्ञान है। वो खुद को धार्मिक गुरु नहीं कहलाना चाहते, इसलिए उन्हें धार्मिक बाबा या पंडित नहीं कहा जा सकता। प्रशांत जी को हम आचार्य कह सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने जीवन में कई किताबें भी लिखी हैं। प्रशांत सर खुलकर लोगों को वेदों और शास्त्रों, हिंदू धर्म के ज्ञान के बारे में बताते हैं। इसलिए उन्हें एक लेखक और अद्वैत शिक्षक या प्रेरणा गुरु कहा जा सकता है।
आज आचार्य प्रशांत सोशल मीडिया के जरिए लाखों लोगों को वेदों और गीता के ज्ञान से परिचित कराते हैं और उन्हें आध्यात्म की ओर लौटने के लिए कहते हैं। प्रशांत जी आज के युवाओं को आध्यात्मिक जीवन जीने का सरल तरीका बताते हैं। जिसका पालन करने से आपको असली खुशी मिलेगी। आचार्य जी लाखों लोगों को भारतीय संस्कृत के बारे में जागरूक और शिक्षित करने का काम करते हैं। आचार्य प्रशांत जी ने IIT, IIM की शिक्षा प्राप्त करने के बाद IAS अधिकारी बनकर कुछ समय तक देश की सेवा की है। 28 साल की उम्र में उन्होंने IAS के पद से इस्तीफा दे दिया और आध्यात्मिक पद पर चल पड़े।
इस प्रशासनिक पद पर रहकर वो वो सब नहीं कर पाए जो वो करना चाहते थे। आज वे आध्यात्मिक मार्ग पर चलकर लाखों-करोड़ों लोगों को जागरूक कर रहे हैं। वे कहते हैं कि जिस देश ने लोगों को वेद दिए, उस देश के लोग वेदों से वंचित रह गए। वेदों से ज्ञान लेकर पश्चिमी देश के लोग कितनी दूर निकल गए। लेकिन दुनिया को वेद देने वाले लोग ही सही वेदों का अध्ययन नहीं कर रहे हैं। इसलिए आचार्ज जी एक अभियान भी चला रहे हैं, जिसका नाम है घर-घर वेद।
आचार्य प्रशांत का जीवन और आजीविका
आचार्य प्रशांत जी का जन्म 7 मार्च 1978 को उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था। उनके पिता एक सरकारी विभाग में कार्यरत थे और उनकी माता एक गृहिणी थीं। आचार्य प्रशांत के तीन भाई-बहन हैं। आचार्य प्रशांत जी बचपन से ही गंभीर स्वभाव के बालक थे। बचपन से ही अपनी कुशाग्र बुद्धि के कारण वे छोटी सी उम्र में ही बड़ी-बड़ी बातें कर देते थे। उनकी ये बड़ी-बड़ी बातें उनके मित्रों और परिवार वालों की समझ से परे थीं।
जब आचार्य प्रशांत जी प्रशासनिक नौकरी में थे। उस समय उनका एक जगह से दूसरी जगह तबादला हो रहा था। क्योंकि वे उसी तरह काम करना चाहते थे। वे ऐसा नहीं कर सकते थे। काम करने का उनका तरीका अलग था।
जब आचार्य प्रशांत अपने पिता के साथ भागने में लाइब्रेरी जाते थे। उन्हें बचपन से ही किताबों का बहुत शौक था। दस साल की उम्र में उन्होंने इतनी किताबें पढ़ लीं कि आज के युवा कल्पना भी नहीं कर सकते और साथ में घंटों खुले आसमान के नीचे बैठकर ध्यान किया करते थे। आचार्य जी शिक्षक बताते हैं कि प्रशांत बचपन से ही बहुत होशियार और प्रतिभा का धनी था।
कई बार वह ऐसे सवाल पूछ लेता था जिसका जवाब शिक्षक भी नहीं दे पाते थे। आपने देखा होगा कि कई छात्र ऐसे होते हैं जो एक या दो विषयों में मजबूत होते हैं। लेकिन प्रशांत हर विषय में मजबूत था। उसके सभी शिक्षक उसकी क्षमता से प्रभावित थे। जब भी शिक्षक आपस में बात करते थे। वे प्रशांत का जिक्र करने लगते थे।
उन्हें बचपन में राज्यपाल द्वारा एनटीएससी स्कॉलर श्रेणी का पुरस्कार दिया गया था। आचार्य प्रशांत जी के पिता बताते हैं कि प्रशांत को पढ़ने का इतना शौक था। कि जब वह कोई किताब पढ़ना शुरू करता तो घंटों पढ़ता रहता। वह तब तक पढ़ता रहता जब तक वह किताब पूरी नहीं कर लेता। किताब पढ़ने के चक्कर में कई चीजें, यहां तक कि खाना-पीना भी भूल जाता था। उसने एक नाटक में भी हिस्सा लिया था
आचार्य प्रशांत की शारीरिक विशेषताएँ
वजन | 5.9 fit approx. |
ऊंचाई | 69 kg |
Body measurement | No data |
कलाई की मोटाई | 39 Inch – 80cm (aprox) |
सीना की मोटाई | 49 inch |
चमड़ी का रंग | Brown |
आँखों का रंग कैसा हिय | Dark |
खून का ग्रुप कौनसा है | No data(He dinged blood sample in earth) |
बालों का रंग क्या है | Black and white |
कपड़ों की साइज क्या है | N/A(He like T-shirt and safari shoot) |
Body type | thick |
S*xual Orientation | Straight |
S*xuality | Male |
जुटते का आकार | 9.01 Inch – 25.5cm |
Shoe Size | 9.01 Inch – 25.5cm |
जांघ का साइज | No data available |
T-Shirt brand | Any one no brand , he like Indian dress |
Biceps and arms size | 12 inch (XL) |
शरीर पर टाटू | No tattoo |
Complexion | Fair |
आचार्य प्रशांत जी से हम कैसे मिल सकते है ?
दोस्तों, जिस व्यक्ति को हम पसंद करते हैं। या फिर जो व्यक्ति हमारी नज़र में हीरो होता है। जिसे हम फॉलो करते हैं। तो हमारे दिल में उस व्यक्ति से मिलने की हमेशा इच्छा रहती है। दोस्तों, अगर आप कुछ दिन यूट्यूब पर आचार्य जी को सुनेंगे तो बाद में आपके मन में भी उनसे मिलने की तीव्र इच्छा होगी। दोस्तों, अगर आप आचार्य जी से अच्छे से मिलना चाहते हैं तो यह आसान है। आप अद्वैत फाउंडेशन के ज़रिए आचार्य जी से मिल सकते हैं। आप अद्वैत फाउंडेशन का हिस्सा बन सकते हैं। इसके अलावा आप अद्वैत महोत्सव में शामिल होकर अपने गुरुजी से मिल सकते हैं।
इन तरीकों को अपनाकर हम आचार्य जी से मिल सकते है जो निम्न है –
By Contact number
By Whatsapp number
By what app group link
By Instagrame
By Facebook
By Email address
By Facebook
By Twitter
Whats app से संपर्क कर सकते है ।
दोस्तों, आचार्य प्रशांत का व्हाट्सएप नंबर आपको नहीं मिल सकता। क्योंकि वो एक यूट्यूबर हैं और उनके यूट्यूबर के नंबर निजी होते हैं। अगर किसी को उनका नंबर मिल गया तो दिक्कत हो जाएगी। लोग इतने कॉल करने लगेंगे कि पूछो ही मत, इस वजह से इस तरह की जानकारी सार्वजनिक नहीं हो पाती।
Instagram से हम मिल सकते है।
दोस्तों अगर आपको अपने असली आध्यात्मिक नायक आचार्य प्रशांत पसंद हैं तो आप उनसे मिलने का कोई न कोई रास्ता जरूर ढूंढ रहे होंगे। अगर आप उन्हें पसंद करते हैं तो आप उन्हें इंस्टाग्राम पर फॉलो कर सकते हैं। अगर आप उनसे इंस्टाग्राम पर लगातार जुड़े रहेंगे तो आपको उनके बारे में सारी जानकारी मिल जाएगी। आचार्य प्रशांत आपके सामने जो भी खोलेंगे, आप अच्छे से जान पाएंगे। दोस्तों आप आचार्य प्रशांत त्रिपाठी जी को टैग करके पोस्ट करें। अगर आप उनसे मिलने की इच्छा स्वीकार करते हैं तो आप आचार्य प्रशांत से जरूर मिल सकते हैं। आप उनके जीवन से जुड़ी सारी जानकारी और उनके सभी वेद और उपनिषद पाने के लिए उन्हें instagram.com/ap_devotee/ पर फॉलो कर सकते हैं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर अब तक 3523 पोस्ट डाली हैं। अभी तक उनके इंस्टाग्राम पर 1.1 M फॉलोअर्स हैं और उन्होंने सिर्फ 1 लोगों को फॉलो किया है।
आचार्य प्रशांत इंस्टाग्राम नाम- आचार्य प्रशांत
आचार्य प्रशांत इंस्टाग्राम पता लिंक- https://www.instagram.com/ap_devotee/
आचार्य प्रशांत इंस्टाग्राम पोस्ट- 3523
आचार्य प्रशांत इंस्टाग्राम फॉलोअर्स – 1.1 मिलियन
आचार्य प्रशांत इंस्टाग्राम फॉलोइंग – 1
Twitter के माध्यम से हम आचार्य जी से मिल सकते है।
दोस्तों ट्विटर अपनी स्थिति को सार्वजनिक रूप से साझा करने का सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म है। अगर कोई नेता किसी के बारे में कुछ कहता है तो हम ट्विटर के जरिए उस बात का समर्थन कर सकते हैं। जैसे भारत के राष्ट्रपति ने मनमोहन सिंह को जातिवाद का ट्वीट करके तंज कसा था। तो जवाब में मनमोहन सिंह ने रीट्वीट करते हुए अपनी पोल खोल दी। दोस्तों आचार्य प्रशांत की बात करें तो अगर आप मनमोहन सिंह के फैन हैं तो आप उन्हें ट्विटर पर फॉलो कर सकते हैं। अगर आपको ट्विटर पर उनके वीडियो के बारे में कोई अच्छा सुझाव है। या फिर वो उनकी खामियां गिनाते हैं तो मनमोहन सिंह आपका शुक्रिया अदा कर सकते हैं। इस तरह आप आगे बढ़ सकते हैं।
आचार्य प्रशांत ट्विटर अकाउंट का पता- prashant_advait?lang=bg
आचार्य प्रशांत ट्विटर ट्वीट- 9620
आचार्य प्रशांत ट्विटर फॉलोइंग- 1
आचार्य प्रशांत ट्विटर कुल फॉलोअर्स- 197 हजार
Facebook माध्यम से हम आचार्य प्रशांत से मिल सकते है।
दोस्तों, हम अपने आध्यात्मिक गुरु और वेद प्रचार स्टार यानी आचार्य प्रशांत से मिलने के लिए कई तरीके खोजते हैं, जिसके ज़रिए हम गुरुजी से सीधी बात कर सकते हैं। जो व्यक्ति प्रशांत जी का सच्चा प्रशंसक होता है, वह उनसे मिलने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाता है। जिनमें से एक है फेसबुक। प्रशांत त्रिपाठी से मिलने के लिए आपको उन्हें फेसबुक पर फॉलो करना होगा। आप उन्हें फेसबुक पर टैग करें और उनके लिए कुछ ऐसा लिखें कि आचार्य प्रशांत खुद आपसे मिलने के लिए बेताब हो जाएं। दोस्तों, आप फेसबुक पर अपने उपनिषद गुरु को फॉलो करने में सफल हो गए हैं। उनकी फेसबुक आईडी है AdvaitAcharyaPrashant, आप गूगल सर्च इंजन पर जाकर facebook.com/AdvaitAcharyaPrashant लिखें तो आप आचार्य जी की आईडी पर पहुंच जाएंगे। प्रशांत को फेसबुक पर 1 लोगों ने लाइक किया है और 1.2 मिलियन लोगों ने उन्हें फॉलो किया है।
फेसबुक आईडी- facebook.com/AdvaitAcharyaPrashant
फॉलोइंग- 1.2 मिलियन
फॉलो- 1
लाइक- कोई डेटा नहीं
Email ID के माधम से हम आचार्य जी से मिल सकते है
दोस्तों, हमें जो व्यक्ति सबसे ज्यादा पसंद होता है। हम इनका अनुसरण करते हैं। हम अपने आचरण को अपने जीवन में लागू करना शुरू कर देते हैं। जो हमारी नजरों में हीरो होता है। हम उनके कई प्रशंसकों का अनुसरण करते हैं। हम उनके जैसा बनना चाहते हैं। लेकिन कभी-कभी हमारे दिल में ऐसी बात होती है जिसे हम अपने असली गुरु आचार्य प्रशांत तक पहुंचाना चाहते हैं। इसलिए हमारे पास कोई स्टिक माध्यम नहीं है। अगर हम यूट्यूब वीडियो पर टिप्पणी करते हैं। तो कोई भी यूट्यूबर सभी टिप्पणी नहीं पढ़ सकता है। हो सकता है कि हमारा कमेंट खाने में खो जाए। सुरक्षा कारणों से हमारे पास उनका कोई भी संपर्क नंबर उपलब्ध नहीं है। इसलिए हमारे पास उनसे मिलने का एक ही रास्ता है जो सबसे अच्छा तरीका है। आप आचार्य प्रशांत के ईमेल पर संदेश भेज सकते हैं। आप उन्हें उनके आधिकारिक ईमेल पर मेल कर सकते हैं। यदि आप प्रशांत सर का समर्थन करना चाहते हैं या किसी को आचार्य प्रशांत से जोड़ना चाहते हैं तो आपको उनसे मेल करना होगा
official website से आचार्य प्रशांत से मिल सकते है।
- support@advait.org.in.
- +91 9650585100.
- +91 9650585100.
Acharya Prashant जी का पता क्या है ?
आचार्य प्रशांत का जन्म स्थान | उतर प्रदेश |
आचार्य प्रसंत का घर का पता | आगरा उतर प्रदेश |
Advait BodhSthal, address | G-39, Sector 63 Rd, G Block, Sector 63, Noida, Uttar Pradesh 201301 |
Acharya Prashant House address | Agra Utarpradesh india |
Acharya Prashant Permanent Home town | utar pradesh |
आचार्य प्रशांत की करेंट लोकेशन क्या है | भारत |
आचार्य प्रशांत जी के अनुसार सच्चा सनातनी कौन है ?
मित्रों, आज तक आपने बहुत से धर्म गुरुओं को देखा होगा और सभी एक ही बात कहते हैं कि हमारा सनातन धर्म बहुत पुराना है। हर कोई अपने-अपने तरीके से अपनी व्याख्या करता है। आज तक हमें ऐसा तीखा जवाब सुनने को नहीं मिला जो हमें संतुष्ट कर दे। आज हम निर्भीकता और अधिक सच्चाई के साथ कह रहे हैं कि जो व्यक्ति अपने वेदों को जानता है वही असली सनातनी है। आचार्य जी का यह कथन बिल्कुल निर्भीक है। झूठे प्रचार के खिलाफ आचार्य क्या कहते हैं – यह चित्र https://acharyaprashant.org/ से लिया गया है
1. क्या आप हिंदी बोलने से सनातनी बन जाते हैं?
2. क्या आप होली दीपावली मनाने से सनातनी बन जाते हैं?
3. क्या आप छोटे-मोटे ग्रंथ पढ़कर या धर्म का पालन करके सनातनी बन जाते हैं?
4. क्या आप जातिवाद और कर्मकांडों का पालन करके सनातनी बन जाते हैं?
5. क्या आप पौराणिक कथाओं पर विश्वास करके सनातनी बन जाते हैं?
6. क्या आप सनातनी के घर में जन्म लेने से सनातनी बन जाते हैं?
7. क्या आप हिंदू धर्म का पक्ष लेने से सनातनी बन जाते हैं?
मित्रों, आचार्य जी, हम सभी बिना किसी संकोच के एक प्रश्न पूछते हैं कि आप किस धर्म को मानते हैं। यदि आप अपने शास्त्रों के बारे में नहीं जानते तो आप किसी भी धर्म के नहीं हैं। सनातनी धर्म को बचाने का एकमात्र उपाय धर्म के केंद्र में सर्वोच्च शास्त्र की स्थापना करना है। और वह सर्वोच्च ग्रंथ उपनिषद है। आप तभी सनातनी कहलाएंगे जब आप वेदांती बनेंगे।
जब आप वेदांत के बारे में नहीं जानते और आप वेदांत पढ़ते हैं तो आप किस अधिकार से कह रहे हैं कि आप सनातनी हैं। मैं पूछना चाहता था कि आप किस धर्म को मानते हैं। आचार्य जी कहते हैं कि पुराण, महाकाव्य और सामंतों को भी उपनिषद में ही पढ़ना चाहिए। यदि पढ़ने पर आपको लगे कि स्मृतियाँ उपनिषदों के शब्दों को कमज़ोर करती हैं तो आपको तुरंत उन्हें त्याग देना चाहिए और उपनिषदों को ही महत्व देना चाहिए। जो कि उपनिषद के बाहर कई पुस्तकों में एक पृष्ठ पर लिखा है कि मांसाहार नहीं खाना चाहिए, लेकिन अंतिम पृष्ठ पर लिखा है कि शाकाहारी भोजन करना चाहिए। तो इसका मतलब है कि इसमें बेईमानी की गई है। क्योंकि एक आदमी कभी दो बातें नहीं बोल सकता।
अगर कोई व्यक्ति पहले मांसाहारी भोजन का निषेध करता है और अंत में अनुमान देता है, तो इसका मतलब है कि ये बदलाव बाद में किए गए हैं। अगर आपको किसी धार्मिक पुस्तक पर संदेह है तो आप सिर्फ उपनिषद पढ़ें। क्योंकि अभी तक किसी ने उनमें काट-छांट नहीं की है। बहुत से लोग संस्कृत के नारे पर आंख मूंदकर विश्वास करते हैं। जरूरी नहीं है कि संस्कृत में जो लिखा है वो सही हो। हो सकता है कि बाद में उसमें बदलाव किया गया हो।
सबसे पहले अपने उपनिषद पढ़ें। एक बार जब आप उपनिषद पढ़ लेंगे, तो बाद में आपको सभी किताबें ऐसी ही मिलेंगी। चाहे वो उपनिषद का छोटा हिस्सा हो या टुकड़ा। आचार्य जी ने 1 अक्टूबर 2021 से 1 अक्टूबर को वेदांत दिवस के रूप में मनाना शुरू किया। हमारे देश में कई दिन मनाए जाते हैं लेकिन किसी ने वेदांत दिवस के बारे में नहीं सोचा।
आचार्य प्रशांत जी ने इस गलती को भी सुधारा। आचार्य जी ने धर्म की ज्योति जलाने के लिए एक तीव्र अभियान चलाया है, जिसमें आचार्य जी ने प्रण लिया है कि हम 20 करोड़ घरों तक उपनिषद की व्याख्या पहुंचाने का काम करेंगे। आज भले ही यह अभियान एक व्यक्ति द्वारा एक संगठन द्वारा चलाया गया अभियान हो, लेकिन यह अभियान मानवता को बचाने का सबसे बड़ा अभियान साबित होगा।
वेदान्त महोत्व क्या है ?
दोस्तों, वेद तो आपको पढ़ने को मिल जाएंगे लेकिन वेदों में आपको कहानियां नहीं मिलेंगी। आपने देखा होगा कि हर किताब का अर्थ दिल और दिमाग तक पहुंचाने के लिए कहानियों का सहारा लिया जाता है। आचार्य जी ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया है जिसका नाम उन्होंने वेदांत महोत्सव रखा है। जिसमें गुरुजी आपको वेदों के बारे में बताएंगे और जो भी आपको समझ में नहीं आएगा, आचार्य जी उसे आपको समझाएंगे। गुरुजी आपके सामने प्रार्थना करेंगे। जिससे आप गुरुजी से इस विषय में किसी भी तरह का सवाल पूछ सकते हैं। गुरुजी इसके लिए आयोजन करते हैं।
Achary prashant जी का घर कहाँ पर है ?
दोस्तों जब कोई व्यक्ति स्टार बन जाता है तो उसके लाखों करोड़ो प्रशंसक बन जाते हैं लोग उसके नक्शे कदम पर चलकर सफलता हासिल करना चाहते हैं इसलिए लोग अपने स्टार के बारे में हर चीज को करीब से जानना चाहते हैं। ताकि अपने स्टार को देखकर आपको कुछ मोटिवेशन मिल सके और साथ में आपको उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए एक दिशा निर्देश मिल सके। दोस्तों आज का युग ऐसा है जिसमें कोई भी स्टार बन सकता है।
जरूरी नहीं है कि सिर्फ अमीर लोग ही अपने पैसों के दम पर लोगों के दिलों पर राज करेंगे। अगर आपमें जुनून और कुछ कर गुजरने की ललक है तो आप भी कुछ सालों में लोगों के दिलों पर राज कर सकते हैं। आचार्य प्रशांत आध्यात्मिक परिवार या किसी बड़े धार्मिक परिवार से नहीं आते हैं। आचार्य प्रशांत आगरा उत्तरप्रदेश से आते हैं। उनका जन्म आगरा में एक सरकारी अधिकारी परिवार में हुआ था।
आचार्य प्रशांत जी कितने पढे लिखे है ?
क्या आप जानते हैं कि प्रशांत जी बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि और प्रतिभा के धनी थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश में हुई थी। जब प्रशांत जी 15 से 16 साल के थे। उस समय उनके पिता का ट्रांसफर गाजियाबाद हो गया था। उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई गाजियाबाद से की। बाद में उन्होंने IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया।
इसके बाद उन्होंने IIT JEE की परीक्षा दी। दोस्तों, आप जानते ही होंगे कि IIT हमारे देश का सबसे प्रसिद्ध इंजीनियरिंग संस्थान है। IIT में पढ़ना हर छात्र का सपना होता है। इसमें एडमिशन के लिए आचार्य जी ने JEE MANS और JEE Advanced का पेपर दिया था। क्या आप जानते हैं हर साल इस परीक्षा में 15 लाख से ज्यादा बच्चे हिस्सा लेते हैं, जिनमें से सिर्फ 10 हजार लड़कियां ही IIT में जाती हैं और लगभग एक लाख बच्चे NIT EEE जैसे संस्थान में जा पाते हैं। इस प्रकार 1999 में कड़ी मेहनत के बाद प्रशांत इस प्रयास में सफल हुए और परिणामस्वरूप उनका IIT दिल्ली में एडमिशन हो गया आपको पता ही होगा कि यूपीएससी देश की सबसे लोकप्रिय परीक्षा है।
इस परीक्षा में आचार्य जी ने 184वीं रैंक हासिल की और आईएएस बनकर देश की सेवा में अपना समय दिया। स्कूली शिक्षा- गाजियाबाद से पीसीएम के साथ 12वीं पास कॉलेज- आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन अन्य- आईआईटी जेईई, जेईई मैन्स और जेईई एडवांस एडवांस्ड- आईआईएम अहमदाबाद से मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएशन कॉलेज का नाम-आईआईटी दिल्ली
आचार्य प्रशांत जी की उपलबधिया क्या है ?
अभिनय के दौरान सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार
एनटीएससी पुरस्कार – अध्ययन के क्षेत्र में राज्यपाल द्वारा
सर्वश्रेष्ठ छात्र पुरस्कार – विश्वविद्यालयों में
कई लेखन पुरस्कार – लेख और कविताओं के क्षेत्र में
Achary prashant school college and qualification
स्कूल | Utarpradesh govt school and Gaziabad school |
कॉलेज | IIT Delhi |
education qualification | Graduate |
Other skill | master of ved and upnishid |
Profession | YouTuber , Teacher of upnisidh, organigestion foundar (Advait foundation) |
सपना क्या था | Everary one know veda and Upnishdh |
आचार्य प्रशांत जी ने सरकारी नौकरी को क्यों ठुकरा दिया ?
आचार्य प्रशांत ने मात्र 10 वर्ष की आयु में ही अनेक पुस्तकें पढ़ ली थीं। जब वे 10 वर्ष के हुए तो उन्होंने लिखना प्रारंभ कर दिया। मात्र 15 वर्ष की आयु में उन्होंने IIT JEE की तैयारी प्रारंभ कर दी थी। उनका सपना था कि वे पढ़-लिखकर IAS बनें। क्योंकि परिवार में उनके पिता भी सरकारी पद पर थे। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, वैसे-वैसे IAS प्रवेश परीक्षा की तैयारी करते-करते उन्हें समझ में आ गया कि सरकार के अधीन काम करने का मतलब नौकरशाही है। और वे नौकर साही की वास्तविकता जानते थे।
हालांकि उन्होंने परीक्षा पास कर ली लेकिन इस परीक्षा में उन्हें ऑल इंडिया 182वीं रैंक मिली थी। लेकिन दो महीने के प्रशिक्षण काल में उनसे यह स्पष्ट रूप से झलक रहा था कि केंद्रीकृत सरकार के अधीन काम करते हुए उन्हें सभी प्रकार की स्वतंत्रता से वंचित रहना पड़ेगा। इस पर कुछ और समय बिताया तो 22 वर्ष की आयु में उन्होंने कहा कि मैं अभी युवा हूं, मैं अपना जीवन ऐसी व्यवस्था में नहीं बिताना चाहता, जो लगातार हुक्म चलाती रहे
परिवार के सदशय
पिता का नाम | No data available on internet |
माता का नाम क्या आता | She is house wife |
महिला प्रेमिका का मान | No girlfriend and no wife |
foundation | Advait foundation |
पत्नी का नाम | अभी ताक कुवारे है। |
Acharya Prashant का real name क्या है ?
दोस्तों हम देखते हैं कि जो बच्चा परिवार में सबको आकर्षित करता है, परिवार के लोग उस बच्चे को अपने हिसाब से अलग-अलग नाम देते हैं। कोई प्यार से कुछ कहता है तो कोई कुछ। तो दोस्तों आचार्य प्रशांत का असली नाम आचार्य प्रशांत त्रिपाठी है। दोस्तों लोग उन्हें कई नामों से पुकारते थे जैसे आचार्य जी, गुरुजी, सर आदि।
घर घर उपनिषद पहुँचाने का उद्देशय क्या है ?
दोस्तों, आचार्य प्रशांत हिंदू दर्शन यानी हिंदू धर्म के शास्त्रों को गहराई से जानना होगा। जब प्रशांत त्रिपाठी ने उपनिषदों का अध्ययन किया। इसके बाद वे लोगों को उपनिषदों का ज्ञान देते हैं। यानी जो वेदों और उपनिषदों का ज्ञाता होता है, उसे आचार्य कहते हैं। दोस्तों, आचार्य का उद्देश्य भारत के हर नागरिक को उपनिषदों का ज्ञान देना है।
इसलिए इंटरनेट पर उनके कई फ्री वीडियो मिल जाएंगे, इसके साथ ही वे वेदांत महोत्सव चलाते हैं, बैठकें करते हैं। बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में जाकर लोगों को संगठित करते हैं और उनसे संवाद करते हैं। फिर भी उनका उद्देश्य पूरा नहीं हो रहा है। आचार्य जी ने एक लक्ष्य तय किया है जिसके मुताबिक उपनिषदों को 20 करोड़ लोगों के घर तक पहुंचाना है।
आचार्य जी ने एक बड़ा मुद्दा उठाया है। आचार्य जी ने रिकॉर्ड बनाने या फैमलिटी का काम नहीं किया है। उपनिषदों की सरल भाषा में व्याख्या के साथ प्रकाशन फ्री लोगों के दरवाजे तक पहुंचाया जाएगा। अगर इनमें से सिर्फ 20 फीसदी लोग भी उपनिषद पढ़ें। तो ऐसा लगता है कि उनकी प्रतिज्ञाएँ असफल हो रही हैं
आचार्य प्रशांत जी को donation क्यों चाहिए?
दोस्तों गुरुजी कहते हैं कि आज के समय में वेदों को जानने वाले लोग नगण्य हैं। अगर किसी के पास बड़े-बड़े वेद हैं तो उन्हें पढ़ने वाला कोई नहीं है। इसलिए शुरुआती समय में वेदों के प्रचार-प्रसार के लिए आर्थिक बल की जरूरत है। अगर आप अनुदान देते हैं तो जिससे वेदों के बारे में प्रचार-प्रसार होगा और घर-घर तक हमारा मिशन सफल होगा। आचार्य जी का उद्देश्य सिर्फ यह नहीं है कि वे वेदों को घर-घर पहुंचाएं। गुरुजी चाहते हैं कि हर कोई अपने शास्त्रों को जाने। दोस्तों गुरुजी इस बात के लिए खुली चुनौती देते हैं।
कि अगर आप एक बार अपनी पुस्तकों को अच्छी तरह से पढ़ लें तो आपको दुनिया का सबसे बड़ा प्रेरक तुच्छ लगेगा। जब भी आप किसी बड़े प्रेरक को सुनेंगे तो आपको लगेगा कि मैंने इतना ही पढ़ा है। यह तो उसका एक छोटा सा हिस्सा है। गुरुजी चाहते थे कि एक बार उपनिषद का प्रचार-प्रसार होना चाहिए। उपनिषद का प्रचार-प्रसार शुरुआती दिनों में होना चाहिए। अगर एक बार आप प्रचार-प्रसार करके उपनिषद के बारे में समझने लगेंगे तो आप खुद ही उपनिषद का प्रचार-प्रसार करने लगेंगे।
बाद में हमें प्रचार-प्रसार की जरूरत नहीं पड़ेगी। आजकल जब आप इंटरनेट पर सर्च करेंगे तो आपको टैबूज जल्दी नहीं मिलेंगे. गूगल सर्च इंजन टैबूज से ऊपर नहीं आता. अगर आप नेट पर उपनिषद खोजने लगेंगे तो उपनिषद आ जाएंगे. कई बार आचार्य जी लोगों पर तंज कसते हुए कहते हैं कि याद करो तुमने आखिरी बार इंटरनेट पर सत्य, मोक्ष, मुक्ति, उपनिषद कब सर्च किया था. तो ये रिलेटेड वीडियो और पोस्ट तुम्हारी रिकंडिशन में कैसे आएंगे.
तुम्हारे काम किसी की सिफारिश में आएंगे. जब ये तुम्हारी रिकंडिशन में नहीं आएगा तो तुम उससे कैसे कनेक्ट करोगे? तो शुरुआती दिनों में उपनिषदों पर जोर देने के लिए पब्लिसिटी की जरूरत है. एक दिन ऐसा आएगा कि हमें उपनिषद को प्रमोट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, वीडियो देखने वाला या पोस्ट पढ़ने वाला खुद ही उपनिषद को प्रमोट करने लगेगा.
Achary prashant की wife का नाम क्या है?
दोस्तों, बहुत से लोग आचार्य जी की पत्नी के बारे में इंटरनेट पर सर्च करते हैं। क्योंकि लोगों ने एक गलत कहावत सुनी है। हर सफलता के पीछे एक महिला का हाथ होता है। ये लोग उस महिला के बारे में जानना चाहते हैं। दोस्तों, आचार्य प्रशांत अभी अविवाहित हैं। उन्होंने अब तक ब्रह्मचारी का जीवन जिया है। उनका भविष्य में शादी करने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने अपने वीडियो में कई बार ये बात कही है। दोस्तों, आपको दुनिया में ऐसे बहुत से लोग देखने को मिल जाएंगे जो अविवाहित हैं लेकिन उन्होंने अपने जीवन में बड़ा नाम कमाया है। जैसे अब्दुल कलाम, अटल बिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी, ममता बनर्जी, आचार्य प्रशांत। इसलिए ये लोग इतने सफल हो पाते हैं। क्योंकि ये अपनी पूरी ऊर्जा जीवन के उच्च उद्देश्य को पूरा करने में लगा देते हैं। इन्हें डिस्टर्ब करने वाला कोई नहीं होता। ये लोग अपना काम सच्चे दिल और निस्वार्थ भाव से करते हैं।
Achay prashant की आयु कितनी है ?
दोस्तों एक छोटे से राज्य का युवा लड़का बचपन में इतने बड़े मुकाम पर पहुंच जाता है तो लोगों के मन में सवाल उठता है कि आखिर अचय प्रशांत की असली उम्र क्या है। क्योंकि अगर लोगों को अचय प्रशांत के बारे में पता चलता है तो लोग अचय प्रशांत के जीवन से प्रेरित होते हैं या लोग अचय प्रशांत से प्रेरित होकर कुछ नया करने की ठान लेते हैं। और उसी राह पर चलकर आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं। दोस्तों बता दूं कि अचय प्रशांत की उम्र इतनी है कि अचय प्रशांत अभी भी अविवाहित हैं। अचय प्रशांत का जन्म 7 मार्च 1978 को आगरा उत्तरप्रदेश में हुआ था। 2022 के हिसाब से उनकी उम्र 44 साल है।
Achay prashant birth date कब मनाया जाता है ?
दोस्तों, हर कोई जानना चाहता है कि आचय प्रशांत का जन्म कहां और कैसे हुआ। आचय प्रशांत त्रिपाठी का जन्म 7 मार्च 1978 को एक त्रिपाठी परिवार में हुआ था। त्रिपाठी का संबंध ब्राह्मण से है। त्रिपाठी का अर्थ है वह जो तीनों वेदों को जानता हो। उनके पिता एक सरकारी कर्मचारी थे। आचय प्रशांत का जन्म आगरा उत्तर प्रदेश में हुआ था। आज आचय प्रशांत 44 साल के हो गए हैं। अगर आप आचय प्रशांत से मिलना चाहते हैं तो एडवैड फाउंडेशन से विशेष जानकारी ले सकते हैं।
Achay prashant के YouTube channel का नाम क्या है ?
आचार्य प्रशांत जी का यूट्यूब पर आचार्य प्रशांत नाम से एक चैनल है। आचार्य जी यूट्यूब के माध्यम से लोगों को जागृत और प्रेरित करते हैं। वह लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं। यदि आप उनसे किसी भी प्रकार का प्रश्न पूछेंगे तो आपको उस प्रश्न का उत्तर एक अलग ही नजरिए से मिलेगा जिसकी आपने कल्पना भी नहीं की होगी। आचार्य सामने वालों की खुशी के लिए ऐसी कोई बात नहीं बोलते जो झूठी हो। वह सामने वाले को कड़वी से कड़वी बातें बोलते हैं। चाहे वह कितना भी प्रिय क्यों न हो।
वह हर सवाल का तार्किक जवाब देते हैं। जब भी आचार्य प्रशांत जी का कोई भी वीडियो आता है। हर वीडियो में आपको कुछ नया देखने को मिलेगा। आचार्य जी के चैनल पर आपको सैकड़ों वीडियो मिल जाएंगे। आपको ऐसे विषयों पर वीडियो मिल जाएंगे, जिनके बारे में आपने आज तक सोचा भी नहीं होगा। जिस चीज पर राजनेता बोलने से डरते हैं, उस विषय पर लोग और बड़े-बड़े सितारे बोलने से डरते हैं। आचार्य जी उस विषय पर खुलकर बोलते हैं।
Acharya Prashant का Advait Foundation क्या काम करता है ?
आचार्य प्रशांत अद्वैत फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं। यह एक गैर-लाभकारी संगठन है। जो ग्रेटर नोएडा में स्थित है। इस संस्थान का उद्देश्य सभी लोगों को स्वयं के प्रति जागरूक करना है, खुद से परिचित कराना है। झूठ जो सभी मनुष्यों में है। हमारे समाज में समाया हुआ है। हर व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर झूठ बोलता है, इसलिए इस झूठ को खत्म करने के उद्देश्य से इस संगठन का निर्माण किया गया है।
इसके साथ ही इस संस्था का उद्देश्य लोगों को स्वानी के प्रति उनके जीवन के प्रति एक धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण प्रदान करना है। इसके साथ ही हमें भारत के प्राचीन ग्रंथों, संस्कृति, उपनिषदों को सिखाना है। यह फाउंडेशन लोगों के अनुदान से दिन-रात फलता-फूलता रहता है।
Achary prashant YouTube chenle and subscribers
दोस्तों जब आप इंटरनेट पर सर्च करेंगे तो आपको social Blade नाम की एक साइट मिलेगी। यह साइट हर URL की per second गिनती का दावा करती है। इस साइट पर आपको आचार्य प्रशांत के सब्सक्राइबर का लाइव स्कोर देखने को मिलेगा। इसके अलावा noxinfluencer.com नाम की एक और साइट है, इस पर भी आपको आचार्य प्रशांत के लाइव सब्सक्राइबर देखने को मिलेंगे। इस साइट के हिसाब से आपको कमाई का ब्यौरा भी मिलेगा।
Total Subscribers Acharya Prashant(Hindi)
5.07 मिलियन सब्सक्राइबर
वीडियो-7424
चैनल जॉइनिंग तिथि- 27 अगस्त, 2014
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वीडियो-4391
जॉइनिंग तिथि- 6 जुलाई, 2011
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Achary prashant net worth कितनी है और उनके पास आय का स्त्रोत क्या है
आचार्य प्रशांत की आय और आय के स्रोत
दोस्तों, हम जानते हैं कि जिसके पास आधार है, उसके पास आय के कई स्रोत हैं। आचार्य प्रशांत में कई गुण हैं। प्रशांत त्रिपाठी एक आचार्य हैं, एक लेखक हैं, एक यूट्यूबर हैं, संस्था के संचालक हैं और बड़े-बड़े आयोजन भी करते हैं। इसके साथ ही लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान फैलाने के लिए फंड भी देते हैं। दोस्तों, इस तरह से आचार्य प्रशांत कई तरह से कमाई करते हैं। यूट्यूब की बात करें तो वे यूट्यूब से हर महीने करीब 1.7 से 2.5 लाख रुपये कमाते हैं।
Acharya Prashant जी के जीवन का मकसद क्या है ?
आचार्य प्रशांत के पास सबकुछ था, सब लोग अच्छे थे, अच्छी नौकरी थी फिर भी वो अपने जीवन में जिस खुशी की तलाश कर रहे थे या जो आत्मा को शांति देती है वो नहीं हो रही थी। इसलिए आचार्य प्रशांत सिर्फ 28 साल की उम्र में सबकुछ करने के बाद चले गए। अपनी आत्मिक शांति के लिए उन्होंने सांसारिक जीवन की जगह आध्यात्मिक जीवन को चुना। और मानवीय चेतना में गहरा बदलाव लाने के लिए आध्यात्मिक शिक्षा की शुरुआत की।
2014 में उन्होंने अपना कंटेंट यूट्यूब पर डालना शुरू किया। पहले वो किताबों और पत्राचार के जरिए लोगों तक अपनी बात पहुंचाने का काम करते थे। लेकिन माहौल के हिसाब से ऊन को इस बात का डर था। कि आजकल लोग ज्यादातर मोबाइल पर ही कंटेंट देखते हैं। इसलिए शुरुआती दिनों में उन्होंने मोबाइल से आवाज रिकॉर्ड करके कंटेंट डालना शुरू किया। मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड करना, मोबाइल से ही आवाज डालना।
ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उनसे संवाद कर सकें। इस तरह धीरे-धीरे आचार्य प्रशांत जी ने डिजिटल कैमरे से अपने वीडियो शूट किए और अपने यूट्यूब चैनल आचार्य प्रशांत पर डालना शुरू लोगों ने आचार्य प्रशांत के ज्ञान की प्रशंसा की, उनके चैनल को सब्सक्राइब किया और युवाओं को भी आचार्य जी के बारे में बताया। जल्द ही उनके पास मिलियन सब्सक्राइबर हो गए। आज उनके यूट्यूब चैनल पर 5 मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइबर हैं।
आचार्य प्रशांत युवाओं को वास्तविक जीवन जीने का तरीका बताते हैं और उन्हें उनके जीवन के उद्देश्य से भी अवगत कराते हैं। कई सरकारी नौकरी की तैयारी बेरोजगार युवाओं को प्रेरणा देती है। आचार्य जी द्वारा लिखी गई पुस्तकों के माध्यम से हम समाज में बेहतर भविष्य की उम्मीद करते हैं। आचार्य प्रशांत बिना किसी झिझक के अपनी बात को बहुत अच्छे से समझाते हैं। और उनके हर विचार में तर्क और गहराई है। जिसे कोई भी ठुकरा नहीं सकता।
आचार्य प्रशांत जी ने कौनसे कौनसे संघर्ष किए ?
दोस्तों आपको जानकर आश्चर्य होगा कि प्रशांत जी ने धार्मिक भावना से ओतप्रोत होकर आध्यात्मिक मार्ग नहीं चुना है। और न ही वे अनपढ़ हैं। आचार्य जी शिक्षा और प्रसिद्धि के सर्वोच्च शिखर को छूकर आए हैं और उन्होंने बड़ी-बड़ी पढ़ाई-लिखाई को त्यागकर आध्यात्म का मार्ग चुना है। जब आचार्य जी लोगों से आध्यात्म की तरह लौटने को कहते हैं तो लोग ऐसा नहीं कह पाते। आचार्य जी खुद उस ऊंचाई तक नहीं पहुंच पाते और दूसरों को भी उस ऊंचाई तक पहुंचने से रोकते हैं।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आचार्य प्रशांत आईआईटी आईआईएम और आईएएस अधिकारी रह चुके हैं फिर भी उन्हें इन सब से वास्तविक सुख नहीं मिल पाया। और लोगों द्वारा अपने ही धर्म का अपमान किए जाने के कारण उनके मन में लोगों को आत्मसाक्षात्कार कराने की जागृति आई। इसलिए उन्होंने यह सब छोड़कर आध्यात्म का मार्ग चुना। कई बार लोग आचार्य जी से पूछते हैं कि आपने लाखों रुपए की आईएएस जैसी पोस्ट भी छोड़ दी।
सिर्फ आध्यात्मिक सुख के लिए। उन्होंने कहा कि यह सब आध्यात्मिक सुख के सामने कुछ भी नहीं है। यह आपको क्षणिक सुख दे सकता है। लेकिन जब आप आध्यात्मिक धरातल पर उतरेंगे तो आपको वास्तविक सुख का अनुभव होगा। आचार्य जी ने यह सब छोड़कर प्रेरणा, शिक्षा, धर्म और तत्व बोध को चुना। उम्र बढ़ने के बाद लोग डर के मारे आध्यात्म जैसा रुख अपना लेते हैं। लेकिन आचार्य जी ने 28 साल की उम्र में ही आईएएस की नौकरी छोड़ दी और आध्यात्मिक मार्ग पर चल पड़े।
आज उनके रास्ते पर कई लोग हैं। जो उनका अनुसरण करते हैं। आचार्य जी कड़वी से कड़वी बातों पर कटाक्ष करने के लिए जाने जाते हैं। वे सीधे वही बोलते हैं जो उनके मन में होता है। वे नकली चीजों पर विश्वास करते हैं। वे बहुत तार्किक बातें करते हैं। आचार्य जी आज भी लोगों को प्रेरित करते हैं और बनावटी जीवन और वास्तविक जीवन के बीच का अंतर समझाते हैं।
ऐसा कौनसा गुन है जो उन्हे आचार्य बनाता है?
दोस्तों, आचार्य प्रशांत जी को बचपन से ही पढ़ाई का शौक था। साथ ही, उनकी सोचने और तर्क करने की शक्ति बचपन से ही अच्छी थी। स्कूल में जब उनके शिक्षक एक दूसरे से मिलते थे, तब भी वे आचार्य प्रशांत के बारे में बात करते थे। आठ साल की उम्र में ही उन्होंने अपने कोर्स के अलावा सैकड़ों किताबें पढ़ ली थीं। जब वे मात्र 11 साल के थे, तब उन्होंने अकाउंटिंग का काम शुरू कर दिया था।
1. आचार्य जी एक बहुत अच्छे और सच्चे वक्ता है ।
दोस्तों ज्ञानी होने के साथ-साथ एक व्यक्ति का अच्छा प्रवक्ता होना भी जरूरी है। उसके पास बात करने की कला होनी चाहिए। ताकि वह लोगों के दिलो-दिमाग पर अपनी छाप छोड़ सके। आचाये जी एक बहुत अच्छे वक्ता हैं। हां, हर बात को ऐसे रखते हैं कि पास होने वाले के लिए कोई डंडा जवाब न हो। वह बोलते हैं, बातों को घुमा-फिराकर नहीं कहते, जो कहना है साफ-साफ कहते हैं। उनकी हर बात तार्किक होती है। उन्हें गलत साबित करना हर किसी के बस की बात नहीं होती। अच्छे वक्ता होने की वजह से आज उनके दस हजार से ज्यादा वीडियो इंटरनेट पर ट्रेंड कर रहे हैं। और सभी वीडियो हमारी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े हुए हैं। उनके वीडियो इंटरनेट पर प्रतिदिन 5 मिलियन घंटे से ज्यादा देखे जाते हैं। बड़े-बड़े न्यूज चैनलों में उनके लेख प्रकाशित हो रहे हैं। अच्छे प्रवक्ता होने की वजह से बड़े-बड़े यूट्यूबर और बड़े टीवी चैनल उन्हें आमंत्रित करते हैं
2 वो एक अच्छे अभिनेता के रूप में भी है जो कड़वी बात वास्तविक रूप से बोलते है ।
आपको बता दें कि प्रशांत जी बचपन से ही अनेक गुणों के धनी थे, कई आचार्य प्रशांत ने लगातार राष्ट्रीय स्तर की वाद-विवाद और भाषण प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की और उत्कृष्ट नाटकों के निर्देशन और अभिनय के लिए पुरस्कार भी प्राप्त किए। उन्हें एक बार एक नाटक में उनके अभिनय के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ अभिनेता’ का पुरस्कार मिला था, जिसमें उन्होंने कोई शब्द नहीं बोला था। इसके साथ ही उन्होंने रंगमंच के माध्यम से मानवीय अज्ञानता को समझने की कोशिश शुरू कर दी। उन्होंने (खामोश अदालत जारी है, यूनिकॉर्न, पगला घोड़ा और 16 जनवरी की रात) जैसे नाटक लिखे और उनमें अभिनय भी किया। अब उन्हें अपने जीवन का उद्देश्य मिल गया था।
3 आचार्य प्रशांत एक अच्छे समाज सुधारक हैं
4 आचार्य प्रशांत एक पर्यावरण संरक्षक हैं।
5 प्रशांत तात्रिपाठी एक अच्छे शिक्षक हैं।
6 आचार्य प्रशांत व्यंग्यात्मक बात करने वाले हैं
7 आचार्य प्रशांत एक तार्किक व्यक्ति हैं
8 आचार्य प्रशांत एक अच्छे लेखक हैं
9 आचार्य प्रशांत एक अच्छे
Acharya Prashant ने कौनसी कौनसी किताबें लिखी ।
दोस्तों क्या आप जानते हैं कि आचार्य प्रशांत जी वेदों के ज्ञाता होने के साथ-साथ एक अच्छे लेखक भी हैं। दोस्तों जिस उम्र में हम किताबें पढ़ना सीखते हैं, उस उम्र में आचार्य जी ने किताबें लिखना शुरू कर दिया था। उन्होंने अपनी पहली कलम मात्र 11 साल की उम्र में ही चला दी थी। आचार्य जी ने अपने जीवनकाल में कई किताबें लिखीं। उनकी किताबें हमारी जिंदगी बदलने में सक्षम हैं। आप उनकी किताबें अमेज़न से खरीद सकते हैं। क्योंकि उनकी किताबें ट्रेंडिंग में रहती हैं। हम आपको उनकी कुछ किताबों के नाम बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप आसानी से खरीद सकते हैं।
• Milestone to Success
• The Secret of Joyful Relationships
• Celebrating Jesus
• Anger
• Fear
• The Lover You Have Been Missing
• Acharya Prashant with students
• Advaita in Everyday Life
• It will not be good to run away
• Love and Loneliness
• Personality: The Real Hero Within
• Your Heart’s Deepest Desire
• Spiritual misconceptions
• 365 days in love
• Dev Drops of Grace
• You are already home
• Love, Spirituality
• Book of Myths
• The Beautiful Heart
• A Flying Kiss to the Sky
• The Naked Sky of Freedom
• Joy
• Gagan Damdama Bajia
• Words Into Silence
• Body, intimacy and s*x
लोग आचार्य जी के बारे में ये साधारण प्रशन पूछते है ।
1 आचार्य प्रशांत के कितने भाई-बहन हैं?
उत्तर- आचार्य प्रशांत के तीन भाई-बहन हैं।
आचार्य प्रशांत के पिता का परमोशन कहां हुआ था?
उत्तर- गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में पैदा हुए थे।
3 आचार्य प्रशांत की संस्था का नाम क्या है?
उत्तर- प्रशांत एडवाइस फाउंडेशन
4 आचार्य प्रशांत की पत्नी का नाम क्या है?
उत्तर- आचार्य जी अभी अविवाहित हैं।
5 आचार्य प्रशांत के यूट्यूब पर कितने सब्सक्राइबर हैं?
उत्तर- आचार्य प्रशांत चैनल के हिंदी में 5 मिलियन से ज्यादा सब्सक्रिप्शन हैं जबकि अंग्रेजी चैनल पर हजारों।
6 आचार्य प्रशांत की आय कितनी है?
उत्तर- उनकी आय का विवरण अभी उपलब्ध नहीं है?
7 क्या आचार्य प्रशांत जी का इंस्टाग्राम अकाउंट भी है?
उत्तर- हां, उनके नाम से इंस्टाग्राम अकाउंट भी है। उसका लिंक है- https://www.instagram.com/acharya_prashant_ap.
8 क्या आचार्य प्रशांत जी का कोई ऑफिशियल मोबाइल एप्लीकेशन है?
उत्तर- हां बिल्कुल। आचार्य प्रशांत जी का मोबाइल एप्लीकेशन आपको गूगल प्ले स्टोर पर आचार्य प्रशांत नाम से मिल जाएगा। जिसमें आपको सभी प्रकार के अपडेट के बारे में पता चलेगा। आप डायरेक्ट आवेदन मिस करके आचार्य जी से जुड़ सकते हैं।
9 आचार्य प्रशांत जी की आय का मुख्य स्रोत क्या है?
उत्तर आचार्य प्रशांत जी आय के लिए अकाउंटेंट और शिक्षक के रूप में काम करते हैं। इसके साथ ही वे यूट्यूब से भी कमाई करते हैं। अगर कोई आचार संस्थान को अनुदान देना चाहता है। तो आचार्य जी को सहायता राशि भी भेजते हैं। जिससे आचार्य जी की संस्था का खर्च चलता है।
10 यूपीएससी की तैयारी करते समय आचार्य प्रशांत जी की उम्र कितनी थी?
उत्तर वैसे तो आचार्य जी ने मात्र 11 वर्ष की आयु से ही लेखन कार्य शुरू कर दिया था। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी 14 से 15 वर्ष की आयु में ही शुरू कर दी थी।
11 क्या आचार्य प्रशांत आईएएस हैं या कलेक्टर?
उत्तर- हां। अध्यात्म से जुड़ने से पहले वे कलेक्टर बनना चाहते थे।
12 आचार्य प्रशांत की शैक्षणिक योग्यता क्या थी?
उत्तर उन्होंने आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग की और आईआईएम अहमदाबाद से मैनेजमेंट की पढ़ाई की।
13 क्या आचार्य प्रशांत वर्तमान में आईएएस अधिकारी हैं या सिविल सेवा अधिकारी?
14 उत्तर: नहीं, वह एक पूर्व सिविल सेवा अधिकारी हैं।
14 आचार्य प्रशांत जी क्या हैं?
उत्तर: 2022 के अनुसार, आचार्य प्रशांत जी की आयु 44 वर्ष है?
Acharya Prashant जी का Advaita Foundation क्या है ?
आचार्य प्रशांत अद्वैत फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं। यह एक गैर-लाभकारी संगठन है। जो ग्रेटर नोएडा में स्थित है। इस संस्थान का उद्देश्य सभी लोगों को स्वयं के प्रति जागरूक करना है, उन्हें स्वयं से परिचित कराना है। झूठ जो सभी मनुष्यों में है। हमारे समाज में समाया हुआ है। हर व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर झूठ बोलता है, इसलिए इस झूठ को खत्म करने के उद्देश्य से इस संगठन का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही इस संस्था का उद्देश्य लोगों को स्वानी के प्रति अपने जीवन के प्रति एक धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण प्रदान करना है। इसके साथ ही हमारे भारत के प्राचीन ग्रंथों, संस्कृति और उपनिषदों को पढ़ाना है। यह फाउंडेशन लोगों के अनुदान से दिन-रात फलता-फूलता रहता है।
Acharya Prashant ji के अनमोल विचार
1 “अच्छा करना – यह बहुत दूर की बात है,
पहले अच्छा होना ज़रूरी है।”
2 “जीने का आनंद तब आता है जब
जब कोई बहुत बड़ा उद्देश्य आपके जीवन पर हावी हो जाता है।”
3 “बहुत गंभीर मत बनो, कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है।”
4 जीवन की कोई भी खोज मृत्यु के बहुत करीब से शुरू होती है। मृत्यु को समझना ही जीवन को समझना है।
5 किसी व्यक्ति को उसकी ऊँची आवाज़ से नहीं, बल्कि उसकी खामोशी की गहराई से जानो।
6 शून्यता का अर्थ है स्वयं से मुक्त होना और जहाँ शून्यता है वहाँ ईश्वर है।
7 अपने जीवन को ध्यान से देखो, तब तुम सत्य को पहचान पाओगे।
8 जीवन एक रंगमंच है, इसमें अपने किरदार को ध्यान से निभाओ। मन का अर्थ खोजो और “नहीं” कहो।
10 प्रेम पंख देता है, पिंजरा नहीं।
11 मृत्यु को याद रखो, मौज करो।
12 तुम जितने छोटे होगे, तुम्हारे सामने वाला उतना ही बड़ा होता जाएगा।
13 आत्म-आशा का दूसरा नाम दुख है।
14 आध्यात्मिकता का अर्थ जीवन का त्याग नहीं है; यह जीवन को भरपूर जीने की कला है।
15 पल की गुणवत्ता ही जीवन की गुणवत्ता निर्धारित करती है। अगर यही जीवन है, तो इस पल का अर्थ ही जीवन का अर्थ है।
16 अपने जीवन का निरीक्षण करें, और आप सत्य को पहचान लेंगे।
17 किसी व्यक्ति को उसकी ऊँची आवाज़ से नहीं, बल्कि उसकी खामोशी की गहराई से पहचानें।
16 18 अगर इस जिंदगी की दौड़ में खुद से ही चल रहे हो तो रुको और दिखाओ
19 कड़वा सच – “आज़ाद लोगों को चैन की नींद अच्छी लगती है, कैद में रहने वालों को बिलकुल नहीं”
20 “जिंदगी बड़ी मुश्किल से मिलती है, इसका खूब लुत्फ़ उठाओ, डरे-डरे पूरी जिंदगी जियो, जिंदगी एक अपमान है”
21 “जिंदगी में हारना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन हिम्मत होनी चाहिए क्योंकि अगर हिम्मत बुलंद हो तो हार भी हार मान लेती है”
22 “जिंदगी बड़ी मुश्किल से मिलती है, इसे खूब मजे से जियो, डरे-डरे पूरी जिंदगी जीना जिंदगी का अपमान है”
23 “प्यार में वादे निभाने वाले लोग वादे निभाने में चाहे कितनी भी मेहनत क्यों न कर लें, लेकिन सच्चा प्यार वही है जो वादा निभाए, उसे वादा समझे बिना ही निभाए”
24 “जिंदगी का रास्ता और जोखिम दोनों पर्यायवाची हैं, अगर रास्ता चाहिए तो जोखिम उठाना भी जरूरी है”
Acharya Prashant जी के जीवन के अनसुने राज ।
1 आचार्य प्रशांत का असली नाम प्रशांत त्रिपाठी है?
2 आचार्य जी की सबसे प्रसिद्ध पुस्तक कर्म: क्यों आप जो कुछ भी जानते हैं वह गलत है, एमोजोन पर ट्रेंड कर रही है।
3 आचार्य प्रशांत को नीला रंग पसंद है।
4 आचार्य प्रशांत को बचपन से ही किताबें पढ़ने का बहुत शौक था।
5 आचार्य जी जनसंख्या, भोगवाद, युवा जागरूकता, महिला सशक्तिकरण आदि मुद्दों पर बेबाकी से अपने विचार व्यक्त करते हैं।
6 पर्यावरण संरक्षण, क्रूरता, बढ़ती जनसंख्या, वैश्विक तापमान से होने वाले विनाश के बारे में निरंतर जागरूकता, शुद्ध शाकाहारी भोजन के बारे में बहुत तार्किक रूप से बात करते हैं। जिस पर हमने आज तक गौर नहीं किया।
7 प्रशांत जी ने महज 11 साल की उम्र में ही लेखन कार्य शुरू कर दिया था।
8 आचार्य प्रशांत ने आईआईटी, आईआईएम और आईएएस पद पर भी काम किया है।
9 आचार्य प्रशांत पूरी तरह से शाकाहारी भोजन करते हैं। वे डेयरी उत्पादों का भी उपयोग नहीं करते हैं।
10 प्रशांत जी ने विवाह की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है।
11 आचार्य जी हर विषय पर तीखी टिप्पणी करने के लिए प्रसिद्ध हैं।
नोट। सर, अगर गलती से भी आपके बारे में कुछ गलत लिखा गया हो तो कृपया मुझे माफ़ करें। क्योंकि मैं आपके सभी वीडियो देखता हूं। दुनिया में ओसो के बाद कड़वी बातें बोलने में संकोच नहीं करते।
Note–
इस लेख(आचार्य प्रशांत) का उद्देश्य किसी की निजी जानकारी सार्वजनिक करना नहीं है। इस लेख का उद्देश्य आपके पसंदीदा आध्यात्मिक गुरु या वेद-उपनिषद शिक्षक आचार्य प्रशांत के बारे में बताना है। हर प्रशंसक अपने पसंदीदा शिक्षक के बारे में जाने को इच्छुक रहता है। इस लेख में आपको जो भी जानकारी बताई गई है वो सभी इंटरनेट से ली गई है। अगर इस लेख से किसी की भावना आहत हुई है। इसके लिए हम क्षमा चाहते हैं। अगर आपको लगता है कि कोई तथ्य गलत या अच्छा नहीं है। जिससे आपकी भावना आहत हुई है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में उस तथ्य या पैराग्राफ के बारे में लिखकर भेजें। आज हमने दुनिया के सबसे प्रतिबद्ध नेता आचार्य प्रशांत से संपर्क करने के बारे में जाना, हमने जाना कि हम आचार्य प्रशांत से कई तरीकों से मिल सकते हैं। अगर आपको हमारी पोस्ट “आचार्य प्रशांत का फ़ोन नंबर” में कोई ऐसा तरीका मिले जो आपको सूट करे तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। दोस्तों आप ये सोच रहे हैं कि हमें आचार्य प्रशांत के व्यक्तिगत नंबर क्यों नहीं उपलब्ध कराए गए। क्योंकि ऐसा करने से बहुत बड़ा ख़तरा पैदा होता है।