मौत शायरी दो लाइन मैं जीवन का सार Maut shayari in hindi text
दोस्तों जब इंसान अपने अंतिम पल में होता है तो वो अपने जीवन का सार कुछ ही पलों में जी लेता है। उस समय वो अपने जीवन अपने शब्दों में कह जाता है। वो सार सम्पूर्ण होता है । बहुत से लोग उसको समझ नहीं पाते है। जिसके कारण वो इन शायरी का भाव नहीं समझ पाते है । तो हम आपको ऐसी ही सायरी लाकर देते है जो जीवन के अंतिम पड़ाव में खिली गई हो। आपको तो पता है की थोड़ा बोलना ज्यादा बोलने से कई गुना अच्छा है। मौत शायरी दो लाइन
गम को भुलाया नहीं जा सकता शराब पीने से
मर जाना ही बेहतर है घुट घुट के जीने से
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घूट घूट कर मरने को फंदा कहते है।
जो मरकर भी जिंदा रहते हैं ,
लोग उनको खुदा का बंदा कहते हैं।
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ज़िंदगी हमे इस कदर सताने लगी है
अब मौत भी हमसे दूर जाने लगी है ,
जब से वो हमारे पास आने लगी है।
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कभी नहीं मारता जीने का ख्वाब ,
जब पूछते है तो सारे कहते है
चल रही है ज़िंदगी लाजवाब ॥
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ना थोड़ों खिलती हुई कली को फिर वो ना खिलेगी।
जी भरकर जियो अपनी ज़िंदगी, ऐसी फिर ना मिलेगी॥

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कंधे पर सर रखकर कभी रोया करती थी ,
लिपटकर गले वो खूब रोया करती थी ,
समय ने कैसा सितम ढाया है ,
मैं मर गया वो मेरे मौत भी भी नहीं आया है ॥
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खामोश है सारे नजारे
खामोस है चाँद सितारे
किसे बताएं अपने दिल का हल
मरे जैसे है सारे के सारे ॥
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चिराग आंधीयों में नहीं जलते
जो होते है हसीन वो अकेले नहीं चलते ,
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वक्त नहीं है हमारे पास मरने का
एक बार पानी पीना है तेरे झरने का
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जबसे हमने उससे दिल लगाया है
साली ने मुझे खूब तड़पाया है
अब तो मौत भी आकार द्वार से चली जाती है
कंबक्त इस मौत ने भी खूब तड़फाया है॥
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मेरी मौत पर जमाना भी अफसोस कर रहा था ,
और मैं अपनी मौत की वजह बताने से डर रहा था ।
शेर जैसा कलेजा चाहिए मरने के लिए ।
बड़ा सा कलेजा चाहिए हमसे आशिक़ी करने के लिए ,
मारना तो बड़ा आसान है , छोटा सा बहाना चाहिए मरने के लिए॥
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सोये थे हम गहरी नींद में फिर कभी नहीं जागे।
हमे गम को हस्ते हुए सह लिया , हम मौत से कभी नहीं भागे॥
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एक बेवफा से वफ़ाई की उम्मीद बेकार है
इस वफ़ा की ज़िंदगी से तो अच्छी हमारी यार है॥
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आशिक़ी करने का अंजाम मौत है
लेकिन आशिक मौत से नहीं डरा करते
जो मौत से डर जाते है वो आशिक़ी नहीं करा करते ॥
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चला गया तो फिर लौटकर नहीं आऊँगा
मनाना मरने के बाद खुशियाँ
में तुझे बिलकुल नहीं सताऊंगा॥
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कुछ आदमी की मजबूरियां भी समझा करो ,
अपनी ही बस चलाती रहती हो ,
अगर हम मर गए तो तेरा क्या होगा ,
जो तुम हर बार मौत मौत चिल्लाती रहती हो ।
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तुझे मुझे भूकर कैसे सो सकते हो ,
मुझे भूलकर किसी और की कैसे हो सकते हो ।
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प्यार भी एक वहम है ,
दर्द भी एक रहम है ,
दोनों सही जगह पर लगे तो
ज़िंदगी या मौत से कोइ फर्क नहीं पड़ता
मरने के बाद तुम हमे याद करोगी
हम तो चले जाएँगे इस दुनिया से ,
रो रोकर दुनिया के आगे
हमे फिर से पाने की फरियाद करोगी॥
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इस दुनिया में कोई किसी के लिए नहीं रोता ।
करके दुखी किसी को कोई चेन से नहीं सोता
स्वार्थ के होते है सारे रिसते नाते कोई किसी का नहीं होता

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कोई दर्द छुपा के रोता है ,
कोई दर्द बता के रोता है ,
मगर जो कुछ भी है ,
सब अच्छे के लिए होता है।
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सपने दिल में सजा के रखना
मिले सच्चा प्यार तो सही
वरना अपनी वाली की बाजा के रखना
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हर किसी को मौत भी नसीब नहीं होती
जिसके पास तेरे जैसा यार हो
मौत के मुंह से निकल आते है हम
जब साथ में तेरा प्यार हो॥
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जब मौत की तलाश थी तो मौत मिली नही
जीब ज़िंदगी की तलाश थी तो ज़िंदगी मिली नहीं ,
हम भी बच जाते उस मौत से ,
पर जिसे चाहा था जिएंगी भर वो हमे मिली नहीं ॥
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तुम रोवों या मातम मनाओ हमे तो जाना है ,
हमने सबकुछ पा लिया इस जीवन में
अब एक बार मौत को पाना है ।
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क्या आपने उसे पहचाना नहीं ,
उसके पास भूलकर भी जाना नहीं,
जिसके पास खुद का ठिकाना नहीं ,
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ए जानेमन जिदंगी भर याद ये सूरत
जीवन भर खतम नहीं होती कुछ जरूरत ॥
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सब नसीबों का खेल है ए मेरे दोस्त
यहाँ कोई राजा है तो कोई रंग
दौड़ लगाकर हमने बहुत देख ली ,
पर नसीब आगे नहीं निकलने देता॥
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उस दिन मिटेगी दुश्मनों की खाज
जिस दिन बंद हो जाएगी मेरी आवाज़ ॥
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उस दिन अगर तुम मेरे सामने खड़ी होती
तो आज मेरी अंतिम घड़ी नहीं होती ।
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हमसे दिल लगाओगे तो पछताओगे
ना लगाया तो भी पछताओगे ,
कर लो अपने दिल की हसरत पूरी
भूलकर हमे बाद में कहाँ जाओगे ॥

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तुझे पाने का जनून आज भी है
भले हम सुधे हो गए ।
रगों में खून आज भी भले हम मुर्दा हो गए ।
ये सोचकर हम तुझे छोड़ देते है
चलो कोई बात नहीं ,कल मिले आज जुदा हो गए ॥
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तड़पती जवानी और
कड़कती बिजली को रोकना बड़ा मुसकिल है ।
दोनों अपना काम करके ही दम लेती है ॥
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