दोस्तों अगर आप NASA full form in Hindi के बारे में जानने आए हो तो आपके लिए यह साइट और आर्टिकल सही है ,दोस्तों आज का युग विज्ञान का युग है। अगर आज के युग में कोई मूर्खतापूर्ण बात करता है या किसी पुराने रीतिरिवाज या पुराने ख्यालों की बात करता है तो उसे एक कहावत सुननी पड़ती है- की दुनिया चाँद पर गई और तू अभी पुराने ख्यालों में ही पड़ा है । आज के समय कोई भी ऐसा इंसान नहीं है, जो आधुनिक विज्ञान से वंचित है। हर एक इंसान के मन में ब्रह्मांड की जांनकारी प्राप्त करने की इच्छा जरूर होती है। और हर एक इंसान स्पेस के बारे में जानना चाहता है, की इस पृथ्वी से बाहर की दुनिया कैसी है? और इस ब्रह्मांड में क्या-क्या है? क्या इस पृथ्वी से बाहर भी जीवन संभव है क्या? अगर संभव है तो उनका जीवन कैसा होगा? अन्तरिक्ष की दुनिया कैसी है? इस प्रकार हमारे दिमाग में अन्तरिक्ष से संबन्धित कई सारे सवाल आते है। आज के समय में technology बहुत ज्यादा विक्षित हो गई है जिसके दौरान हर रोज न्ये-न्ये प्रयोगों के द्वारा अन्तरिक्ष से जुड़ी हुई जांनकारिया इकठ्ठी होती रहती है । हर विक्षित और विकाशशील देशों के पास अपनी–अपनी एक agency होती है। जो की अन्तरिक्ष के बारे में जांकारिया जुटाती रहती है । जिस प्रकार भारत के पास ISRO है इसी प्रकार NASA भी एक अन्तरिक्ष की सूचना एकत्रित करने वाली एक अजेंसी है जो की अमेरिका में स्थित है । तो इस पोस्ट में हम NASA full form in Hindi,NASA full form hindi and english,nasa-kya-hai,NASA ki full form kya hai के बारे में बात करेंगे और साथ में NASA की स्थापना,NASA का इतिहास और भी NASA से संबन्धित कई प्रकार की जानकारी एकत्रित करेंगे ।
NASA की फुल फॉर्म क्या है? (NASA full form in Hindi )
NASA एक संयुक्त राज्य अमेरिका की एक स्पेस एजेंसी (space agency) है जिसकी full form-
National Aeronautics and Space Administration है
N- National
A- Aeronautics
S- space
A- Administration
National Aeronautics and Space Administration को short में NASA के नाम से जाना जाता है। जिसको हिन्दी में राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अन्तरिक्ष प्रशासन कहते है। यह अजेंसी संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित है। जिसकी स्थापना 19 July 1958 को की गई। इसका निर्माण National advisory comity for Aeronautics के स्थान पर किया गया था। NASA का मुख्य कार्य अन्तरिक्ष के और aeronautics के बारे में research करना है। दुनिया में अपने-अपने देशों मे बहुत से space research center है, लेकिन NASA दुनिया का सबसे पहला और सबसे बड़ा space and aeronautics researcher center है ।
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NASA की स्थापना (Establishment of NASA)
बात करे सबसे सफल और बड़ी space agency की तो NASA का नाम सर्वप्रथम आता है। और इसके द्वारा समय-समय पर कई खोजें की गई है। जो की आज हमारे बीच मौजूद है, जिसके कारण हमारा जन-जीवन बहुत आसान हो गया है। NASA की स्थापना 19 July 1958 में America में हुई थी इसका headquarter
NASA का इतिहास (History of NASA)
19 July 1958 मैं अमेरिका सरकार ने NASA नामक space research center की स्थापना की गई थी। इसका मुख्यालय अमेरिका के वाशिंगटन शहर में है। NASA रिसर्च center का निर्माण National Aeronautics and space act के तहत हुआ था। और बात करें आज की तो, आज USA में NASA के दश केंद्र है। इनमे से सात केन्द्रों में परीक्षण और अनुसंधान की सुविधाए उपलब्द है। आज के समय में आगर किसी को NASA के अंदर जॉब मिल जाती है तो वो बड़ा ही भाग्यशाली माना जाता है। क्योकि NASA में नौकरी दुनिया की सबसे अच्छी नोकरी मानी जाती है । NASA के अंदर बहुत सारे अलग-अलग फील्ड के वैज्ञानिक और इंजीनियर कार्य कर रहे है। इनके साथ सहायक के रूप में भी भहुत से लोग नौकरी कर रह है जो की NASA के mission में और वैज्ञानिको व engineers की हेल्प करते है जिनमे escalator, writer, lawyers, teachers आदि सामील है ।
NASA का सबसे पहला कार्यकर्म प्रोजेक्ट मर्करी था और मर्करी यह जानने का उद्देश था की क्या मनुष्य अन्तरिक्ष में जीवित रह सकता है ।
इसके बाद अगला मिशन था जेमिनी जिसका मकसद 1960 के दशक के अंत तक चंद्रमा के ऊपर मानव यात्रा का करना था। जिसके दौरान चाँद पर दो व्यक्तियों को उतारा गया था जिकसे लिए ऐसे अन्तरिक्ष यान का उपयोग किया जिसमे दो आदमी यात्रा कर सकें।
जिसके बाद Apollo मिशन 20 July 1969 NASA द्वारा किया गया जिसमे Neil Armstrong दुनिया के पहले इंसान बने जिनहोने चाँद की धरती पर पहली बार कदम रखा Apollo अपोलो मिसन के तहत NASA ने Neil Armstrong को धरती पर वापिस भी लाया गया ।
इसके बाद NASA ने 1972 में pioneer 10 लॉन्च किया और इसके बात सान 1973 में pioneer 11 launch किया। आपको बतादु की pioneer दुनिया का सबसे पहला यान था जो की सौर मण्डल के सबसे बड़े ग्रह शनि और बृहस्पति पर पहुंचा था । NASA full form in Hindi.
NASA के कार्य क्या है? (What is NASA’s work?)
NASA अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई चीज बनाता है ।
NASA कई प्रकार के उपग्रह बननाता है, आज पृथ्वी से जुड़ी बहुत सारी जानकारी NASA के द्वारा प्रदान कराई जाती है।
NASA अन्तरिक्ष से संबंधित जांच भेजता है।
NASA ये भी बताता है की हमारे सौर मण्डल में क्या चल रहा है।
सौर मण्डल कितना फैला हुया है । इस सौर मण्डल के अंदर क्या क्या है।
ये सौर मण्डल कैसे कार्म करता है।
कितनी दूरी तक है इसको बताता है ।
इसके साथ NASA अन्तरिक्ष में मानव को भी भेजते है।
NASA चाँद के अलावा कई ग्रहों के बारे में रिसर्च कर रहे है ।
NASA कई ग्रहो के वातावरण और उस ग्रह पर पाये जाने वाली मिट्टी की जाच करती है।
जिस मिट्टी के माधयम से कई प्रकार की डीटेल मिल जाती है।
NASA मंगल ग्रह पर जीवन तलासने में लगा है ।
NASA के लोग पृथ्वी पर हवाई यात्रा को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए लगातार कार्यरत है।
NASA उन चीजों को जनता के सामने शेर करता है जो NASA खुद सीखि है।
जिसके माधयम से आप पृथ्वी वासियों का जीवन और बेहतर बना सकों ।
NASA लोगों को वातावरण और मौषम से संबंधित जानकारी देता है।
मौषम से संबंधी नए pattern तैयार करने में मदद करता है ।
NASA नए विमान विक्षित करने में मदद करता है और साथ में विमान परीक्षण करने में भी मदद करता है ।
लगातार हवाई यता और हवाई जहने के नए रिकॉर्ड निर्धारित करता है।
साथ में हवाई यात्रा को आसान सुरक्षित और तेज करने में बहुत ज्यादा काम करता है ।
NASA ने क्या-क्या किया ? (What did NASA do?)
आपको तो पता है हर आये दिन कुछ नई technology आती रहती है NASA भी अन्तरिक्ष के क्षेत्र में कम नहीं है NASA भी लगातार नई-नई खोजों को अंजाम देता रहता है जब से NASA स्टार्ट हुआ तब से लेकर आज तक NASA ने दुनिया को बहुत बड़े-बड़े प्रयोगों को एनजाम दिये है। जिन प्रयोगों के बारे में जानकार आप आपनी अंगुली दांतों तले दबा लेंगे । आज के समय उन प्रयोगों का हमारे जीवन में बहुत बड़ा योगदान है जिससे आपकी और हमारी ज़िंदगी बहुत आसान हो गई है तो चलिये आइये NASA के कई सारे प्रयोगों के बारे में बात करे-
Pioneer
Pioneer 10 जो की सन 1972 लौंच किया गया था। इसके बाद लगभग एक साल बाद pioneer 11 लौंच किया गया था। ये सौरमंडल के सबसे फोटोजेनिक गैस और चट्टानों के बारे में अध्यन कराने वाला और बृहस्पति पर शनि की यात्रा करने वाले दुनिया के पहले यान थे ।
Pioneer 10 के ऊपर सोलर प्लेट वाले बेल्ट लगे थे, जिसके कारण उसे ऊर्जा का स्रोत उसके ऊपर ही मौजूद थे, इन उपग्रह ने सौर प्रणाली के asteroid belt और मंगल ब्रिशपटी ग्रह की चटानो के बारे में आध्यान किया और सौर मण्डल में गतिमान परिक्रमा क्षेत्र की जांच की और इस अंतरिक्ष यान ने बृहस्पति ग्रह का एक बिन्दु उड़ान विशेष रूप से अवलोकन करने के हेतु ग्रह के लिए अंतरिक्ष यान का करीबी दृस्टिकोन बनाया जिससे great red spot की भी जोरदार नजदीकी तस्वीर ली गई ।
Pioneer 10 लौंच होने के करीबन एक साल बाद pioneer 11 लॉन्च इया गया जिनसे बृहस्पति से उड़ान भरकर शनि ग्रह पर चला गया और वहाँ जाकर उसने शनी ग्रह के चारों और चक्कर काटे और वहाँ पर चंद्रमा की एक जोडी,यानि एक छोटे चंद्रमा की खोज की जो की प्लानेट के चारों और चक्कर काटता हो ।
WMAP
दोस्तों ये उपग्रह WMAP सन 2001 में NASA द्वारा भेजा गया था इसका पूरा नाम Wilkinson Microwave Anisotropy probe है ये big-bang theory के लिए एकदम सटीक था, यानि ये उपग्रह अभूतपूर्व सटीकता से big-bang से छोड़े गए विकिरन के तापमान को मापता है, और इस उपग्रह ने cosmic microwave background radiation का माप करने, मनुष्य को ब्रह्मांड की उत्पती, प्रकर्ती के कई सिदान्तों को हल किया ।
WMAP ने ब्रह्माण्ड की उत्पाती और उम्र के बारे में हमको सटीक जानकारी दी। जानकारी के अनुसार अनुमान है की इस ब्रह्मांड की उत्पाती लगभग 13.7 बिलियन वर्ष पहले हो चुकी थी ।
और इसके साथ WMAP के द्वारा इस बात का भी प्रमाण दिया की इस ब्रह्मांड का लगभग 95% हिस्सा डार्क energy जैसी खराब चीजों से बना है ।
Voyager
दोस्तों pioneer उपग्रह को लोंच करने के बाद NASA ने voyager 1 और उसके बाद voyager 2 को लॉन्च किया गया, voyager ग्रह ने शनि और बृहस्पति से संबंधी बहुत सारी जानकारी इकट्ठी की,खोज के दौरान पाया गया की बृहस्पति ग्रह के चारों और के छल्ले रूपी बृहस्पति के चंद्रमा पर आयोवा की उपस्थिती है ।
यूरेनस ग्रह के लिए उड़ान भरने वाला एकमात्र पहला उपग्रह voyager था, और voyager yurens पर दस नए चंद्रमा की खोज की और इसके साथ नेपचुन की जानकारी भी इकठ्टी की और जानकारी मे पाया की निपचूर खगोलविधों के अनुमान से बहुत ही हल्का है।
Hubble
NASA ने Hubble नामक space telescope का निर्माण करके दुनिया को चोंका दिया और इस प्रकार NASA ने दुनिया में अपना नाम कमा लिया। NASA की ख्याती पूरे विश्व में फ़ेल गई, और इस telescope से ली गई तसवीरों ने लोगों और खुद को ब्रह्मांड के बारे में गहनता से जानने के लिए विवश कर दिया, और इस आविष्कार ने खगोल विज्ञान को बदल कर रख दिया और जिसके द्वरा बाद में खगोलीय मुद्दों पर बहुत सारी जानकारी इकठ्टी की गई ।
NASA ने आकाश में पृथ्वी के अंत में turbulent atmosphere से पर एक optical telescope को भेजकर एक ऐसा उपकरण विक्षित कर दिया, जो ग्रहों, आकाशगंगाओं, और सितारों को हमारे सामने सपष्ट रूप से देखा जा सकता था ।
Spirit and opportunity
इस प्रयोग ने दुनिया की सभी वैज्ञानिकों को चोका दिया और NASA विज्ञान के क्षेत्र में बहुत आगे निकाल चुका था, दुनिया के अन्य वैज्ञानिक जिस चीज के बारे में सोच रहे थे NASA ने वो कर दिखाया । NASA ने मार्क्स रोवर बनाया जो की एक कैमरे लगी हुई बहुत सारे पहियों वाली गाड़ी थी,या हम कह सकते है की spirit and opportunity नाम के जुड़वा मार्स exploration Rower, जनवरी 2004 में मंगल ग्रह के दूसरी और साइड पर उतरा था और इस प्रकार रोवर मंगल ग्रह पर यात्रा करता हुआ आज मंगल ग्रहो की पहाड़ियों में बने हुए क्रटोर्स में घूम रहा है,और इस घूमते हुए Rower ने इस बात का प्रमाण दे दिया की मंगल ग्रह की सतह पर कई साल पहले पानी हुआ करता था । आपने विक्रम lender के बारे में तो सुना ही होगा जो की भारत की space agency ISRO ने मंगल ग्रह पर भेजा था लेकिन टेक्निकल problems के कारण विक्रम की लैंडिंग सही प्रकार से नहीं होकर cress लैंडिंग हो गई जिसके कारन ये मिशन success नहीं हो पाया।
Apollo
इस बार NASA ने खगोलीय विज्ञान के क्षेत्र में एक सबसे बड़ा इतिहास रच दिया, जो दुनिया के लिए बहुत बड़ा surprise था। इस बार किसी अंतरिक्ष यान ही नहीं बल्कि इंसान को चंद्रमा पर भेजा था। ये इतिहास की पहली खोज थी जिसमे पृथ्वीवासी किसी दूसरे ग्रह पर जाते है, वहाँ से जिंदा वापिस आकर अपने देश का परचम लहराने के साथ-साथ वहाँ की मिट्टी भी जमीन पर ले आते है ,और इस से पृथ्वी वासी चाँद ग्रह के बारे में बहुत सी जानकारी इकट्ठी की गई जिससे ये पता चल गया की चाँद कितना पुराना है,चाँद का भार कितना है,चाँद किस्से बना हुआ है,चाँद के किस-किस मटिरियल से बना हुआ है,चाँद की भौतिक सरंचना क्या है,इस प्रकार अपोलो मिशन ने पूरी दुनिया की वैज्ञानिक समझ को बहुत ही ज्यादा बढ़ा दिया है।
दोस्तों हर बार ऐसा कहा जाता है की चाँद पर कदम रखने वाला पहला इंसान Neil Armstrong था, तो बतादु दोस्तों उसके साथ कई व्यक्ति थे लेकिन सबसे पहले चाँद पर कदम Neil Armstrong ने रखा था,Apollo 11 का मुखी चालक commander Neil Armstrong ही था और उसके commend Michael Collins,और लुनर मॉड्यूल पायलट Buzz Aldrine थे ।
NASA के बारे में रोचक तथ्य (Interesting facts about NASA)
1 नासा ने एसा यंत्र तक बना लिया है जिसके माधयम से मूसलाधार बारिश कारवाई जा सकती है
2 चाँद पर पहला कदम रखने वाले इंसान नील आर्मस्ट्रॉंग थे जिनहोने नासा के अलिए आवेसन करने में एक सप्ताह लेट हो गए थे,बाद में नील ने अपने फ्रेंड की मदद से आवेदन कर पाये,वरना तो उनका आवेदन रिजेक्ट हो जाता है और ये इतिहास किसी और के नाम हो जाता ।
3 नासा में आप अपना बलीदान देकर 10 लाख रुपए प्राप्त कर सकते हो ,नासा किसी व्यक्ति पर zero gravity (सून्य गुरुत्वाकर्षण ) के प्रभावों कॉ मापने ले लिए 90 दिन के लिए और वो भी 24 सो घाटों बिस्तर पर रखने के लिए 15000$ यानि भारतीय 10 लाख रुपए देता है ।
4 अमेरिका नासा पर हर वर्ष लग्भग 19 अरब डॉलर खर्च करता है । जो की कुल कामाई यानि हर एक डोलर का 0.005% नासा के लिए ख़र्च होता है ।
5 नासा ने 2017 में लक्षय रखा है जिसके मुताबित नासा 2030 तक मंगल गृह पर इंसान को भेज देगा।
6 1962 के एक मेरीनर रॉकेट के लिए प्रोग्राम बनाया था जिसमे उनसे इक हाइफन(-) की गलती हो गई थी जिसके तहत जब रॉकेट जमीन पर उतरते ही एक विस्फोट हो गया था।
7 चाँद पर पहली लैंडिंग करने वाला इंसान नील आर्मस्ट्राग था जिसके सरप्रथम सन 1962 में सफलता पूर्वक चाँद पर लैंडिंग की।
8 नासा ने पृथ्वी से लगभग 40 प्रकाश वर्ष दूर एक नये water world नमक गृह की खोज की जिसमे गर्म बर्फ और superfluid water जैसी सामग्री हो सकती है ।
9 नासा ने एक फ़ाइंडर नमक तकनीकी विक्षित की जैक्स जरिये 30 फीट मलबे में फसे ययाया 200 फीट कोंकरीट में संस लेने या दिल की धड़कन का पता लगाया जा सकता है । नेपाल में भूकंप में फसे लोगो को बचाने के लिए यही तकनीकी विक्षित की।
NASA से संबंधी प्रशन उत्तर (NASA Question Answer)
Q 1 NASA के CEO का क्या नाम है?
Ans. जिम ब्रिडेनस्टाइन है ।
Q 2 NASA को फ़ंड कोन देता है?
Ans. NASA को फ़ंड अमेरिका की गोवेरमेंट देती है पिछले साल USA ने वित वर्ष 2019 में लगभग 4.5 ट्रिलियन खर्च किया है ।
Q 3 NASA में कितना वैतान मिलता है ?
Ans. NASA में campus counsaler के लिए 8.59 डॉलर प्रती घंटा और इलैक्ट्रिकल इंजीनियर के लिए लगभग 60.00 डॉलर प्रती घंटा तक है ।
Q 4 रूस के पास NASA जैसी स्पेस agency का नाम क्या है ?
Ans. Roskosmos जापान में JAXA, यूरोप में ESA, और कनाडा में CSA है ।
मित्रों आज हमने NASA full form in Hindi आर्टिक्ल के बारे में बहुत कुछ जाना हमने नासा की फूल फोरम,नासा का इतिहास,नासा की जरूरत,नासा के कार्य,नासा के रोमाचक तथ्य ,नासा के आविष्कारों के बारे में जाना ,दोस्तों आपको हमारी पोस्ट NASA full form in Hindi कैसी लगी अगर आपको हमारी ये पोस्ट NASA full form in Hindi अच्छी लगी और इस पोस्ट को पढ़ने में आपके ज्ञान में वर्धी हुई है तो आप इस ज्ञानवर्धक पोस्ट की लिंक अपने दोस्तों को send करो ताकि आपके दोस्त भी शानदार जानकारी से वंचित ना रह पाये ।
धन्यवाद दोस्तों ।